अडानी ग्रुप ने बिना NOC कटवाए कई बेशकीमती पेड़, CM के 'हरित प्रदेश' की कोशिशों को पलीता
महोबा: सौर ऊर्जा क्षेत्र की जानी-मानी कंपनी अडानी ग्रुप की प्रयत्न डेवलपर्स के खिलाफ महोबा जिले में हरे पेड़ काटने के विरुद्ध केस दर्ज किया गया है।
गौरतलब है कि अडानी ग्रुप ने महोबा के चरखारी क्षेत्र में सौर ऊर्जा पावर प्लांट लगाने के लिए पचास से अधिक किसानों की 640 बीघा कृषि भूमि खरीदी थी। कंपनी इसी भूमि पर लगे सैकड़ों हरे पेड़ों को बिना वन विभाग की अनुमति के काट दिया।
सीएम ने महोबा में लगवाए थे एक करोड़ पेड़
उल्लेखनीय है कि प्रदेश के सीएम अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश को 'हरित प्रदेश' बनाने और बुंदेलखंड को सूखे से निजात दिलाने के लिए बड़ी तादाद में पेड़ लगवाए थे। बुंदेलखंड के महोबा जिले में भी सीएम ने एक करोड़ पेड़ लगवाए थे। ये पेड़ इस क्षेत्र को सूखे से निजात दिलाने के लिए लगवाए गए थे।
कंपनी पर लगे हैं राजस्व चोरी के आरोप
सीएम अखिलेश यादव की मंशा पर अडानी ग्रुप की कंपनी पानी फेरती नजर आ रही है। अधिकारियों की अनदेखी के चलते हरे पेड़ों की कटान थमती नजर नहीं आ रही। दरअसल, देश की इस बड़ी कंपनी ने सौर ऊर्जा प्लांट के लिए चरखारी क्षेत्र में बेशकीमती कृषि भूमि खरीदी है। कंपनी पर किसानों से जमीन का बैनामा कराने में भूमि की किस्म परिवर्तन न कराने और तथ्यों को छिपाकर लाखों रुपए के राजस्व की चोरी के आरोप भी लगाए हैं। इसकी जांच जारी है।
आगे की स्लाइड्स में पढ़ें पूरी खबर ...
सौर ऊर्जा प्लांट के लिए खरीदी थी जमीन
आपको बता दें कि 15 विभिन्न कंपनियों ने चरखारी तहसील के मोजा रायनपुर, सबुआ और घुटबई में सौर ऊर्जा प्लांट की स्थापना के लिए पचास से अधिक किसानों की 640 बीघा कृषि भूमि का बैनामा नोटबंदी से पूर्व कराया गया था। बाद में यह सारी जमीन इन कंपनियों ने मुख्य कंपनी प्रयत्न डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम 8 नवंबर को रजिस्ट्री कर दी।
वन विभाग से नहीं ली थी एनओसी
इन जमीनों पर हजारों की संख्या में फलदार और छायादार पेड़ों के मौजूद होने के प्रमाण प्रस्तुत कर उन्हें अवैधानिक तरीके से काट दिए जाने और पर्यावरण को गंभीर क्षति पहुंचाने का आरोप कंपनी के अधिकारियों पर लगाया गया। जानकारों की मानें तो सैकड़ों पेड़ों को कंपनी कटवा दिया। यहीं नहीं बिना वन विभाग की एनओसी के 17 प्रतिबंधित पेड़ काटे जाने की बात भी सामने आई है।
ये कहना है वन अधिकारी का
इस मामले में कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इस संबंध में वन विभाग के उप प्रभागीय वन अधिकारी एस के श्रीवास्तव ने बताया कि 'वन कर्मियों को लगाकर मौके पर एक-एक पेड़ की गिनती कराई जा रही है। काटे गए पेड़ों की लकड़ी जब्त किए जाने और नियमानुसार जुर्माना वसूली की कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। इस मामले में कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। जांच जारी है। तथ्य सामने आते ही कार्यवाही की जाएगी।'
सरकारी कोशिशों को लग रहा पलीता
बता दें कि सूखा प्रभावित बुंदेलखंड के महोबा जिले में पानी और हरियाली के लिए राज्य सरकार ने बीते दो वर्षों में ढाई सौ करोड़ से अधिक की धनराशि खर्च की है। यहां तालाबों और जलाशयों में जल भंडारण क्षमता में वृद्धि के लिए उनकी खुदाई के अलावा बांध के करीब एक करोड़ पौधों को भी लगाया गया। लेकिन अडानी ग्रुप की ओर से पेड़ काटन की ये हरकत सरकार की कोशिशों को ही पलीता लगा रहा है।