Deoria Hatyakand: कब्जे की जमीन पर बनी है प्रेमचंद यादव की हवेली, कोर्ट के आदेश के बाद चलेगा बुलडोजर
Deoria Hatyakand: सोमवार को पूर्व जिला पंचायत समिति सदस्य मृतक प्रेमचंद यादव के फतेहपुर गांव स्थित आलीशान हवेली और जमीन की पैमाइश पूरी कर मार्किंग कर दी गई है।
Deoria Hatyakand: देवरिया हत्याकांड को लेकर प्रदेश में सियासी उबाल आया हुआ है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और मुख्य विपक्षी सपा आमने-सामने है। इन सबके बीच पुलिस-प्रशासन आरोपी पक्ष के खिलाफ कार्रवाई में जुटा हुआ है। सोमवार को पूर्व जिला पंचायत समिति सदस्य मृतक प्रेमचंद यादव के फतेहपुर गांव स्थित आलीशान हवेली और जमीन की पैमाइश पूरी कर मार्किंग कर दी गई है। जिस जमीन पर मकान बना है, उसको लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है।
बताया जा रहा है कि मृतक प्रेमचंद यादव का भव्य मकान बंजर जमीन को कब्जा करके बनाया गया है। राजस्व विभाग की टीम फील्ड बुक तैयार करने में जुट गई है। कोर्ट के आदेश के बाद आलीशान कोठी पर बुलडोजर चलना तय है। बुलडोजर एक्शन को लेकर पहले से ही तनाव का माहौल है। ऐसे में गांव में भारी संख्या में पुलिसफोर्स की तैनाती हो रखी है। इसके अलावा जिला प्रशासन ने फतेहपुर में धारा 144 भी लागू कर दी है।
परिवार लगा रहा गलत नापी का आरोप
बंजर जमीन को कब्जा कर मकान बनाने के आरोप को प्रेमचंद यादव के परिवार ने खारिज किया है। प्रेमचंद की बेटियों और पत्नी ने राजस्वकर्मियों पर गलत नापी करने का आरोप लगाया है। प्रेमचंद की बेटियों का कहना है कि उनके चाचा राम जी यादव जेल में हैं, उन्हें लाया जाए और फिर उनके सामने नापी हो, फिर वो जो भी कहेंगे हम उसे मानेंगे।
वहीं, समाजवाजी पार्टी भी प्रेमचंद यादव के परिवार के समर्थन में खुलकर मैदान में है। पार्टी के युवा विंग युवजन सभा के प्रदेश सचिव महेश यादव ने कहा कि प्रशासन द्वारा पूरे मकान को ही बंजर जमीन पर बने होने की बात कही जा रही है। जबकि यह प्रेमचंद यादव के पिता राम भवन यादव द्वारा बनवाया गया है। राम भवन फौज से रिटायर्ड हैं। सपा नेता ने सीएम योगी आदित्यनाथ से अनाथ बेटियों के साथ न्याय करने की अपील की है।
गांव में धारा 144 लागू
देवरिया कांड के बाद चर्चा में आया फतेहपुर गांव में तनाव कायम है। राजनेताओं के लगातार आगमन से पुलिस-प्रशासन के सामने लॉ एंड ऑर्डर को बनाए रखने में और मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जिसे देखते हुए जिला प्रशासन ने सोमवार को गांव में धारा 144 लागू कर दी है। दरअसल, कल जब राजस्व विभाग की टीम पैमाइश करने पहुंची तो प्रेमचंद यादव के समर्थकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया और काम में बाधा डालने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर मौके से सबको खदेड़ दिया था। जिसके बाद पैमाइश की प्रक्रिया पूरी हो सकी।
बता दें कि 2 अक्टूबर को जमीनी विवाद में सत्यप्रकाश दुबे और उसके परिवार के चार सदस्यों की हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में सत्यप्रकाश के दो बेटे देवेश और अनमोल ही जीवित बच पाए। प्रेमचंद यादव के करीबियों पर वारदात को अंजाम देने के आरोप है। प्रेमचंद की भी हत्या हो चुकी है।