गोरखपुर: CM का स्वयं सहायता समूहों को तोहफा, 445.92 करोड़ खातों में ट्रांसफर

सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत 97,663 स्वयं सहायता समूहों को 445.92 करोड़ रुपए की धनराशि डिजिटली ट्रांसफर की।

Update:2020-12-18 21:22 IST
गोरखपुर: CM का स्वयं सहायता समूहों को तोहफा, 445.92 करोड़ खातों में ट्रांसफर

गोरखपुर: सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत 97,663 स्वयं सहायता समूहों को 445.92 करोड़ रुपए की धनराशि डिजिटली ट्रांसफर की। वर्चुअल कार्यक्रम में वह गोरखपुर की नर्वदा से भी मुखातिब हुए। काम मांगने वाली नर्वदा से मुख्यमंत्री ने कहा, संकोच या हिचक दूर करने से ही तरक्की संभव होगी।

गोरखपुर के खजनी विकास खण्ड के ग्राम औजी निवासी नर्वदा देवी ने सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनके समूह को मनरेगा के अंतर्गत भी काम करने दिया जाए। सीएम के पूछने पर नर्वदा देवी ने बताया कि वे,‘सिर पर मिट्टी लेकर सड़क बनाने में काम करेंगी।’ एनआईसी सगाभार में बैठे अधिकारियों के चेहरे पर मुस्कुराहट दौड़ गई लेकिन योगी आदित्यनाथ ने अगला सवाल पूछा कि समूह में कितने लोग है? नर्वदा ने बताया कि समूह में 15 महिलाएं हैं। सीएम ने संजीदगी के साथ नर्वदा देवी को आश्वस्त किया कि ग्रामीण महिलाओं के लिए काफी काम है जिन्हें वे कर सकती है। सीएम ने कहा कि काम करने में हमें कोई संकोच या हिचक नहीं होनी चाहिए।

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सूती कपड़े के झोले में पोषाहार वितरण

सीएम ने नर्वदा से पूछा कि पोषाहार वितरण का काम कैसे किया? नर्वदा ने बताया कि सूती कपड़े के झोले बनाए और उसने पोषाहार का सामान भर कर आंगनबाड़ी को उपलब्ध करा दिया। सीएम ने पुन: पूछा कि सब को पोषाहार मिला? नर्वदा ने बताया कि सभी को मिला। नर्वदा ने सीएम को बताया कि उनका समूह सिलाई सेंटर भी चला रहा है। सीएम ने पूछा कि यूनिफार्म सिलने का काम मिला था, नर्वदा ने हॉ में जवाब दिया। सीएम ने नर्वदा को सुझाव दिया कि मास्क बनाने का काम प्रशिक्षण लेकर करें क्योंकि अभी 6 माह तक मास्क पहनना पड़ेगा।

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मनरेगा में काम दिलाने के सवाल पर सीएम ने कहा कि वहां सीडीओ और जिलाधिकारी मौजूद है, महिला समूह राशन की दुकान, सार्वजनिक शौचालय, स्कूलों के लिए स्वेटर जैसे बहुत सारे काम कर सकते हैं। सब मिल कर नया काम दिलाएंगे। दो लड़किया और एक बेटे की मॉ नर्वदा देवी ने बताया कि उनके पति किराना की दुकान चलाते हैं। यह दुकान भी महिला समूह के रुपये से संचालित होती हैं।

पूर्णिमा श्रीवास्तव

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