आग का गोला बनी डीसीएम, बाल-बाल बची चालक की जान
यूपी के जिला मुख्यालय से करीब 55 किमी दूर जीटी रोड पर प्रेमपुर चौकी इलाके के रामखेड़ा पुलिया के पास हाथरस जा रही खली से भरी डीसीएम में अचानक आग लग गई। कुछ ही देर में डीसीएम आग का गोला बन गई।
कन्नौज: यूपी के जिला मुख्यालय से करीब 55 किमी दूर जीटी रोड पर प्रेमपुर चौकी इलाके के रामखेड़ा पुलिया के पास हाथरस जा रही खली से भरी डीसीएम में अचानक आग लग गई। कुछ ही देर में डीसीएम आग का गोला बन गई। जल रही डीसीएम को देख मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई। फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। आग बुझाने में दमकल कर्मियों को काफी मशक्कत करनी पड़ी। हादसे में डीसीएम चालक बाल-बाल बच गया।
बताया गया है कि कोतवाली छिबरामऊ इलाके के निवासी भगवान दास गुप्ता की डीसीएम में खली लदी थी, जो हाथरस ले जाई जा रही थी। सोमवार रात जैसे ही डीसीएम जीटी रोड पर प्रेमपुर चौकी क्षेत्र के रामखेड़ा पुलिया के पास पहुंची, तभी अचानक डीसीएम में आग लग गई। कुछ ही देर में डीसीएम धू-धू कर जलने लगी।
यह भी पढ़ें...सुप्रीम कोर्ट पहुंचा कोरोना, कर्मचारी निकला पॉजिटिव, दो को किया गया क्वारंटीन
डीसीएम से उठती लपटों को देख आस-पड़ोस गांव के लोग मौके की और पहुंचे। उधर जैसे ही डीसीएम में आग लगी वैसे ही क्षेत्र के ग्राम खरौली निवासी चालक सत्यपाल व कुरावली थाना अंतर्गत राजेपुरा गांव निवासी क्लीनर अजय गाड़ी से कूदकर जान बचाकर भाग खड़े हुऐ।
यह भी पढ़ें...लॉकडाउन: फंसे छात्रों को घर पहुंचाएगी सरकार, जानें प्रयागराज से कब-कब जाएंगी बसें
सूचना पर पहुंचे कोतवाल शैलेंद्र कुमार मिश्र ने फायर बिग्रेड को सूचना दी। कुछ ही देर बाद फायर बिग्रेड ने मौके पर जाकर आग बुझाने का प्रयास किया। जब तक आग बुझाई जाती, तब तक डीसीएम और उसमें लदी खली पूरी तरह जलकर राख हो चुकी थी। मालूम हो दिसंबर माह में जीटी रोड पर घिलोई गांव के पास स्लीपर बस और ट्रक की भिड़ंत हुई थी जिसमें आग लग गई थी और दोनों वाहन जलकर राख हो गए थे।
यह भी पढ़ें...लॉकडाउन में डीएम का कड़ा एक्शन, कहा-आज ही दें क्वारंटीन सेंटरों की रिपोर्ट
इस हादसे में ट्रक चालक समेत स्लीपर बस में सवार लगभग नौ लोग जलकर राख हो गए थे और लगभग 2 दर्जन से अधिक लोग घायल हुए थे। इस मामले की जांच पूरी नही हुई है। डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट भी नही आई, क्योंकि शव बुरी तरह जल गए थे, जिनके अवशेष ही बचे थे। जिसकी वजह से उनकी शिनाख्त नही हो सकी थी। परिजनों ने दावा किया तो उनका डीएनए सैम्पल लैब को भेजा गया था।
रिपोर्ट: अजय मिश्रा