देसी से लेकर अंग्रेजी सब दुकानों के बाहर लगी लाइन, तैनात पुलिस प्रशासन
चाहे वह गांव हो या शहर कस्बा हो सब जगह फिलहाल शराब की दुकानों के बाहर आज लाइन लगी हुई है। लोगों का यह मानना है कि शराब से कोरोना जैसी बीमारी नहीं होगी।
अयोध्या: लाकडाउन के तीसरे चरण की शुरुआत से ही सरकारी ठेके, देसी विदेशी बियर कि दुकान खुलने के बाद ठेके पर लोग दौड़ पड़े हैं। चाहे वह पुलिस हो वकील हो डॉक्टर हो मेहनत कश मजदूर हो समाज का कोई भी वर्ग यह शराब लेने से अछूता नहीं दिखाई पड़ रहा है। कोरोना जैसी महामारी के बीच सरकार द्वारा शराब से पाबंदी हटाने के बाद पूरे जिले की शराब की दुकानों पर यह दृश्य देखने को मिला पड़ रहा है।
दुकानों के बाहर लगी लंबी लाइन
चाहे वह गांव हो या शहर कस्बा हो सब जगह फिलहाल शराब की दुकानों के बाहर आज लाइन लगी हुई है। लोगों का यह मानना है कि शराब से कोरोना जैसी बीमारी नहीं होगी। इस बात ने भीड़ को और बढ़ावा दिया है। फिलहाल सरकार ने मान लिया है की शराब के सेवन से किसी प्रकार का नुकसान किसी को नहीं हो सकता है। इसीलिए उसने शराब से पाबंदी हटा कर उसकी बिक्री खोल दी है।
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एक तरफ सरकार से लोग आर्थिक मंदी व आमदनी के स्रोत बंद हो जाने के कारण सहायता की गुहार कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ सड़कों पर शराब लेने के लिए इस भीषण गर्मी में लाइन में खड़े होकर अपने नंबर के आने का इंतजार कर रहे हैं। इन शराब की दुकानों पर आज सुबह से ही शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी। लोगों की लाइन लगवाना शारीरिक दूरी का ख्याल रखना।
डीएम ने किया निरीक्षण
लाख डाउन के तृतीय चरण की व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए जिला मजिस्ट्रेट अनुज कुमार झा व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी की संयुक्त टीम ने शहर से लेकर ग्रामीण स्तर तक की बाजारों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने काफी दिशा निर्देश भी दिए। सरकारी कार्यालय फिलहाल खुले हुए हैं। लेकिन इन कार्यालयों में आम जनमानस की कोई आमद रफत नहीं दिखाई पड़ रही है।
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जिला न्यायालय में अगले आदेश तक अवकाश घोषित कर दिया गया है। जिसके चलते जिला कचहरी में फिलहाल सन्नाटा पसरा हुआ है। छोटे-मोटे कामों के लिए लोग परेशान हैं। फिलहाल लाक डाउन के तीसरे चरण में आम जनमानस को कोई लाभ मिलता नहीं दिखाई पड़ रहा है। जिससे वह अपनी दिनचर्या शुरू कर अपनी आर्थिक स्थिति को ठीक कर सके।
नाथ बख्श सिंह