UP में होमगार्ड की बल्ले-बल्ले: CM योगी ने किए ये बड़े ऐलान, खुशी से झूम उठे लोग

उत्तर प्रदेश होमगार्ड्स स्थापना दिवस के अवसर पर होमगार्ड मुख्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने होमगार्ड्स की रैतिक परेड का निरीक्षण किया और परेड का मान प्रणाम भी स्वीकार किया।

Update:2020-12-07 11:06 IST
UP में होमगार्ड की बल्ले-बल्ले: CM योगी ने किए ये बड़े ऐलान, खुशी से झूम उठे लोग (PC: social media)

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को उत्तर प्रदेश होमगार्डस स्थापना दिवस समारोह में होमगार्ड स्वयंसेवक और अवैतनिक होमगार्ड पर अत्यंत उदार दिखाई दिए। उन्होंने होमगार्ड के लिए अनेक सुविधाओं का ऐलान किया और उन्हें पुलिस कर्मचारियों के बराबर भत्ता देने पर की भी घोषणा की। उन्होंने होमगार्ड की मृत्यु अथवा अपंगता की स्थिति में पांच लाख की अनुग्रह राशि देने का भी एलान किया।

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उत्तर प्रदेश होमगार्ड्स स्थापना दिवस के अवसर पर होमगार्ड मुख्यालय पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने होमगार्ड्स की रैतिक परेड का निरीक्षण किया और परेड का मान प्रणाम भी स्वीकार किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि होमगार्ड स्वयंसेवकों तथा अवैतनिक होमगार्ड अधिकारियों की सेवावधि में अधिवर्षता से पूर्व मृत्यु अथवा अपंगता की स्थिति में उनके नॉमिनी या उत्तराधिकारी अथवा उनको पांच लाख रुपए की अनुग्रह राशि राज्य सरकार द्वारा प्रदान की जाएगी।

वर्तमान में होमगार्ड स्वयंसेवकों तथा अवैतनिक अधिकारियों की मृत्यु अथवा अपंगता की स्थिति में उनके परिजनों या उन्हें कल्याण कोष के ब्याज की धनराशि से सहायता प्रदान की जाती है। इस व्यवस्था से प्रभावित होमगार्ड स्वयंसेवकों तथा अवैतनिक अधिकारियों में से 20 प्रतिशत ही लाभान्वित हो पाते हैं। होमगार्ड स्वयंसेवकों तथा अवैतनिक अधिकारियों की सेवावधि में मृत्यु अथवा अपंगता की स्थिति में सभी प्रभावित को सहायता प्रदान करने के लिए यह निर्णय लिया गया है।

उन्होंने स्मारिका ‘उत्तर प्रदेश होमगार्ड्स’ का विमोचन भी किया

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने 05 नवनिर्मित जिला होमगार्ड्स कार्यालयों आगरा, फतेहपुर, फतेहगढ़, जौनपुर एवं हमीरपुर तथा चेतन चैहान मण्डलीय प्रशिक्षण केन्द्र, मुरादाबाद का लोकार्पण किया। उन्होंने ड्यूटी के दौरान दिवंगत हुए होमगार्ड स्वयंसेवकों के आश्रितों को 05-05 लाख रुपए की आर्थिक सहायता धनराशि का चेक तथा होमगार्ड स्वयंसेवक जयराम कटियार, गाजियाबाद की महिला होमगार्ड स्वयंसेवक मंजू को डीजी कमेण्डेशन डिस्क एवं प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया। उन्होंने स्मारिका ‘उत्तर प्रदेश होमगार्ड्स’ का विमोचन भी किया।

उत्तर प्रदेश होमगार्ड्स संगठन को 58वें स्थापना दिवस की बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार होमगाडर््स स्वयंसेवकों, अवैतनिक होमगाड्र्स पदाधिकारियों तथा उनके परिजनों के प्रति अत्यन्त संवेदनशील है। वर्तमान सरकार द्वारा होमगाड्र्स की मृत्यु अथवा स्थायी रूप से अपंगता की दशा में उनके एक पात्र आश्रित को अनुकम्पा के आधार पर होमगाड्र्स स्वयंसेवक के पद पर सेवायोजित किये जाने की व्यवस्था की गयी है। साथ ही, आश्रित के रूप में होमगाड्र्स स्वयंसेवक के पद पर सेवायोजित किये जाने हेतु जो भी नियम बनाये गये हैं, वह सरल एवं व्यावहारिक हैं।

हमारी सरकार ने होमगाड्र्स स्वयंसेवकों के ड्यूटी भत्तों को पुलिस कार्मिकों के समान किया है

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने होमगाड्र्स स्वयंसेवकों के ड्यूटी भत्तों को पुलिस कार्मिकों के समान किया है, जिससे वे पूर्ण मनोबल के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सकें। राज्य सरकार द्वारा होमगाड्र्स स्वयंसेवकों/अवैतनिक अधिकारियों का ड्यूटी भत्ता पुलिस कार्मिकों के न्यूनतम वेतन 18,000 को 30 दिन के माह के आधार पर प्रतिदिन 600 रुपए एवं इसमें शासन द्वारा समय-समय पर निर्धारित महंगाई भत्ते को जोड़ते हुए अनुमन्य किया गया है। इसके साथ-साथ अवैतनिक अधिकारियों के मानदेय में भी अभिवृद्धि की गयी है।

मुख्यमंत्री ने भारतीय संस्कृति एवं गौरव का प्रतीक विश्व प्रसिद्ध कुम्भ मेला-2019 के दौरान 10 हजार होमगाड्र्स, स्वयंसेवकों सफल दायित्व निर्वहन के लिए अधिकारियों और पूरे बल की सराहना की। कुम्भ मेला ड्यूटी में तैनात 10 हजार होमगाड्र्स जवानों को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए कुम्भ-सेवा-मेडल से सम्मानित किया गया है। प्रदेश सरकार द्वारा कुम्भ मेला ड्यूटी में प्रतिस्थापित किये गये 10,000 होमगाड्र्स को ड्यूटी भत्ते के अतिरिक्त भोजन भत्ते के रूप में प्रति होमगाड्र्स 80 रुपए प्रतिदिन की धनराशि स्वीकृत की गयी।

पूर्व की सरकार में प्रतिदिन होमगाड्र्स स्वयंसेवकों का प्रतिस्थापन लगभग 55,000 था

उन्होंने कहा कि वर्ष 1963 में होमगाड्र्स बल की स्थापना के समय प्रदेश भर में मात्र 2,000 होमगाड्र्स जवानों को प्रतिदिन शान्ति व्यवस्था ड्यूटी पर लगाये जाने के अवसर उपलब्ध थे। पूर्व की सरकार में प्रतिदिन होमगाड्र्स स्वयंसेवकों का प्रतिस्थापन लगभग 55,000 था। वर्तमान सरकार होमगाड्र्स स्वयंसेवकों के प्रति सदैव संवेदनशील रही है तथा इनकी कार्य क्षमता एवं उपयोगिता को देखते हुए उनकी ड्यूटी प्रतिस्थापन में निरन्तर अभिवृद्धि की गयी। वर्तमान समय में प्रदेश में उपलब्ध समस्त 90,000 होमगाड्र्स स्वयंसेवक प्रतिदिन विभिन्न ड्यूटियों हेतु प्रतिस्थापित हो रहे हैं, जिससे उनकी आजीविका एवं परिवार का भरण-पोषण हो रहा है।

विगत 03 वर्षों में ड्यूटी की अवधि में दुर्घटना होने के कारण हुई मृत्यु

सीएम ने कहा कि होमगार्ड विभाग के ड्यूटी अथवा प्रशिक्षणरत समस्त होमगार्ड स्वयंसेवकों अथवा अवैतनिक अधिकारियों को आगामी एक वर्ष के लिए 24 घण्टे सामाजिक सुरक्षा बीमा योजना से आच्छादित किये जाने के लिए राज्य सरकार द्वारा 04 करोड़ 99 लाख 91 हजार 700 रुपए की धनराशि को अवमुक्त करते हुए ड्यूटी एवं प्रशिक्षण की अवधि में दुर्घटना के कारण मृत्यु होने पर, उनके आश्रितों एवं परिजनों की सहायता हेतु 05 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दुर्घटना बीमा योजना के अन्तर्गत प्रदान करायी जा रही है। विगत 03 वर्षों में ड्यूटी की अवधि में दुर्घटना होने के कारण हुई मृत्यु के फलस्वरूप वर्ष 2017-18 में 77, वर्ष 2019-20 में 82 एवं वर्ष 2020-21 में 12, अब तक कुल 171 स्वयंसेवकों के आश्रितों को 05-05 लाख रुपए की बीमा धनराशि प्राप्त करायी गयी।

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कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव होमगाडर््स अनिल कुमार ने अतिथियों का स्वागत किया। कमाण्डेण्ट जनरल होमगार्ड्स विजय कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर विधायक संगीता चौहान, लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया, मुख्य सचिव आरके0 तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश चन्द्र अवस्थी एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

रिपोर्ट -अखिलेश तिवारी

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