कृषि रक्षा विभाग ने किसानों के लिए जारी की ऐडवाइजरी, दिए जरुरी निर्देश

जिला कृषि रक्षा अधिकारी मेरठ प्रमोद सिरोही ने आज कहा कि धान की फसल लगभग 100 दिन की हो चुकी है फसल में इस समय बालियाँ निकल रही है क्षेत्र में सर्वेक्षण के समय धान में कहीं-कहीं गन्धी कीट, भूरा फूदका कीट देखने में आया है व मक्का की फसल में फॉल आर्मी वोर्म कीट के प्रकोप की सम्भावना है ।

Update:2020-09-22 19:21 IST
कृषि रक्षा विभाग ने किसानों के लिए जारी की ऐडवाइजरी, दिए जरुरी निर्देश (social media)

मेरठ: जिला कृषि रक्षा अधिकारी मेरठ प्रमोद सिरोही ने आज कहा कि धान की फसल लगभग 100 दिन की हो चुकी है फसल में इस समय बालियाँ निकल रही है क्षेत्र में सर्वेक्षण के समय धान में कहीं-कहीं गन्धी कीट, भूरा फूदका कीट देखने में आया है व मक्का की फसल में फॉल आर्मी वोर्म कीट के प्रकोप की सम्भावना है । जिला कृषि अधिकारी ने किसानों से अपील की है कि अपनी फसल की प्रतिदिन निगरानी करते रहे। उन्होने विभिन्न कीट जैसे गन्धी कीट, धान का भूरा फूदका कीट व मक्का के फॉल आर्मी वोर्म की पहचान व उसके उपचार के बारे में जानकारी दी।

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प्रमोद सिरोही ने कीटो की पहचान एवं उपचार के बारे मे जानकारी देते हुये बताया

जिला कृषि रक्षा अधिकारी मेरठ प्रमोद सिरोही ने कीटो की पहचान एवं उपचार के बारे मे जानकारी देते हुये बताया कि गन्धी कीट की पहचान है कि यह कीट फसल की दुग्धावस्था में बालियों पर बैठकर दानों का रस चूसता है जिससे बाली में दाने नहीं बनते और जिसके कारण फसल की पैदावार प्रभावित हो जाती है।

उन्होंने इसके उपचार के बारे में बताया कि धान की फसल में नाइट्रोजन का प्रयोग बन्द कर दे और कीट का प्रकोप होने पर इमिडाक्लोप्रिड 17.8 प्रतिशत का 0.300 ली0/है0 (500-600 ली0 पानी के साथ स्प्रै करें या मिथाइल पैराथियान 2 प्रतिशत धूल का 25 कि0ग्रा0/है0 बुरकाव करे या मैलाथियान 5 प्रतिशत धूल का 25 कि0ग्रा0/है0 में बुरकाव करे।

उन्होंने बताया कि धान का भूरा फूदका कीट की पहचान है कि वह धान की फसल में यह कीट जड़ से ऊपर तने पर बैठकर पौधे का रस चूसता रहता है इस कीट का प्रकोप बहुत तेजी से बढ़ता है और यह खेत में जगह-जगह रस चूसकर पौधो को सुखा देता है। जिसके कारण फसल जगह-जगह जली सी व सुखी सी नजर आती है।

धान की फसल में नाइट्रोजन का प्रयोग बन्द कर दे

उन्होंने इसके उपचार के बारे में बताया कि धान की फसल में नाइट्रोजन का प्रयोग बन्द कर दे साथ ही इमिडाक्लोप्रिड 17.8 प्रतिशत का 0.300 ली0/है0 या डायमैथोएट 30 प्रतिशत का 1.250 ली0/है0 या बी0पी0एम0सी0 50 प्रतिशत का 1 ली0/है0 या डाईक्लोरोवास 76 प्रतिशत का 0.500 ली0/है0 या ब्युप्रोफेजिन 25 प्रतिशत का 0.600 ली0/है0 या थायोमैथाक्सम 25 प्रतिशत का 0.500 कि0ग्रा0/है0 में से किसी एक कृषि रक्षा रसायन का 500-600 ली0 पानी के साथ स्प्रै करे सर्वप्रथम जिस स्थान पर कीट का प्रकोप है और इसके पष्चात पूरे खेत में स्प्रै कर दें।

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उन्होंने बताया कि मक्का के फॉल आर्मी वोर्म की पहचान है

उन्होंने बताया कि मक्का के फॉल आर्मी वोर्म की पहचान है कि मक्का की फसल को इस कीट की लार्वा अवस्था हानि पहुँचाती है यह कीट गहरे धुसर रंग का होता है और इसकी पीठ पर तीन धारियों पर छोटे छोटे काले धब्बे दिखाई पड़ते है। इसके सिर का आकार उल्टे वी की तरह होता है इस कीट का लार्वा मक्का फसल की पत्तियों पर लम्बवत या गोल छिद्र करता है इसके साथ ही दानों को भी नष्ट करता है। उन्होने इसके उपचार के बारे में बताया कि क्यूनालफास 25 प्रतिशत का 1.5 ली0/है0 या प्रोफेनोफास 40 प्रतिशत$ साइपरमैथ्रिन 5 प्रतिशत का 1.25 ली0/है0 या क्लोरोपायरीफास 20 प्रतिशत का 1.5 ली0/है0 में से किसी भी एक कृषि रसायन का 500-600 ली0 पानी में मिलाकर स्प्रै करें।

सुशील कुमार

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