Bulandshahr News: कोविड मॉक ड्रिल में संयुक्त निदेशक ने परखीं स्वास्थ्य सुविधाएं, कोरोना की जांच बढ़ाने के दिए निर्देश
Bulandshahr News: खुर्जा के एसएस जटिया अस्पताल में मेरठ के संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डा. राजेंद्र सिंह की देखरेख में कोविड से बचाव और उपचार की तैयारियों को परखा गया। संयुक्त निदेशक ने ऑक्सीजन प्लांट, दवा की उपलब्धता सहित आरक्षित वार्ड का निरीक्षण करते हुए जनपद में कोरोना की जांच बढ़ाने के निर्देश दिए।
Bulandshahr News: कोरोना के मरीज बढ़ते ही स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट हो गया है। मंगलवार को जनपद के जिला अस्पताल, एसएस जटिया अस्पताल खुर्जा, संयुक्त चिकित्सालय सिकंदराबाद सहित पांच चिकित्सालयों में कोरोना से बचाव की व्यवस्थाओं को लेकर मॉक ड्रिल की गई। खुर्जा के एसएस जटिया अस्पताल में मेरठ के संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डा. राजेंद्र सिंह की देखरेख में कोविड से बचाव और उपचार की तैयारियों को परखा गया। संयुक्त निदेशक ने ऑक्सीजन प्लांट, दवा की उपलब्धता सहित आरक्षित वार्ड का निरीक्षण करते हुए जनपद में कोरोना की जांच बढ़ाने के निर्देश दिए।
खुर्जा स्थित एसएस जटिया अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मी को मरीज बनाकर एंबुलेंस से कोविड वार्ड में लाया गया, जहां स्वास्थ्य कर्मियों ने कोरोना प्रोटोकॉल के साथ उसको कोविड वार्ड में शिफ्ट कराया, इतना ही नहीं स्वास्थ्य कर्मियों ने मरीज की ऑक्सीजन, बीपी सहित बुखार की जांच के उपरांत उपचार शुरू किया। डा. राजेंद्र सिंह की निगरानी में कोरोना के मरीज को अस्पताल में लाने से लेकर वार्ड में भर्ती करने तक की सभी प्रक्रिया का निरीक्षण किया गया।
संयुक्त निदेशक की मौजूदगी में जिला अस्पताल में बनाए गए कोविड लेवल टू में भी मॉकड्रिल हुई। इसमें सारी व्यवस्थाएं संतोष जनक पाई गईं। डा. सिंह ने जनपद में कोरोना की जांच बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा जांच के बाद ही कोरोना के मरीजों को खोजा जा सकता है। कोरोना के मरीज मिलने पर स्वास्थ्य विभाग उनका उपचार करा रहा है। जरूरत पड़ने पर मरीज को कोविड अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। उन्होंने कहा-जनपद में कोरोना से बचाव और उपचार की व्यवस्था पूरी तरह दुरुस्त है। खुर्जा के एसएस जटिया अस्पताल में मॉक ड्रिल के दौरान ऑक्सीजन लाइन की क्रियाशीलता, औषधियों की उपलब्धता, कोविड बचाव एवं रोकथाम के लिए अन्य प्रबंधन के साथ-साथ बेड तक होने वाली ऑक्सीजन सप्लाई का भी निरीक्षण किया गया। इस मौके पर जनपद के कोविड के नोडल अधिकारी डा. गौरव सक्सेना, जिला मलेरिया अधिकारी बीके श्रीवास्तव, अधीक्षक डा. अनिल कुमार, डा. दिनेश कुमार आदि मौजूद रहे।
कोरोना से बचाव को तैयार हम:सीएमओ
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ विनय कुमार सिंह ने बताया- जनपद में कोरोना के उपचार के लिए 170 बेड आरक्षित हैं। जनपद के विभिन्न अस्पतालों में 14 ऑक्सीजन प्लांट संचालित हैं। खुर्जा में कोरोना के लिए 100 बेड का अस्पताल अलग से आरक्षित है, जबकि अस्पताल में गंभीर मरीजों के उपचार के लिए 27 वेंटिलेटर संचालित हैं, एक वेंटिलेटर मरम्मत के लिए गया है। वहीं कोविड से निपटने के लिए जनपद के अलग अलग अस्पतालों में 65 वेंटिलेटर, 652 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर सहित जरूरी जीवन रक्षक दवाएं उपलब्ध हैं।