हर तहसील में सामुदायिक रसोईघर, जरूरतमंद नही सोएंगे भूखे पेट

बीते तीन दिन से 21 दिन के लिए घोषित लॉकडाउन में किसी भी गरीब को भूखे पेट न सोना पड़े, इसके लिए जिला प्रशासन ने सामुदायिक रसोई शुरू कर दी है।

Update: 2020-03-27 16:48 GMT

कन्नौज: बीते तीन दिन से 21 दिन के लिए घोषित लॉकडाउन में किसी भी गरीब को भूखे पेट न सोना पड़े, इसके लिए जिला प्रशासन ने सामुदायिक रसोई शुरू कर दी है। दिहाड़ी मजदूरों व गैर प्रांतों व जिलों से पैदल ही अपने घरों को जा रहे लोगों को लंच पैकेट बांटे जा रहे हैं।

यूपी के कन्नौज में सदर परिसर में बनी हवालात में फिलहाल सामुदायिक रसोई शुरू कर दी गई है। यहां पर हर रोज सुबह-शाम भोजन बनेगा। नगर पालिका परिषद और राजस्व विभाग कर्मियों की ओर से गरीबों में बांटा जाएगा। तहसीलदार अरविंद कुमार ने बताया कि दो दिन पहले ही सामुदायिक रसोई की शुरुआत हो गई थी। पहले दिन 20 लोगों के लिए भोजन बना था, अब संख्या बढ़कर सौ के पार हो रही है।

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शुक्रवार को नायब तहसीलदार भूपेंद्र विक्रम सिंह ने भ्रमण के दौरान जिला अस्पताल के निकट जीटी रोड पर पैदल जा रहे राहगीरों को लंच पैकेट बांटे। लॉकडाउन की वजह से यह राहगीर गैर प्रांतों व दूसरे जिलों से पैदल ही अपने घरों को जा रहे थे। दूसरी ओर सामुदायिक रसोई की जानकारी मिलने पर कई गरीब, दिहाड़ी मजदूर आदि तहसील सदर पहुंचे। यहां उनको लंच पैकेट बांटे गए।

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मदद को आगे आई सन्मार्ग संस्था

तहसीलदार ने बताया कि सामुदायिक रसोई व जरूरतमंदों को भोजन कराने के लिए शहर की सन्मार्ग संस्था आगे आई है। शुक्रवार को संस्था के अमित मिश्र ने सहयोग करने की बात कही।

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क्या बोले डीएम

डीएम राकेश मिश्र का कहना है कि जिले की तीनों तहसीलों में सामुदायिक रसोईघर शुरू कर दी गई है। यहां हर जरूरतमंद को भोजन मिलेगा। सदर, तिर्वा और छिबरामऊ तहसीलों इलाकों में करीब 500 लोगों ने भोजन किया। उन्होंने बताया कि वितरण के लिए कोई भी समाजसेवी या एनजीओ के लोग भी मदद कर सकते हैं। साथ ही कोई भी व्यक्ति आर्थिक मदद भी कर सकता है।

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