अपराध घटे पर डीजीपी गरम, जानिए क्यों
डीजीपी ने कहा कि प्रदेश के अलग-अलग जनपदों से शिकायत मिल रही है कि वाहन चेकिंग के दौरान आम जनता से पुलिस द्वारा दुर्व्यवहार किया जा रहा है। इसको देखते हुए यह निर्देश दिए गए हैं कि सिर्फ संख्या बढ़ाने के लिए चालान न किया जाएं, बल्कि उनकी उपयोगिता भी हो।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बढ़े अपराध को लेकर पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने मंगलवार को सिग्नेचर भवन में बैठक की। इसमें लखनऊ के सभी पुलिस अधिकारियों व थानेदार मौजूद रहे।
बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर डीजीपी ने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई और जल्द ही इसे सुधारने के निर्देश दिए। उन्होंने मीडिया के सवालों पर कहा कि पिछले साल की तुलना में इस वर्ष अपराध में कमी आयी है।
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लखनऊ में पुलिस खामोश तो अपराधी बेखौफ होकर चोरी, लूट और हत्या की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। जबकि पुलिस उनको पकड़ भी नहीं पा रही।
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डीजीपी ने बताया कि बीते सितम्बर माह में लखनऊ में कुछ ऐसी घटनाएं हुई है, जिसका खुलासा भी अभी तक थानेदार नहीं कर पाए। इतना हीं नहीं अपराध को रोकने में भी फिसड्डी साबित हो रहे हैं।
उन्होंने साफ तौर पर कहा कि घटनाओं का खुलासा जल्द से जल्द थानेदार करें नहीं तो लापरवाही बरतने पर उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
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इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इसके अलावा अधिकांश बदमाश इन वारदातों को अंजाम देने के लिए अवैध असलहों को उपयोग करते हैं। ऐसे में अवैध असलहों के खिलाफ भी विशेष अभियान चलाया जाये।
डीजीपी ने कहा...
डीजीपी ने कहा कि प्रदेश के अलग-अलग जनपदों से शिकायत मिल रही है कि वाहन चेकिंग के दौरान आम जनता से पुलिस द्वारा दुर्व्यवहार किया जा रहा है। इसको देखते हुए यह निर्देश दिए गए हैं कि सिर्फ संख्या बढ़ाने के लिए चालान न किया जाएं, बल्कि उनकी उपयोगिता भी हो।
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उन्होंने अधिनस्त अधिकारियों को निर्देश दिये है कि पुलिस अगर वाहन चेकिंग के दौरान दुर्व्यवहार करती है तो सम्बन्तिध पुलिस कर्मी के खिलाफ कार्रवाई होगी।
मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए डीजीपी ने कहा कि पिछले वर्ष की तुलना की जाय तो इस वर्ष में अपराध में कमी आयी है। पुलिस घटित घटनाओं के खुलासे में लगी हुई है।
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टेक्नोलॉजी, मानवीय संवेदना नहीं हो सकती अतः पुलिस कर्मियों को अधिक संवेदनशील होकर कार्य करने की आवश्यकता है। पुलिस कर्मी अपनी कार्यशैली में और अधिक संवदेनशीलता लाये तथा व्यवसायिक दक्षता से कार्य करें।
डीजीपी ने जिन मुकदमों में अनावरण नहीं हुआ है संबंधित का उत्तरदायित्व निर्धारित करते हुये अतिशीघ्र अनावरण किया जाये तथा जिन मुकदमों में अनावरण हो चुका है उनमें अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी की जाये। अवैध शस्त्रों की प्रभावी ढंग से चेकिंग की जाये।
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इसके साथ ही किसी घटना में अवैध शस्त्र का प्रयोग हुआ हो तो उसके श्रोतो तक पहुंचकर प्रभावी कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिए है।
डीजीपी ने दिया निर्देश...
डीजीपी ने निर्देश दिया कि उपजिलाधिकारी व क्षेत्राधिकारी द्वारा संयुक्त रूप से शस्त्र लाइसेंसी दुकानों के कारतूसों की आकस्मिक चेकिंग की जाये। शस्त्र की दुकानों से निर्गत कारतूसों एवं लाइसेंसी के पास उपलब्ध कारतूसों का समेकित सत्यापन कर वस्तुस्थिति का पता लगाकर आवश्यक कार्यवाही की जाये।
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