सीएम योगी लखनऊ विवि के शताब्दी उत्सव में हुए शामिल, शिक्षा को लेकर कही ये बात
सीएम ने आज यहां लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय सभागार में विश्वविद्यालय के शताब्दी उत्सव के शुभारम्भ कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के साथ जुड़कर आगे बढ़ेगा, तो नये प्रतिमान स्थापित करेगा।लखनऊ विश्वविद्यालय के योगदान की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि ज्ञान के दायरे को जितना विस्तृत करेंगे, जितना व्यावहारिक बनाएंगे, वह उतना ही कारगर होगा। उन्होंने लोकभाषा, लोकज्ञान, लोकसंस्कृति के संरक्षण के कार्य से भी शिक्षण संस्थानों के जुड़ने पर बल दिया।
ये भी पढ़ें:वैक्सीन पर खुशखबरी: ज्यादा उम्र के लोगों पर भी है असरदार, खुश हुए शोधकर्ता
लखनऊ विश्वविद्यालय परिवार को बधाई देते हुए कहा
सीएम ने आज यहां लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय सभागार में विश्वविद्यालय के शताब्दी उत्सव के शुभारम्भ कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। अपनी स्थापना के सौ वर्ष पूर्ण करने पर लखनऊ विश्वविद्यालय परिवार को बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि इस गौरवशाली यात्रा के दौरान विश्वविद्यालय ने अकादमिक क्षेत्र में राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर उल्लेखनीय उपलब्धियां अर्जित की हैं।
उन्होंने कहा कि शिक्षण संस्थानों को जनसरोकारों से जुड़ने की जरूरत है। विद्यार्थियों, शिक्षकों के साथ ही अभिभावक, पुरातन छात्र भी शिक्षण संस्थानों के अंग होते हैं। शिक्षण संस्थानों में इनकी भी उपयोगी भूमिका है, क्योंकि इनके पास विभिन्न क्षेत्रों की जानकारी होती है। उन्होंने कहा कि ज्ञान का क्षेत्र विस्तृत है। इसलिए ज्ञान के क्षेत्र में सबको जोड़कर आगे बढ़ने से शिक्षा एवं शोध की गुणवत्ता का स्तर बढ़ता है।
लखनऊ विश्वविद्यालय ने अपनी सौ वर्ष की यात्रा शिक्षा के क्षेत्र में जो प्रतिमान गढ़े हैं
उन्होंने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय ने अपनी सौ वर्ष की यात्रा शिक्षा के क्षेत्र में जो प्रतिमान गढ़े हैं, वह अन्य राज्य विश्वविद्यालयों के लिए भी अनुकरणीय हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी समाज तभी आत्मनिर्भर और स्वावलम्बी बन सकता है, जब वह सरकार से आगे चले। प्रधानमंत्री ने नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से समाज को आगे रखकर जो कार्य प्रारम्भ किया है, वह 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' तथा 'आत्मनिर्भर भारत' का आधार सिद्ध होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की स्थापना के 69 वर्ष बाद 'उत्तर प्रदेश दिवस' मनाने का उद्देश्य ऐसा कार्यक्रम प्रारम्भ करना था, जो इस दिवस को यादगार बनाने के साथ ही, प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक हो। प्रथम 'उत्तर प्रदेश दिवस' को 'एक जनपद, एक उत्पाद' कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। यह कार्यक्रम सभी जनपदों की विशिष्ट स्थानीय उत्पादों की ब्राण्डिंग, डिजाइनिंग, मार्केटिंग से जुड़ा है। इस कार्यक्रम की उपयोगिता और महत्व को देखते हुए केन्द्रीय बजट में भी इसे सम्मिलित किया गया है। उन्होंने कहा कि 'एक जनपद, एक उत्पाद' कार्यक्रम के साथ शिक्षण संस्थान जुड़ जाएं, तो सहज ही हर हाथ को काम उपलब्ध हो जाएगा।
शिक्षण संस्थानों को जनसरोकारों से जोड़ना होगा
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अपार सम्भावनाएं हैं। प्रदेश में 'आत्मनिर्भर भारत मिशन' तथा देश को 5 ट्रिलियन यू0एस0 डाॅलर की अर्थव्यवस्था बनाने की क्षमता है। इसके लिए शिक्षण संस्थानों को जनसरोकारों से जोड़ना होगा। 'लोकल फॉर वोकल' होना होगा। 'एक जनपद, एक उत्पाद' योजना से जुड़ाव पैदा करने के साथ ही युवाओं को शासन की नीतियों से अवगत कराना होगा। वर्ष 1947 में प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय देश की प्रति व्यक्ति आय से अधिक थी। वर्ष 2017 तक प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय देश की प्रति व्यक्ति आये की एक तिहाई हो गयी है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में उत्तर प्रदेश अग्रणी है
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में उत्तर प्रदेश अग्रणी है। अलग-अलग विश्वविद्यालयों में शोध पीठों की स्थापना की गयी है। लखनऊ विश्वविद्यालय में महात्मा गांधी अन्तराष्ट्रीय रोजगार पीठ, पं0 दीन दयाल उपाध्याय शोध पीठ, अटल सुशासन शोध पीठ, भाउराव देवरस शोध पीठ की स्थापना करायी गयी है। यह विश्वविद्यालय में उत्कृष्ठ शोध कार्यक्रमों की श्रृंखला हैं। उन्होंने कहा कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में वैदिक ज्ञान पर शोध के लिए शोध पीठ की स्थापना की गयी है।
ये भी पढ़ें:पुलिस से कांपे बदमाश: 50 हजार के इनामी पर चली गोलियां, जमकर हुई मुठभेड़
उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की जानकारी देने के साथ ही भविष्य की योजनाओं के सम्बन्ध में भी बताया। उन्होंने विद्यार्थियों में इमोशनल एवं स्प्रिचुअल कोशन्ट बढ़ाने के विश्वविद्यालय के प्रयासों के सम्बन्ध में भी अवगत कराया।
रिपोर्ट- श्रीधर अग्निहोत्री
दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।