सीएम योगी का एलान- सिद्धार्थनगर में काला नमक शोध संस्थान होगा स्थापित
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां अपने सरकारी आवास से वर्चुअल माध्यम से सिद्धार्थनगर में आयोजित ‘काला नमक चावल महोत्सव’ का दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारम्भ किया।
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक जनपद एक उत्पाद योजना के तहत अन्तर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान द्वारा सिद्धार्थनगर में काला नमक शोध संस्थान स्थापित करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में काला नमक चावल को और अधिक प्रोत्साहन देने के लिए सिद्धार्थनगर में ‘एक जनपद, एक उत्पाद योजना’ के अन्तर्गत 6.39 करोड़ रुपए की लागत से कॉमन फैसिलिटी सेन्टर (सीएफसी) का निर्माण कराया जा रहा है।
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राज्य सरकार द्वारा कृषि और प्रसंस्करण खाद्य उत्पादन निर्यात विकास प्राधिकरण वाराणसी के माध्यम से काला नमक चावल के निर्यात को बढ़ावा देने के भी प्रयास किये जा रहे हैं। इसी प्रकार आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, अयोध्या के कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा काला नमक चावल की विभिन्न प्रजातियों की उत्पादकता एवं गुणवत्ता पर शोध किया जा रहा है। इससे काला नमक चावल की उन्नत प्रजातियों का विकास सम्भव हो सकेगा।
सीएम योगी ने किया शुभारम्भ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां अपने सरकारी आवास से वर्चुअल माध्यम से सिद्धार्थनगर में आयोजित ‘काला नमक चावल महोत्सव’ का दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारम्भ किया। ज्ञातव्य है कि सिद्धार्थनगर में 13 से 15 मार्च तक ‘काला नमक चावल महोत्सव 2020-21’ आयोजित किया जा रहा है। इस महोत्सव में काला नमक धान उत्पादन की नवीनतम तकनीक के बारे में कृषि वैज्ञानिकों द्वारा कृषकों को जानकारी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा लागू की गयी ‘एक जनपद एक उत्पाद’ योजना के तहत वर्ष 2018 में काला नमक चावल को सिद्धार्थनगर के उत्पाद के रूप में शामिल किया गया। इस योजना के तहत इसकी मार्केटिंग और ब्राण्डिंग के लिए मंच उपलब्ध हो सका। आज यह चावल देश और दुनिया में विख्यात हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के पहले सिद्धार्थनगर और आस पास के क्षेत्रों में 22 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में काला नमक चावल की फसल होती थी। समय के साथ इसका उत्पादन काफी कम हो गया था। लेकिन ओडीओपी योजना के तहत आने के उपरान्त इसकी बुआई अब बढ़ गयी है। अब काला नमक चावल की खेती का क्षेत्रफल बढ़कर लगभग 5 हजार हेक्टेयर हो गया है। उन्होंने कहा कि ओडीओपी योजना के तहत चुने गये इस उत्पाद की महक आज पूरे विश्व में फैल रही है।
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सीएम योगी ने चावल की बताई खूबियां
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राकृतिक सुगन्ध के साथ मुलायम, कुपोषण से लड़ने में सक्षम तथा कई बीमारियों से लड़ने वाला यह चावल सिद्धार्थनगर की विशेष पहचान है। इसमें शुगर की मात्रा नगण्य होती है, इसलिए यह मधुमेह के रोगियों के लिए अत्यन्त लाभदायक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिद्धार्थनगर में काला नमक धान का उत्पादन प्राचीनकाल से हो रहा है। इस क्षेत्र में इसकी खेती 600 ईसा पूर्व भगवान बुद्ध के काल में भी होती थी। राज्य सरकार द्वारा ओडीओपी योजना के तहत इसकी ब्राण्डिंग और मार्केटिंग की व्यवस्था के कारण किसानों को अब इस चावल का बाजार मूल्य 100 से 110 रुपए प्रति किलो तक मिल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दीर्घ अवधि और कम उत्पादकता होने के कारण पूर्व में इसकी बुआई में कमी आ गयी थी, परन्तु राज्य सरकार ने काला नमक चावल को बढ़ावा देने के लिए इसकी उन्नत प्रजातियां किसानों को उपलब्ध करायी हैं। यह महोत्सव काला नमक चावल की ब्राण्डिंग को और मजबूती से स्थापित करेगा, जिससे किसानों को बड़ा बाजार उपलब्ध होगा। इससे निर्यात के अवसर भी बढ़ेंगे। फलस्वरूप किसानों को उनकी फसल का कई गुना दाम मिलने लगेगा।
उन्होंने काला नमक चावल की ब्राण्डिंग के लिए जनप्र्रतिनिधियों का सहयोग लेने का भी सुझाव दिया। इस अवसर पर जनपद सिद्धार्थनगर से स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह तथा बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ सतीश चन्द्र द्विवेदी ने लखनऊ कार्यक्रम स्थल से प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी भी मौजूद थे।
श्रीधर अग्निहोत्री