Kushinagar: कुशीनगर में बाढ़ ने बढ़ाई कई गांव की मुश्किलें, हर जगह चल रही नाव

Flood In Kushinagar: कुशीनगर के खड्डा तहसील क्षेत्र और तमकुही तहसील क्षेत्र में नारायणी नदी और उसकी सहायक नदियों के बढ़ते जलस्तर से कई गांव में पानी घुस गया है।

Update: 2022-10-08 06:02 GMT

कुशीनगर में बाढ़: खड्डा क्षेत्र का शिवपुर चौराहा बाढ़ के पानी से जलमग्न

Kushinagar: कुशीनगर (Kushinagar News) जनपद के खड्डा तहसील क्षेत्र और तमकुही तहसील क्षेत्र में नारायणी नदी (Narayani River) और उसकी सहायक नदियों के बढ़ते जलस्तर से कई गांव में पानी घुस गया है जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। लोग ऊंची जगहों पर शरण लिए हुए हैं । बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए प्रशासन कम्युनिटी किचन (community kitchen) की व्यवस्था कर भोजन उपलब्ध करा रहा है। अधिकारी लगातार प्रभावित गांव का दौरा कर रहे हैं।

कुशीनगर जनपद के उत्तरी भाग में बड़ी गंडक नदी जिसका स्थानीय नाम नारायणी नदी है बहती है । यह नदी नेपाल से निकलकर यूपी होते हुए बिहार राज्य में प्रवेश करती है। यूपी और बिहार की सीमावर्ती क्षेत्रों में नदी के दोनों पार गांव बसे हैं। नदी में अचानक पानी बढ़ने का कारण बाल्मीकि नगर बैराज से पानी का ज्यादा डिस्चार्ज होना बताया जा रहा है। दो दिनों से से अधिक क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है। जिससे नदी पार रेता क्षेत्र के गांव में पानी घुस गया है ।

लोग आनन-फानन में ऊंचे स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हैं। शिवपुर पुलिस चौकी के सामने तेज रफ्तार से पानी की धारा बह रही है। रेता क्षेत्र की शिवपुर टोला, जंगल टोला, नारायणपुर, केरवनिया टोला, बकुलादह ,हरिहरपुर, बसंतपुर, शाहपुर, बालगोविंद छपरा आदि गांव पूरी तरह से बाढ़ के पानी से प्रभावित हो गए हैं ।सोहंगीबरवा से शिवपुर तथा शिवपुर से मरिचहवा जाने वाला मार्ग पानी में डूब गया है। उप जिला अधिकारी खड्डा भावना सिंह लगातार गांव का दौरा कर रही हैं।


कुशीनगर में बाढ़: पलायन करते लोग

ग्रामीणों ने मिट्टी के तेल की आपूर्ति की मांग

दियारा क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था प्रभावित होने के कारण ग्रामीणों ने दीपक जलाने हेतु मिट्टी के तेल की मांग की है । पहले कोटे की दुकानों से 2 लीटर मिट्टी का तेल प्रति कार्ड धारक मिलता था। लेकिन वर्तमान में वर्षो से बंद हो गया है। जहां पर बिजली नहीं मिल पा रही है वहां के ग्रामीण दीपक जलाने के लिए मजबूर हैं और उन्हें मिट्टी के तेल की सख्त जरूरत है। हालांकि बाढ़ प्रभावित गांव में राजस्व टीम लगाई गई हैं और कम्युनिटी किचन की व्यवस्था की गई है।

पिपराघाट की कई गांव में पहुंचा बाढ़ का पानी

जनपद के तमकुही रोड क्षेत्र के पिपरा घाट की कई गांव बाढ़ का पानी घुस गया हैं । गांव में पहुंचने वाली सड़कें डूब गई हैं लोग घुटनों पर पानी में आने जाने को मजबूर हैं ।धान और गन्ने की फसलें पानी में डूब गयी हैं। मवेशियो के लिए चारा की समस्या उत्पन्न हो गई है। गंडक नदी के उफान से उसकी सहायक नदी बांसी नदी का भी जलस्तर बढ़ रहा है । जिससे उपाध्याय टोला, हनुमान टोला, देवनारायण टोला, मोती राय टोला आदि गांवों में पानी भर गया है ।क्षेत्र के अन्य कई गांव पानी से घिरे हैं वहां के आवागमन के रास्ते में पानी भर गया है।

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