Raebareli News: जिलाधिकारी ने औचक निरीक्षण में कंपोजिट विद्यालय के बच्चों की ली क्लास, आंगनबाड़ी केंद्र बंद मिला

Raebareli News: सरकारी स्कूल के छात्र ने डीएम के सवाल पूछने पर अंग्रेजी में जवाब दिया। एमडीएम वितरण और फल वितरण की जानकारी ली।

Report :  Narendra Singh
Update:2022-12-17 19:37 IST

रायबरेली: जिलाधिकारी ने औचक निरीक्षण में कंपोजिट विद्यालय के बच्चों की ली क्लास

Raebareli News: सरकारी स्कूल के छात्र ने डीएम के सवाल पूछने पर अंग्रेजी में जवाब दिया। एमडीएम वितरण और फल वितरण की जानकारी ली। बच्चों से पूछा वह बड़े होकर क्या बनना चाहते हैं तो बच्चे ने उत्तर दिया पायलट। पुस्तक वितरण (book distribution) की जानकारी लेने पर पाया गया कि एक छात्र के पास पुस्तक नहीं है। वह पुस्तक वितरण दिन वाले दिन मौजूद नहीं था। जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव (District Magistrate Mala Srivastava) की निगाह कक्षा कक्ष में सबसे पीछे बैठे एक छात्र पर गई।उसके पास जाकर पता किया तो छात्र को दृष्टि दोष था।

जिलाधिकारी ने उसको पीछे वाली सीट मे न बैठा कर क्लास में आगे वाली सीट पर बैठाने का निर्देश दिया। बच्चों से पढ़ाई के विषय में पूछताछ की और पहाड़े भी सुने। सही पहाड़े सुनाने वाले बच्चों को चॉकलेट भी वितरित किए एवं बच्चों का उत्साह वर्धन भी किया। विद्यालय में गंदगी देखकर प्रधानाध्यापक को फटकार लगाते हुए साफ सफाई दुरुस्त करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र भुएमऊ का निरीक्षण किया गया आंगनबाड़ी केंद्र में एक भी बच्चा न मिलने से नाराजगी जताई साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ती सुधा देवी का मानदेय रोकने के निर्देश दिये।

आंगनबाड़ी केंद्र का औचक निरीक्षण

भुएमऊ कम्पोजिट स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र का औचक निरीक्षण किया जिसमें एक टीचर का सीएल एप्लीकेशन स्वीकृत नहीं था। गैरहाजिर मिले। वेतन रोककर स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है। शिक्षकों पर लगातार नजर रखी जाएगी की उपस्थिति नियमित है या नहीं है। आंगनबाड़ी सेंटर देखा गया वहां बच्चे समय से नहीं पहुंचे थे। मानदेय को अदेय किया गया है।

कम्पोजिट विद्यालय में कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों से बातचीत

कम्पोजिट विद्यालय में कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों से बातचीत किया। माहौल बहुत उत्साहित था। उनसे बहुत सारे विषयों पर सवाल किए। इंग्लिश गणित के सवाल किए गए। उनके स्वास्थ्य की जांच के बारे में पूछा गया। आरबीएसके के टीम की जानकारी ली गई। दांतो और आंखों की जांच की जानकारी ली। मैंने देखा कि कुछ बच्चे पिछली बेंच पर बैठे थे। उनकी आंख कमजोर बताई गई थी फिर भी पिछली बेंच में बैठे थे।

शिक्षक को निर्देश दिया गया ऐसे बच्चों को आगे बैठाया जाए जब तक उन्हें चश्मा वितरित कराया जा रहा है। कुछ बच्चों को एक ही चीज दो-तीन बार बतानी पड़ती है तो शिक्षक उन पर विशेष ध्यान दें। जो बच्चे तेजी से सीख रहे हैं उनके कारण धीमे सीखने वाले बच्चे छूट न जाए। हमारी कामना है बच्चे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ मजबूती से आगे बढ़े और अपने जीवन में बढ़िया कर पाए। हमने कुछ प्रश्न पूछे। जिन्होंने जवाब दिया उनको छोटे-छोटे प्राइस भी दिया। हम उम्मीद करते हैं कि बच्चे बेहतर शिक्षा प्राप्त करेंगे।

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