भगवान में शक्ति होती तो भारत न पिछड़ताः सावित्रीबाई
उन्होंने कहा कि अपने हक और अधिकार के लिए देश का दलित और पिछड़ा वर्ग एकजुट हो चुका है। केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए सांसद ने कहा कि देश के विकास की बात कही जा रही है। लेकिन देश निरंतर पिछड़ता जा रहा है। सरकार मंदिर की राजनीति करती है। जबकि मंदिर से देश नहीं चलता, बल्कि संविधान से चलता है।
बहराइच: सांसद सावित्रीबाईफुले ने डाक बंगले में पत्रकारों से बात करते हुए केंद्र व प्रदेश सरकार के साथ-साथ भगवान पर भी निशाना साधा। सांसद बोली भगवान में शक्ति होती तो भारत न पिछड़ता। उन्होंने कहा कि देश भगवान से नहीं संविधान से चलता है। जब देश का दलित व पिछड़ा वर्ग नौकरी की मांग करता है तो प्रदेश सरकार मंदिर की बात करके मामले को डायवर्ट करती है।
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सांसद सावित्रीबाईफुले केंद्र व प्रदेश सरकार पर फायर दिखीं। उन्होंने कहा कि अपने हक और अधिकार के लिए देश का दलित और पिछड़ा वर्ग एकजुट हो चुका है। केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए सांसद ने कहा कि देश के विकास की बात कही जा रही है। लेकिन देश निरंतर पिछड़ता जा रहा है। सरकार मंदिर की राजनीति करती है। जबकि मंदिर से देश नहीं चलता, बल्कि संविधान से चलता है।
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उन्होंने कहा कि भारत को ३३ करोड़ देवी देवाताओं वाला देश कहा जाता है। लेकिन अगर भगवान में शक्ति होती तो भारत पिछड़ता नहीं। मंदिर से बहुजन, दलित, आदिवासी का पेट नहीं भरता। भगवान में शक्ति होती तो लोग भूखे नहीं रहते। अब अपने अधिकार के लिए बहुजन जाग चुका है। ऐसे में अब मंदिर की राजनीति नहीं चलेगी। सुप्रीमकोर्ट ने भी लोकतंत्र पर खतरा बताया है। यह इस ओर इशारा करता है कि देश में गैरबराबरी है। देश संविधान के तहत नहीं बल्कि मनु स्मृति के द्वारा चल रहा है।
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