बहती लाशों की खबर के 24 घंटे बाद पहुंचा उन्नाव का प्रशासन, कहा- नहीं दिखी कोई लाश

Dead bodies in Ganga: यूपी के उन्नाव में गंगा में तैरते हुए पाए गए शव, लेकिन प्रशासन ने कहा कि नदी में कोई लाश नहीं दिखी।

Reporter :  Network
Published By :  Shreya
Update: 2021-05-31 03:17 GMT

नदी में बहती लाशें (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Dead Bodies in Ganga: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के उन्नाव (Unnao) जिले में बीते 3 दिन से गंगा (Ganga River) का जलस्तर बढ़ रहा है और कई जगहों पर कटान भी शुरू हो गई है। वहीं कटान ने गंगा की रेती में दफन हुए शवों को बाहर निकलकर बहने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। लेकिन मौके पर 24 घंटे के बाद पहुंचे अफसरों (Unnao Administration) ने ऐसी किसी भी घटना से इनकार कर पल्ला झाड़ने की कोशिश की है।

उन्नाव जिले (Unnao) में गंगा की रेती में दफन हुए शवों को बाहर निकलकर बहने की कहानी खुद ग्रामीण बयां कर रहे हैं, वहीं अधिकारी इससे इतर बात कर रहे हैं और शवों के गंगा में नहीं बहते मिलने का दावा कर रहे हैं। मौके पर मौजूद स्थानीय ग्रामीणों का दावा है कि उन्होंने कई शवों को निकलकर बहते हुए देखा है। ग्रामीणों की मानें तो अब तक 50 से ज्यादा शव बह चुके हैं।

SDM का दावा नहीं दिखा कोई शव

मौके पर जाकर देखने के बाद एसडीएम बीघापुर दयाशंकर पाठक (SDM Bighapur Dayashankar Pathak) ने दावा है किया है कि उन्होंने पुलिस के अधिकारियों के साथ गंगा का निरीक्षण किया है, लेकिन उन्हें कोई शव बहता नहीं दिखाई दिया। 

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो

आपको बता दें कि उन्नाव के बीघापुर तहसील क्षेत्र के बक्सर घाट पर लगभग 20 दिन पहले नदी के किनारे और धारा के बीच में दर्जनों शव दफनाए हुए मिले थे, कोरोना के समय ग्रामीण इलाकों में हुई सैकड़ों संदिग्ध मौतों के बाद परिजनों ने शवों को दफनाया और कुछ ने शवों को दाह संस्कार कर अंतिम संस्कार किया। धारा के बीच में जिन शवों को टीले पर दफनाया गया था, वहां पर गंगा का जलस्तर 3 दिन से बढ़ने के कारण शव उफनाने लगे। कई शव गंगा में तैरते भी दिखाई दिए। जिसका वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर खूब वायरल (Viral Video) हुआ। वहीं कुछ शवों को पक्षी भी नोंचते भी दिखे थे।

(फोटो साभार- सोशल मीडिया)

अधिकारियों ने शव बहने की बात से किया इनकार

जब खबरें सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हुई तो अधिकारी 24 घंटे बाद निरीक्षण के लिए निकल पड़े। मौके पर जाने के बाद एसडीएम बीघापुर दयाशंकर पाठक (SDM Bighapur Dayashankar Pathak) ने दावा करते हुए बताया कि उन्होंने पुलिस अधिकारियों के साथ गंगा का निरीक्षण किया तो उन्हें कोई भी शव बहता हुआ नहीं दिखा। ऐसे में ये भी हो सकता है कि जब शव गंगा के पानी में बहते हुए आगे निकल गए हैं तो प्रशासन वहां पर गया है, जिससे उनको वहां कोई शव नहीं दिखा है।

इसलिए नदी में शवों को किया गया प्रवाह

जाहिर है कि बीते दिनों प्रदेश में कोरोना वायरस व अन्य बीमारियों से मौतों का ग्राफ काफी बढ़ गया था। ऐसे में श्मशान घाट पर जगह भी कम पड़ने लगी थी। ऐसा ही कुछ हुआ फतेहपुर और रायबरेली जिले की सीमा पर स्थित बीघापुर के बक्सर श्मशान घाट पर, जहां पर जगह कम पड़ने के चलते लोगों ने गंगा के बीच स्थित रेत के टीले पर सैकड़ों शव दफना दिए थे। जो अब बारिश के बाद नदी के ऊपर आ गए हैं। वहीं, नदी किनारे और धारा के बीच टीले पर दफनाए गए शव खुले होने से और कुत्तों द्वारा इधर उधर करने से संक्रमण बढ़ने का खतरा बढ़ गया था।

कम होते प्रकोप के बीच संक्रमण का खतरा

गौरतलब है कि कोरोना वायरस संकट के बीच अलग अलग राज्यों से शवों को नदियों में फेंकने के कई मामले सामने आए हैं। इसमें उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्य भी शामिल हैं। इस बीच अब यूपी के उन्नाव जिले में शवों को नदी में बहता देखा लोगों के बीच हड़कंप मच गया। यहां पर गंगा का जलस्तर बढ़ने से नदी में शव उतराते हुए नजर आए, जिससे संक्रमण के बढ़ जाने का भी डर पैदा होने लगा है। जहां उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर का प्रकोप थमता नजर आ रहा है तो वहीं नदी में शवों के मिलने से संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। 

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