फिरोज खान के पिता को पद्म पुरस्कार व छन्नूलाल मिला को पद्म विभूषण से नवाज़ा गया
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश के पद्म पुरस्कारों का ऐलान हो गया। जिन विभूतियों को ये सम्मान दिया गया, उसमें वाराणसी से ताल्लुक रखने वाले लोग भी शामिल हैं।
वाराणसी: गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश के पद्म पुरस्कारों का ऐलान हो गया। जिन विभूतियों को ये सम्मान दिया गया, उसमें वाराणसी से ताल्लुक रखने वाले लोग भी शामिल हैं। इसमें ठुमरी गायक छन्नूलाल मिश्रा के अलावा बीएचयू से जुड़े वर्तमान और पूर्व प्रोफेसर भी हैं। इन्हीं में से एक हैं संस्कृत विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर फिरोज खान के पिता रमजान खान।
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संस्कृत के विद्वान हैं मुन्ना मास्टर
बीएचयू के संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय में फिरोज खान की नियुक्ति को लेकर काफी हंगामा हुआ था। बाद में उनकी नियुक्ति संस्कृत विभाग में कर दी गई। फिरोज की तरह उन्हें पिता रमजान खान भी संस्कृत के विद्वान हैं। मुन्ना मास्टर के नाम से मशहूर रमजान खान भजन गायक भी हैं। खास तौर से कृष्ण की भक्ति से जुड़े उनके भजन राजस्थान में काफी लोकप्रिय हैं। संस्कृत के प्रति एक मुस्लिम परिवार के समर्पण को देख मोदी सरकार ने रमजान खान को सम्मानित करने का फैसला किया हैं।
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छन्नूलाल मिश्रा को पद्म विभूषण
पद्म पुरस्कार पाने वालों में बनारस संगीत घराने की अहम कड़ी और प्रसिद्ध ठुमरी गायक पंडित छन्नूलाल मिश्रा भी शामिल हैं। उन्हें पद्मविभूषण सम्मान से नवाजा गया है। छन्नूलाल मिश्रा उन चंद कलाकारों में शामिल हैं जिन्होंने बनारस के संगीत को ऊंचाइयों पर पहुंचाया। इसके पहले 2010 में पद्मभूषण सम्मान से सम्मानित हो चुके है। छन्नूलाल मिश्र ने सम्मान पाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार का धन्यवाद किया। छन्नूलाल मिश्रा और पीएम मोदी का एक रिश्ता भी है। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में छन्नूलाल मिश्रा पीएम मोदी के प्रस्तावक भी रह चुके हैं।