Deoria News: सोना तस्करों का गेट-वे बना देवरिया! रेलवे स्टेशन से 1.31 करोड़ के सोने के बिस्किट के साथ दो गिरफ्तार
Deoria News: चेकिंग के दौरान दो संदिग्ध लोग दिखे। उनकी पड़ताल की गई तो उनके बैग से 17 सोने के बिस्किट बरामद हुए। जिसका वजन 2 किलो 100 ग्राम है।
Deoria News: भारत में सोना तस्करी बहुत बड़े पैमाने पर होती रही है। मुंबई, नार्थबंगाल, नेपाल के सीमावर्ती इलाकों में अक्सर सोने तस्करी के कॅरियर पकड़े जाते रहे हैं। कॅरियर उन लोगों को कहा जाता है, जो सोने को शरीर में छिपाकर एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचा देते हैं, जिसकी एवज में उन्हें एक निश्चित धनराशि मिल जाती है। लेकिन यूपी के देवरिया तक सोने तस्करों की जड़ों होंगी, इसकी बानगी यहां रेलवे स्टेशन पर हुई बरामदगी से सामने आई।
चेकिंग के दौरान हत्थे चढ़े तस्कर, दो किलो सोना बरामद
उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद में बीती रात जीआरपी और आरपीएफ की टीम चेकिंग कर रही थी। इसी बीच गोरखपुर से डायरेक्टर ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस की टीम ने देवरिया सदर रेलवे स्टेशन से तस्करी के बिस्किट बाहर भेजने की सूचना दी। जिसके बाद जीआरपी के थानेदार सुधाकर उपाध्याय और डायरेक्टर ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस की टीम यात्रियों की तलाशी लेने लगे। इसी दौरान दो संदिग्ध लोग दिखे। उनकी पड़ताल की गई तो उनके बैग से 17 सोने के बिस्किट बरामद हुए। जिसका वजन 2 किलो 100 ग्राम है। जिसकी कीमत एक करोड़ 31 लाख बताई जा रही है।
देवरिया के ही रहने वाले हैं कॅरियर
सोना तस्करी में पकड़े गए युवक और युवती की पहचान देवरिया जनपद के गायत्रीपुरम में रामगुलाम टोला निवासी अमित वर्मा पुत्र विनय वर्मा तथा नेहा वर्मा पुत्री विजय वर्मा के रूप में हुई। तस्करों को पकड़ने वाली टीम को एसपी जीआरपी ने नगद पुरस्कार देने की घोषणा की। गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक सुधाकर उपाध्याय, एसआई अरविंद कुमार, हेड कांस्टेबल अमित कुमार तिवारी, राम दुलारे यादव, संतोष कुमार यादव, कांस्टेबल अजीत कुमार, समर साकेत और महिला कांस्टेबल संगीता यादव शामिल थीं।
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सोना तस्करी पर नहीं लग पा रही लगाम
भारत में सोने की खपत इसके उत्पादन से कहीं ज्यादा है। सोना दूसरे देशों से आयात भी सीमित मात्रा में किया जाता है, चूंकि इससे देश की पूंजी बाहर जाने और रूपए के अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दामों के गिरने की संभावना रहती है। अर्थव्यवस्था का गणित ऐसा है कि सोने की मांग के सापेक्ष आपूर्ति करने के लिए सोना तस्करों की सक्रियता पनपने लगती है। लंबे अर्से से सोना तस्करी के मामले सामने आते रहे हैं। हालांकि, सुरक्षा एजेंसियों की मुस्तैदी से अक्सर उन्हें दबोच लिया जाता है और माल की बरामदगी हो जाती है।