अभी-अभी योगी की बैठक: इन बड़े मुद्दों पर होगी चर्चा, बड़े अधिकारी मौजूद
बिजली कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार आंदोलन को तेज किए जाने के ऐलान को देखते हुए बुलाई गई इस बैठक में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, प्रमुख सचिव ऊर्जा अरविंद कुमार और वित्त विभाग के अधिकारियों के शामिल होने की खबर है।
लखनऊ: यूपी के पूर्वाचंल विद्युत वितरण निगम लि. के निजीकरण समेत अन्य मुद्दो को लेकर आंदोलन कर रही यूपी विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति और यूपी पावर कार्पोरेशन प्रबंधन की ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा की मौजूदगी में देर शाम तक चली वार्ता के विफल होने के बाद अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हस्तक्षेप करते हुए ऊर्जा विभाग की बड़ी बैठक बुलाई है।
ये भी पढ़ें:हाथरस कांड: पीड़ित परिवार को गलत बयान देने के लिए 50 लाख की पेशकश! केस दर्ज
बिजली कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार आंदोलन को तेज किए जाने के ऐलान को देखते हुए बुलाई गई इस बैठक में वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, प्रमुख सचिव ऊर्जा अरविंद कुमार और वित्त विभाग के अधिकारियों के शामिल होने की खबर है।
शक्ति भवन में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा मौजद थे
दरअसल सोमवार को शक्ति भवन में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा की मौजूदगी में पावर कार्पोरेशन प्रबंधन व संघर्ष समिति के बीच निजीकरण समेत सभी बिंदुओं पर सहमति के बाद वार्ता सफल मानी जा रही थी और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने भी इस पर अपनी मंजूरी दे दी थी। लेकिन पावर कार्पोरेशन चेयरमैन ने इस सहमति पत्र पर विचार के लिए समय की मांग करते हुए हस्ताक्षर करने से मना कर दिया था।
संघर्ष समिति और कार्पोरेशन प्रबंधन के बीच टकराव की स्थिति बन गई है
इसके बाद संघर्ष समिति और कार्पोरेशन प्रबंधन के बीच टकराव की स्थिति बन गई है। संघर्ष समिति ने ऐलान कर दिया है कि उसका कार्यबहिष्कार आंदोलन जारी रहेगा तथा इसे और तेज किया जायेगा। संघर्ष समिति ने आंदोलनरत बिजली कर्मचारियों व अभियंताओं से अनिश्चितकालीन हड़ताल और जेल भरो आंदोलन की तैयारी शुरू करने का आह्वान किया है।
ये भी पढ़ें:चीन की आई शामत: टोक्यो में इन देशों की बड़ी बैठक, भारत भी होगा शामिल
संघर्ष समिति का यह रूख देख कर अब यूपी सरकार भी चिंता में पड़ गई है। क्योंकि अभी कार्य बहिष्कार के पहले दिन ही पूर्वी यूपी के देवरियां, आजमगढ़, बाराबंकी, गोरखपुर, मिर्जापुर, मऊ, गाजीपुर समेत कई जिलों में बिजली आपूर्ति की समस्या शुरू हो गई है। ऐसे में सरकार इस संबंध में कोई भी फैसला लेने से पहले अपनी पूरी तैयारी और बिजली आपूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था की जांच-परख करना चाह रही है।
मनीष श्रीवास्तव
दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।