नई जनसंख्या नीति पर विपक्ष का योगी सरकार पर हमला, कहा- 'चलाचली की बेला में ये कोरा पोलिटिकल एजेंडा'
सीएम योगी आदित्यनाथ ने यूपी में नई जनसंख्या नीति को लागू किया है, विपक्ष इसे चुनावी स्टंट बताकर बीजेपी पर हमला बोला है।
लखनऊ: जनससंख्या के लिहाज से देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में आज विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर यूपी सरकार ने नई जनसंख्या नीति को जारी किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश जनसंख्या नीति 2021-30 का विमोचन करते हुए दो लाभार्थियों को सम्मानित भी किया। योगी सरकार ने एलान किया है कि इस नीति के तहत जनसंख्या नियंत्रण में मदद करने वालों को सरकार की ओर से प्रोत्साहन दिया जाएगा। वहीं कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने इस अध्यादेश को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा है। विपक्ष का आरोप है कि चुनाव को देख बीजेपी ये सब कर रही है। बता दें आखिरी बार जनसंख्या नीति वर्ष 2000 में आई थी जो वर्ष 2016 तक के लक्ष्यों को ध्यान में रखकर लाई गई थी। अब नई नीति 2021 में लाई गई है जो वर्ष 2030 तक प्रभावी रहेगी।
सीएम योगी ने क्या कहा?
नई जनसंख्या नीति का विमोचन करने के बाद सीएम योगी ने कहा कि आबादी विस्तार के लिए गरीबी और अशिक्षा बड़ा कारक है। कुछ समुदायों में भी जनसंख्या को लेकर जागरूकता का अभाव है। ऐसे में समुदाय केंद्रित जागरूकता के प्रयास की जरूरत है। सीएम योगी ने कहा, 'समग्र विकास के लिए जनसंख्या नियंत्रण जरूरी है। जनसंख्या नियंत्रण के लिए कोशिश करनी चाहिए। बड़े पैमाने पर जागरूकता लाने की जरूरत है।
सीएम योगी ने कहा कि जनसंख्या नीति में समाज के हर तबके का ख्याल रखा जाएगा। बढ़ती जनसंख्या विकास में बाधक है। बीते कई दशकों से बढ़ती आबादी पर चर्चा जारी है। यूपी में प्रजनन की दर घटाने की जरूरत है। मां के बेहतर स्वास्थ्य के लिए दो बच्चों के बीच अंतर रखना होगा। हर तबके को इससे जुड़ना होगा। सीएम योगी ने कहा, समाज के विभिन्न तबकों को ध्यान में रखकर प्रदेश सरकार इस जनसंख्या नीति को लागू करने का काम कर रही है। जनसंख्या नीति का संबंध केवल जनसंख्या स्थिरीकरण के साथ ही नहीं है, बल्कि हर एक नागरिक के जीवन में खुशहाली और समृद्धि का रास्ता उसके द्वार तक पहुंचाना भी है।
नई जनसंख्या नीति पर सपा प्रवक्ता कपीश श्रीवास्तव क्या बोले
यूपी सरकार द्वारा लाई गई नई जनसंख्या नीति पर सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता कपीश श्रीवास्तव ने योगी सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि असल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए सरकार ऐसा कर रही है। उन्होंने कहा कि चलाचली की बेला में ऐसे कानून लाए जा रहे हैं जो सिर्फ 6 महीने ही प्रभावी रहेंगे, 6 महीने बाद प्रदेश में चुनाव होने जा रहा है, किसकी सरकार आएगी कोई नहीं जानता ऐसे में ये बिल सिर्फ भारतीय जनता पार्टी का दिखावा है। वो इसके प्रति जरा भी गंभीर नहीं है।
कांग्रेस प्रवक्ता अशोक सिंह ने क्या कहा
वहीं जब कांग्रेस प्रवक्ता अशोक सिंह से इस बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि संघ और भारतीय जनता पार्टी के नेता आबादी बढ़ाने की बात करते हैं, जनसंख्या नियंत्रण केंद्र का विषय है, उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को देखकर योगी आदित्यनाथ जी अध्यादेश ला रहे हैं, ये कोरा पोलिटिकल एजेंडा चुनाव के समय याद आया बीजेपी सरकार को।