Endoscopy Machine In KGMU Soon: केजीएमयू में बच्चों के इलाज के लिए एंडोस्कोपी मशीन जल्द लगाई जाएगी
Endoscopy Machine In KGMU Soon: बच्चों में बढ़ रही गैस की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ में जल्द एंडोस्कोपी मशीन लगाई जाएगी ।
Endoscopy Machine In KGMU Soon: केजीएमयू में बच्चों के लिए एंडोस्कोपी मशीन न होने के कारण उन्हें वर्तमान समय में एसजीपीजीआइ और राम मनोहर लोहिया अस्पताल रेफ़र किया जाता है । डॉक्टरों का अनुमान है कि सरकार से अनुमति मिलने के बाद अगले तीन माह में मशीन चालू की जाएगी । बच्चों में बढ़ रही गैस की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी लखनऊ में जल्द एंडोस्कोपी मशीन लगाई जाएगी ।
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पीडियाट्रिक्स यूनिट स्थापित करने का खर्च
केजीएमयू के पीडियाट्रिक्स विभाग में पीडियाट्रिक्स एंडोस्कोपी यूनिट बनाने का कार्य प्रगति पर है । पीडियाटिक्स यूनिट की स्थापना करने के लिए राज्य सरकार द्वारा मेडिकल कॉलेज को 55 लाख का अनुदान प्राप्त हुआ है ।
विश्वविद्यालय द्वारा दिसंबर में भेजा गया था प्रस्ताव
बच्चो में बढ़ती गैस की समस्याओं को मद्दे नजर रखते हुए केजीएमयू द्वारा गत वर्ष दिसंबर में पीडियाट्रिक्स एंडोस्कोपी यूनिट बनाने के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा गया था ।
बच्चों में बढ़ती गैस की समस्याएँ
वर्तमान समय में बच्चों में गैस सम्बनधी समस्याएं अधिक देखने को मिल रही है जैसे- वजन घटना, चबाने में समस्या, भूख कम लगना, सीने में दर्द, पेट में दर्द आदि ।
विशेषज्ञों का कहना
केजीएमयू के विशेषज्ञ कहते हैं “प्रत्येक सप्ताह लगभग 20 बच्चे मेडिकल कालेज में ग्लास सम्बंधित इलाज के लिए आते है जिन्हें एंडोस्कोपी जाँच करवाने की सलाह दी जाती है । वर्तमान समय में उन्हें एंडोस्कोपी जांच के लिए राम मनोहर लोहिया अस्पताल या ऐसजीपीजीआई रेफर किया जाता है । इमरजेंसी में केजीएमयू में वयस्कों के लिए उपलब्ध एंडोस्कोपी मशीन का टीयूब बदलकर इस्तेमाल किया जाता है । बच्चों के लिए मशीन आने पर उनका इलाज यह करना आसान हो जाएगा ।
बच्चों और वयस्कों की एंडोस्कोपी मशीन में अंतर
बच्चों और वयस्कों की एंडोस्कोपी मशीन में अंतर बताते हुए डॉ कहते है “बच्चों और वयस्कों की मशीन में उसके माप के अतिरिक्त बच्चों और वयस्कों की समस्याओं में अंतर के कारण अलग अलग मशीन का प्रयोग होता है।
अगले तीन महीने में मशीन चालू होने के अनुमान
“सरकार की अनुमति मिलते ही अगले तीन महीनो के अंदर इस मशीन को चालू कर दिया जाएगा, सुधीर मिश्रा, प्रवक्ता केजीएमयू ।