पत्रकार पर झूठा मुकदमा: मेडिकल कालेज के डॉक्टरों ने किया परेशान, फिर दिया फंसा
जिला मुख्ययालय स्थिति राजकीय मेडिकल कालेज में कार्यरत डॉक्टर भूपेंद्र सिंह नें पत्रकार शरद चंद्र मिश्रा के खिलाफ कूटरचित साजिश के तहत स्वयं और एक नर्सिग होम के कर्मचारी के माध्यम से मुकदमा कायम करवा दिया।
बांदा: जिला मुख्ययालय स्थिति राजकीय मेडिकल कालेज में कार्यरत डॉक्टर भूपेंद्र सिंह नें पत्रकार शरद चंद्र मिश्रा के खिलाफ कूटरचित साजिश के तहत स्वयं और एक नर्सिग होम के कर्मचारी के माध्यम से मुकदमा कायम करवा दिया। इस घटना से पत्रकारों में रोष है।
दरअसल पत्रकार शरद मिश्रा कान के दर्द से परेशान थे। पत्रकार की पत्नी मनीषा भी मेडिकल कालेज में स्टाफ नर्स है।
पत्रकार शरद मिश्रा जब ओपीडी पहुंचे तो डॉक्टर भूपेंद्र नहीं थे। पता चला की आयुक्त मेडिकल कालेज के निरीक्षण में हैं और वह उनके साथ हैं। दर्द से परेशान पत्रकार ने डॉक्टर को कई फोन किया रिसीव नहीं हुवा। उस पर पत्रकार ने मेडिकल कालेज की लचर व्यवस्था पर सवाल उठाये। इस पर वहां मौजूद कर्मचारीयो से बहस हो गई। उसके बाद पत्रकार को बताया गया कि डॉक्टर भूपेंद्र आवास विकास कालोनी स्थिति मौबुदा नर्सिग होम चले गये हैं, वहीं मिलेगें।
पत्रकार शरद मिश्रा जब नर्सिंग होम पहुंचे तो डाक्टर नहीं मिले और वहां रावेंद्र सिहं नामक युवक बैठा हुवा था।
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पत्रकार के साथ की ये हरकत
पत्रकार ने अपने साथ के युवक से कहा अजब तमाशा है। डॉक्टर भूपेंद्र बेवकूफ समझते हैं की इधर से उधर दौड़ा रहे हैं। इस पर रावेंद्र सिहं पत्रकार से उलझ गया। पत्रकार शरद ने कहा की इस प्रकरण में आप से क्या मतलब। उसने कहा डॉक्टर साहब मेरे बास है। पत्रकार शरद यह कहकर वापस लौट गये कि, ठीक है डॉक्टर साहब से तो आमना सामना होगा ही। इसके बाद उसी दिन 12 जून की शाम को रावेंद्र सिहं द्वारा नर्सिग होम के हवाले से शरद चंद और चार पांच अज्ञात के विरुद्घ मुकदमा पंजीकृत करा दिया। इसके बाद डाक्टर भूपेंद्र ने अगले दिन 13 जून को मेडिकल कालेज के प्राचार्य को पत्रकार शरद मिश्रा के खिलाफ लिखित शिकायत पत्र झूठे आरोपों के साथ दिया और स्थानीय पुलिस चौकी को मुकदमा दर्ज कराने के लिये अग्रसारित कराया।
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उल्लेखनीय है कि मौबुदा नर्सिग होम में डॉक्टर भूपेंद्र प्राईवेट प्रैक्टिस करतें हैं। और कूटनीतिक साजिश के तहत पत्रकार को साजिशन मुकदमें में फंसा दिया। इस बारे में पत्रकार शरद चंद्र नें डॉक्टर की साजिश पर आश्चर्य जताया है। कहा कि एक सामान्य सी बात को डॉक्टर भूपेंद्र नें बड़ी घटना का रूप दिया है, जो निंदनीय है। सुरेश चंद गुफ्ता प्रेस क्लब के अध्यक्ष रामेश्वर गुफ्ता ने भी पत्रकार शरद मिश्रा को डॉक्टर भूपेंद्र द्वारा साजिश के तहत झूठे मुकदमें में फंसाने की निंदा की है। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश संगठन मंत्री साकेत बिहारी मिश्रा ने डाक्टर की साजिश की भर्त्सना की है।
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