Etah News: बिजली के निजीकरण के खिलाफ सीपीआई (एम) का विरोध प्रदर्शन, राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन
Etah News: भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के आह्वान पर 27 फरवरी 2025 को राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन के तहत एटा में भी बिजली के निजीकरण के खिलाफ प्रदर्शन किया गया।;
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Etah News: भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के आह्वान पर 27 फरवरी 2025 को राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन के तहत एटा में भी बिजली के निजीकरण के खिलाफ प्रदर्शन किया गया। इस दौरान महामहिम राज्यपाल को जिलाधिकारी के माध्यम से तहसीलदार एटा को धरनास्थल पर ज्ञापन सौंपा गया।
सुबह 11 बजे से सब्जी मंडी से जुलूस निकाला गया, जो बाबूगंज, जी.टी. रोड होते हुए कचहरी रोड से कलेक्ट्रेट धरनास्थल पर पहुंचा। वहां आमसभा कर सरकार के फैसले का विरोध किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉमरेड राजाराम यादव (जिला सचिव) ने की, जबकि संचालन योगेश बघेल ने किया।इस दौरान भारी संख्या में कार्यकर्ता तथा अखिल भारतीय किसान संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल कुमार सहित अनेकों कार्य कर्ता भी मौजूद थे।
वक्ताओं ने कहा कि भारत सरकार द्वारा लाया गया बिजली बिल-2022 जनविरोधी है, जो पूरे ऊर्जा क्षेत्र को निजी हाथों में सौंपने का प्रयास है। उत्तर प्रदेश सरकार ने भी बिजली वितरण का निजीकरण करने का निर्णय लिया है, जिसका विरोध विद्युत कर्मी, संयुक्त किसान मोर्चा, आम उपभोक्ता और वामपंथी संगठन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इससे पहले भी सरकार बिजली के निजीकरण का प्रयास कर चुकी है, लेकिन आंदोलन और जनदबाव के कारण इसे लागू नहीं किया जा सका था। अब पावर कॉरपोरेशन ने वाराणसी और आगरा विद्युत वितरण निगमों के निजीकरण का निर्णय लिया है, जो पूरी तरह जनविरोधी और अदूरदर्शी कदम है।
सभा में बताया गया कि सरकार ने वर्ष 2000 में विद्युत बोर्ड को विभाजित किया था, जब 77 करोड़ रुपए वार्षिक घाटा बताया गया था। 25 वर्षों में यह घाटा बढ़कर 1.10 लाख करोड़ रुपए हो गया, जिससे स्पष्ट है कि सरकार का प्रयोग असफल रहा है।
सभा को व्यापार मंडल बाबूगंज के अध्यक्ष साबिर मियां, नीरज वार्ष्णेय, ब्रह्मानंद वार्ष्णेय, इसत्याक अली, मोहम्मद फहीम, अजयवीर सिंह उर्फ चुन्नू, अनिल यादव, विनय वार्ष्णेय समेत कई लोगों ने संबोधित किया।