चुनाव में प्रचंड जीत के बाद योगी कैबिनेट की पहली बैठक में लिए गए ये फैसले

बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान किसानों ने सबसे बड़ी शिकायत छुट्टा पशुओं से फसलों के नुकसान की बात बताई थी। जिस पर सरकार ने मंजूरी दे दी।

Update: 2019-05-28 10:10 GMT

लखनऊ: देश मे लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई पहली कैबिनेट बैठक में गो वंश संरक्षण एवं संवर्धन कोष नियमावली-2019 को मंजूरी देने सहित सात प्रस्तावों पर मुहर लगी। इसमें छुट्टा पशुओं से किसानों को होने वाली परेशानियों का मुद्दा अहम है।

बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान किसानों ने सबसे बड़ी शिकायत छुट्टा पशुओं से फसलों के नुकसान की बात बताई थी। जिस पर सरकार ने मंजूरी दे दी।

बैठक में लोकसभा चुनाव में मिली प्रचंड जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए आभार व जनता के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया गया। वहीं, शांतिपूर्ण चुनाव के लिए सभी स्टॉकहोल्डर्स का आभार जताया गया।

ये भी पढ़ें— सांसद बनी बंगाली एक्ट्रेस Mimi और Nusrat, संसद के सामने किया ये, हो रही ट्रोल

- यूपी गन्ना आपूर्ति विनिमय और क्रय में बदलाव के प्रस्ताव पर लगी मुहर। कमीशन को हटाकर अंशदान शब्द रख दिया है। इससे टैक्स लाइबिलिटी बढ़ जाती थी। पिछले 2 साल में 1.67 करोड़ रुपये टैक्स में चले गए।

- बैठक में राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम-1973 1975 में संशोधन का प्रस्ताव पारित किया गया। इसके साथ ही अमेठी में स्थित कॉलेजों को कानपुर विश्वविद्यालय से सम्बद्घ करने पर सहमति।

- गौ संवर्धन नियमावली में बदलाव किया गया। जिसमें गौ आश्रय स्थल के संचालन की नियमावली बन गई है। इसके लिए कार्पस फंड बनाया जाएगा।

- 31 मार्च 2018 को समाप्त हुए वर्ष में शराब के उत्पादन व बिक्री के मूल्य निर्धारण के संबंध में सीएजी की रिपोर्ट विधानमंडल के समक्ष पेश करने के लिए राज्यपाल की सहमति लेने की मंजूरी का प्रस्ताव।

ये भी पढ़ें— प्रणब मुखर्जी से मिले नरेंद्र मोदी, जानिए पूर्व राष्ट्रपति ने पीएम को क्या खिलाया

- 2018-19 में प्राविधिक शिक्षा व नागरिक उड्डयन विभाग में एकमुश्त बजट व्यवस्था के अंतर्गत जारी की गई स्वीकृतियों से कैबिनेट को अवगत कराना।

- गौतमबुद्ध नगर में ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट के निर्माण एवं विस्तार के लिए आये सुझाव का प्रस्ताव पास किया गया है। निर्माण के लिए 1471 एकड़ जमीन का अदिग्रहण किया गया है। इसके लिए 894 करोड़ रुपये की हुई स्वीकृति, पीपीपी मॉडल पर विस्तार होगा। इसके लिए 30 मई को टेंडर होगा। जो कि 6 महीने में टेंडर प्रक्रिया पूरी की जायेगी। 4 फेज में होगा निर्माण कार्य संपन्न किया जायेगा।

- रमाला चीनी मिल के पूरी तरह से सरकार ही चलाएगी।

Tags:    

Similar News