अयोध्या में जिलाधिकारी ने किया निरीक्षण, दिए ये सख्त आदेश
जिला महिला चिकित्सालय में कोविड हेल्प डेस्क पर पल्स ऑक्सीमीटर उपलब्ध नहीं है, प्रवेश द्वार के पास लगा सेंसरयुक्त सैनिटाइजर उपकरण सही ढंग से क्रियाशील नहीं है। यह सब जिलाधिकारी अनुज कुमार झा द्वारा निरीक्षण के दौरान मिला जिसे तत्काल ठीक कराने तथा पल्स आक्सीमीटर की उपलब्धता सुनिश्चित कर इसे उपयोग में लानें के निर्देश दिये।
अयोध्या : जिला महिला चिकित्सालय मैं कोविड हेल्प डेस्क पर पल्स ऑक्सीमीटर उपलब्ध नहीं है, प्रवेश द्वार के पास लगा सेंसरयुक्त सैनिटाइजर उपकरण सही ढंग से क्रियाशील नहीं है यह सब जिलाधिकारी अनुज कुमार झा द्वारा निरीक्षण के दौरान मिला जिसे तत्काल ठीक कराने तथा पल्स ऑक्सीमीटर की उपलब्धता सुनिश्चित कर इसे उपयोग में लानें के निर्देश दिये।
फ्लैक्सी बोर्ड जीर्ण-शीर्ण स्थिति
निरीक्षण के दौरान हाल में टीकाकरण से सम्बन्धित लगा फ्लैक्सी बोर्ड जीर्ण-शीर्ण स्थिति में पाया गया जिसे जिलाधिकारी ने तत्काल ठीक कराने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने चिकित्सालयों में कोविड-19 के दृष्टिगत चिकित्सालय में मरीज के साथ एक तीमारदार से अधिक व्यक्ति न आयें, इसे सुनिश्चित करने हेतु विजिटर्स काॅर्ड निर्गत करने के निर्देश दिये। उन्होंने चिकित्सालय के अन्दर बिना मास्क लगाये किसी भी व्यक्ति के प्रवेश पर रोक लगाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी तलों पर सेंसर/पदचलित सैनिटाइजर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।
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मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देश
निरीक्षण के दौरान डॉ आर पी वर्मा, प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, जिला महिला चिकित्सालय बिना किसी पूर्व अनुमति के अनुपस्थित पाए गये तथा निरीक्षण में यह भी संज्ञान में आया कि इनके द्वारा अपने दायित्वों का निर्वहन सम्यक् रूप से नहीं किया जा रहा है, जिस पर जिलाधिकारी ने प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक का माह अगस्त, 2020 का वेतन अग्रिम आदेश तक आहरित न करने तथा विगत 03 माह में इनके द्वारा किये गये कार्यों का विस्तृत विवरण भी प्रस्तुत करने के दिए निर्देश। उन्होंने कहा कि इनके द्वारा प्रस्तुत विवरण से यदि यह पाया जाता है कि इन्होंने अपने दायित्वों का सही ढंग से निर्वहन नहीं किया है तो इन माहों में इनके द्वारा वेतन के रूप में आहरित धनराशि की वसूली की जायेगी।
चिकित्सालय (पुरुष) का निरीक्षण
इसके बाद जिलाधिकारी ने जिला चिकित्सालय (पुरुष) का निरीक्षण किया। इस दौरान कोविड हेल्प डेस्क/स्क्रीनिंग कक्ष में थर्मल स्क्रीनिंग हेतु मरीजों व तमीरदारों की सुचारू रूप से स्क्रीनिंग सुनिश्चित करने हैं शीशे में एक अन्य होल और ऊपर करने हेतु निर्देशित किया इस दौरान कोविड हेल्प डेस्क के केबिन के भीतर कर्मचारी के अतिरिक्त एक अन्य बाहरी व्यक्ति बिना मास्क के बैठकर मोबाइल पर बात करते हुए पाए जाने पर जिलाधिकारी ने कोविड हेल्पडेस्क के कर्मचारी व केबिन में बैठे बाहरी व्यक्ति को तत्काल पुलिस को सौंपते हुए इन पर रू0 500-500/-का जुर्माना लगाने के निर्देश दिये।
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बिना जरूरी प्रवेश पर प्रतिबंध
निरीक्षण के दौरान आपातकालीन कक्ष में भीड़ पायी गयी, जिस पर निर्देशित किया कि चिकित्सालय के अंदर अनावश्यक रूप से किसी भी व्यक्ति को प्रवेश ना दिया जाए। तदोपरांत जिलाधिकारी ने चिकित्सालय के अन्य वार्डों के निरीक्षण किया जिसमें कतिपय तीमारदार मास्क नहीं लगाये थे तथा किसी-किसी वार्ड में एक मरीज के साथ एक से अधिक तीमारदार थे। जिस पर प्रमुख अधीक्षक को निर्देश दिये कि कोविड-19 के दृष्टिगत चिकित्सालय में बिना मास्क के किसी भी व्यक्ति व एक मरीज के साथ एक से अधिक तीमारदार को प्रवेश न दिया जाये।
इसे सुनिश्चित करने हेतु उन्होंने विजिटर्स काॅर्ड निर्गत करने तथा एनाउन्समेण्ट की भी व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी ने प्रत्येक गैलरी में संेसर युक्त/पदचलित सैनिटाइजर उपकरण की व्यवस्था तत्काल सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने चिकित्सालय में पीपीई किट का नियमानुसार प्रयोग एवं निस्तारण करने के निर्देश दिए ।
जिससे किसी भी चिकित्सा स्टाफ को संक्रमित होने का खतरा न रहे इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि कहां पर चूक हो रही है जिससे कि चिकित्सा कर्मी भी कोरोना से संक्रमित पाये जा रहे हैं उस पर विशेष ध्यान दिया जाए तथा स्वयं को सुरक्षित रखते हुए बेहतर चिकित्सीय सुविधाएं प्रदान की जाए। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ घनश्याम सिंह, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक जिला चिकित्सालय, हॉस्पिटल क्वालिटी मैनेजर व अन्य चिकित्सक उपस्थित थे।
रिपोर्टर: नाथ बख्श सिंह