UP में Corona जांच का आंकड़ा हुआ तीन लाख के पार, रोजाना हो रहे है 10 हजार टेस्ट
केजीएमयू तथा एसजीपीजीआई जैसे महत्वपूर्ण लैब में काबास मशीनों को भी स्थापित किए जाने की कार्यवाही चल रही है। इससे निकट भविष्य में प्रदेश में करोना जांच की क्षमता प्रतिदिन 15000 से अधिक हो जाएगी।
लखनऊ। Corona वायरस संक्रमण से लड़ाई में यूपी में जांच का आंकड़ा 03 लाख के पार हो गया है। यूपी में अब 32 लैबों में रोजाना 10 हजार कोरोना संक्रमण की जांच की जा रही है। इनमे से 22 लैब राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं संस्थानों में है।
कोबास मशीनों को लगाने की कार्यवाही
जांच की संख्या और गति को बढ़ाने के लिए राज्य की महत्वपूर्ण राजकीय लैबों में आरएनए एक्सट्रैक्टर मशीन लगायी जा रही है। इसके साथ ही केजीएमयू और एसजीपीजीआई जैसी महत्वपूर्ण जांच केंद्रों में कोबास मशीन लगाने की कार्यवाही भी चल रही है। इससे प्रदेश में रोजाना कोरोना जांच की क्षमता बढ़ कर 15 हजार जांच प्रतिदिन हो जायेगी।
प्रदेश के प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डा. रजनीश दुबे ने बुधवार को बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशन में प्रदेश आज कोरोना वायरस संक्रमण के जांच की संख्या 03 लाख का आंकड़ा पार करने में सफल हुआ है। उन्होंने बताया कि बीती 23 मार्च 2020 तक मात्र 1031 जांच की गई थी।
बढ़ी जांच क्षमता
मुख्यमंत्री के दिशा निर्देशन में जांच की क्षमता बढ़ाते हुए बीती 11 मई को एक लाख व 22 मई को 02 लाख जांच करते हुए यह आंकड़ा आज 03 लाख के पार पहुंच गया है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में 10,000 कोराना टेस्ट प्रतिदिन किए जा रहे हैं।
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डा. दुबे ने बताया कि 23 मार्च 2020 को उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस की जांच के लिए केवल केजीएमयू लखनऊ में माइक्रो बायोलॉजी लैब थी। लेकिन मौजूदा समय में यूपी में राजकीय व निजी लैब को मिला कर कुल 32 लैब में कोरोना जांच की जा रही है।
इनमें से 22 लैब राजकीय मेडिकल कालेज व संस्थानों में संचालित हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सा शिक्षा विभाग के सघन प्रयास से बीती 06 अप्रैल तक 10 लैब, 04 मई तक 20 लैब और 28 मई 2020 तक 30 लैब करते हुए आज प्रदेश में 32 लैबों में कोरोना जांच की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
रैपिड आर एन ए एक्सट्रैक्टर मशीनें भी लग रही हैं
प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा ने कहा कि प्रदेश सरकार के समक्ष कोरोना वायरस जैसे महामारी से निपटने के लिए कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की तीव्र गति से जांच करना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि कोरोना मरीजों की लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए जांच क्षमता को बढ़ाए जाने के लिए रैपिड आर एन ए एक्सट्रैक्टर मशीनों को भी प्रदेश के महत्वपूर्ण राजकीय क्षेत्र के लैब में लगाया जा रहा है।
साथ ही केजीएमयू तथा एसजीपीजीआई जैसे महत्वपूर्ण लैब में काबास मशीनों को भी स्थापित किए जाने की कार्यवाही चल रही है। इससे निकट भविष्य में प्रदेश में करोना जांच की क्षमता प्रतिदिन 15000 से अधिक हो जाएगी।