Jhansi News: टेक्नीशियन के बेटे की मौत मामले में रेलवे अस्पताल को बदनाम करने की कोशिश, उच्चस्तरीय कमेटी गठित

Jhansi News: टेक्नीशियन ने रेलवे अस्पताल के एक चिकित्सक पर बेटे को मारने का आरोप लगाया है। उधर, रेलवे चिकित्सकों पर झूठे आरोप लगाने के मामले को मुख्यालय ने गंभीरता से लिया है। इस मामले में उच्चस्तरीय कमेटी गठित कर दी है।;

Report :  B.K Kushwaha
Published By :  Deepak Kumar
Update:2022-01-12 22:18 IST

रेलवे अस्पताल झांसी। 

Jhansi News: एसी लोको शेड (AC Loco Shed) में पदस्थ टेक्नीशियन के बेटे की मौत के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। रेलवे अस्पताल (Railway Hospital) के सीएमएस का कहना है कि टेक्नीशियन के बेटे की मौत रेलवे अस्पताल (Railway Hospital) में नहीं बल्कि यहां से रेफर कर दिया गया था। रेलवे अस्पताल (Railway Hospital) को बदनाम करने की कोशिश की गई है। इस मामले को रेलवे अफसरों के संज्ञान में लाया गया है।

टेक्नीशियन ने रेलवे अस्पताल के चिकित्सक पर लगाया था ये आरोप

एसी लोको शेड (AC Loco Shed) में पदस्थ एक टेक्नीशियन ने रेलवे अस्पताल (Railway Hospital) में पदस्थ चिकित्सक पर कोरोना पीड़ित बच्चे को मार देने का आरोप लगाया था। इस मामले की गोपनीय स्तर पर जांच की गई। पता चला है कि उक्त टेक्नीशियन का बेटा (24) रेलवे अस्पताल (Railway Hospital) में 27 अप्रैल 2021 को भर्ती हुआ था। इसको आठ दिन बुखार, खांसी, श्वास फूंलने की शिकायत थी। जांच कर उसकी ऑक्सीजन 70 प्रतिशत आ रही थी, तुरंत ड्यूटी डॉक्टर ने उसे मेडिकल कॉलेज के पास स्थित (जो कि रेलवे में अनुबंधित है) के लिए रैफर कर दिया था। परन्तु टेक्नीशियन ने लिख दिया था कि वो अपने मरीज को कहीं भी नहीं ले जाना चाहते हैं। जबकि उसको बताया गया था कि बेटे की हालत बहुत खराब है। जब उसका सीटी स्कैन किया गया तो फेफड़ा कोरोना से 88 प्रतिशत ग्रुसित था। डॉक्टरों द्वारा बार-बार समझाने पर भी वो कहीं नहीं ले गया था।

बताया जा रहा है कि रेलवे अस्पताल (Railway Hospital) के सीएमएस और डॉक्टरों ने लगातार कोशिश की किसी भी बड़े सेंटर में मरीज को जगह मिल जाए। परन्तु इस समय कोरोना चरम सीमा पर था जिसकी वजह से कहीं पर एक बैड खाली नहीं था। बताते हैं कि 1 मई को मेडिकल कालेज में बैड खाली हुआ तो मरीज का पिता उस दिन नहीं ले गया था। 2 मई 2021 को टेक्नीशियन मेडिकल कॉलेज का रेफर पत्र लेकर अपने मरीज को लेकर चला गया था। तब मरीज की तबीयत काफी ठीक थी।

रेलवे चिकित्सकों पर झूठे आरोप लगाने के मामले में उच्चस्तरीय कमेटी की गठित

बताते हैं कि टेक्नीशियन ने रेलवे अस्पताल (Railway Hospital) के एक चिकित्सक पर बेटे को मारने का आरोप लगाया है वह समझ से परे हैं। रेलवे टेक्नीशियन की मौत झांसी में नहीं हुई है। टेक्नीशियन अपने पुत्र को भोपाल के एक अस्पताल ले गया था। वहां पर उसे भर्ती कराया था। बाद में बेटे की मौत हो गई थी। उधर, रेलवे चिकित्सकों पर झूठे आरोप लगाने के मामले को मुख्यालय ने गंभीरता से लिया है। इस मामले में उच्चस्तरीय कमेटी गठित कर दी है।

रेलवे अस्पताल को बदनाम करने की कोशिश की जा रही

इस संबंध में रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह (Railway Public Relations Officer Manoj Kumar Singh) का कहना है कि इस मामले में रेलवे अस्पताल (Railway Hospital) के सीएमएस से वार्तालाप की गई तो उनका कहना था कि टेक्नीशियन के बेटे की मौत रेलवे अस्पताल (Railway Hospital) में नहीं है, बल्कि उसके पुत्र को यहां से रेफर कर दिया गया था। रेलवे अस्पताल को बदनाम करने की कोशिश की जा रही हैं।

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