लखनऊ: यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने शुक्रवार 19 नवंबर को लखनऊ में डायल 100 का उद्घाटन किया। यूपी के 11 जिलों में इसकी शुरुआत हो रही है । यूपी पुलिस को हाईटेक करने के लिए अखिलेश सरकार ने यह व्यवस्था शुरू की है। यह देश का पहला पेपरलेस कंट्रोल रूम बन गया है ।
अब महज एक फोन कॉल और 15 मिनट में स्पॉट पर मदद के लिए पुलिस के जवान। सीएम अखिलेश यादव ने 19 नवंबर को यूपी पुलिस की इस प्रभावशाली हाईटेक परियोजना का उद्घाटन किया । शुक्रवार को 100 डायल का एक विज्ञापन भी जारी हुआ था इसे एयरटेल ने बनाया है।
जाने क्या है डायल 100 में खास
-शहरों में 15 मिनट में और गांवों में 20 मिनट में पहुंचेगी पुलिस ।
-यूपी पुलिस दुनिया की सबसे हाईटेक पुलिस बन गई है।
-सीएम अखिलेश यादव का ड़ीम प्रोजेक्ट रहा है डायल 100 ।
-22 एकड़ में 2200 करोड़ का प्रोजेक्ट।
क्या बोले सीएम अखिलेश
-डायल 100 यूपी को रहत देगा दूूसरे प्रदेशों के लिए उदाहरण होगााा
-अफसरों ने बहुत बड़ा काम किया है।
-अक्सर फोन नहीं उठता था पुलिस नहीं पहुंचती थी अब जनता की दोनों शिकायतें दूर हो जाएंगी।
-108 और 102 पर आम लोगों को भरोसा बढ़ा है।
-तकलीफ परेशानी होने पर एम्बुलेंस पहुंचती है।
-यही भरोसा यूपी 100 का भी होगा।
-11 ज़िलों में शुरू किया आगे सभी ज़िलों में शुरू होगा।
-ये बड़ा परिवर्तन है अब पुलिस आप के द्वार पर होगी।
-कमियां दूर करेंगे कोशिश जनता को राहत देने की है।
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यूपी 100 नाम से शुरू की गई इस परियोजना का खाका 5 दिसंबर 2014 से बुना जा रहा था, जिसकी मदद से एंबुलेंस की तर्ज पर जरूरतमंद के पास पुलिस की मदद पहुंचाई जा सके। यह सीएम अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्टस में से एक है।
4,800 वाहन 24 x 7 करेंगे हेल्प
-एडीजी ट्रैफिक अनिल अग्रवाल ने बताया कि जिस तरह 108 नंबर डायल करने पर एंबुलेंस आपके पास पहुंचती है, उसी कांसेप्ट पर इस परियोजना को डिजाइन किया गया है।
-यूपी में किसी भी जगह से कॉल मिलाने पर विक्टिम की कॉल लखनऊ स्थित मेगा कंट्रोल रूम पहुंचेगी।
-एक दिन में कम्यूनिकेशन ऑफिसर्स 2 लाख कॉल्स को टेक अप कर सकेंगे।
-यहां बैठे कम्यूनिकेशन ऑफिसर्स विक्टिम की कॉल उठाएंगे और समस्या और घटना वाली जगह लोकेट करेंगे।
-इसके बाद इस मैसेज को चंद सेकेंडों के अंदर विक्टिम की लोकेशन से सबसे नजदीक मौजूद यूपी 100 केे दस्ते को डिलीवर किया जाएगा।
-यह दस्ता एक जीपीएस प्रणाली वाले चार पहिया या दो पहिया वाहन पर मौजूद होगा
-या वाहन मैसेज मिलते ही क्राइम सीन की ओर मूव करेगा।
-शहरों में इसका रिस्पांस टाइम 10 मिनट और रूरल एरियाज में 20 मिनट होगा।
-इस ऑनलाइन हाईटेक सिस्टम के फर्स्ट फेज में 4,800 के करीब जीपीएस युक्त वाहनों को लगाया गया है।
-इसमें 3,204 फोर व्हीलर और 1,600 दोपहिया वाहन होंगे, जो 24 घंटे पब्लिक की सेवा में मौजूद रहेंगे।