Lucknow Building Collapse: 20 घंटे से पलक झपकाए बिना राहत कार्य में जुटे हैं फोर्स के जवान, हर कोई कर रहा जज्बे को सलाम
Lucknow Building Collapse: लखनऊ में जमीदोज हुई पांच मंजिल इमारत के मलवे में दबे लोगों को निकालने का काम 20 घंटे से लगातार जारी है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और फायर ब्रिगेड के जवान मंगलवार शाम से बिना पलक झपकाए राहत कार्य में जुटे हैं।
Lucknow Building Collapse: लखनऊ में जमीदोज हुई पांच मंजिल इमारत के मलवे में दबे लोगों को निकालने का काम 20 घंटे से लगातार जारी है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और फायर ब्रिगेड के जवान मंगलवार शाम से अबतक पलक झपकाए बिना राहत कार्य में जुटे हैं। प्रशासन की तरफ से खाने के पैकेट और उनके जरूरत की चीजें घटनास्थल पर भेजा जा रहा है। फोर्स के इस जज्बे को हर कोई सलाम कर रहा है।
वजीर हसन रोड पर गिरी बिल्डिंग
हजरतगंज के वजीर हसन रोड पर स्थित यह बिल्डिंग मंगलवार शाम 6:50 बजे ढह गई थी। अभी तक मलवे के नीचे से 15 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है। घटना की जानकारी होते ही सबसे पहले लोकल पुलिस के साथ फायर ब्रिगेड का दस्ता यहां पहुंचा था। दमकल दस्ते की सबसे आधुनिक मशीन एडवांस रेस्क्यू टेंडर लाया गया। लेकिन हादसा इतना बड़ा था की फायर ब्रिगेड की मशीन बहुत कारगर साबित नही हुई। हालाकि दमकलकर्मियो ने अपना दमखम लगा दिया और हाथ से ही टूटी हुई दीवारों के टुकड़े हटाने में जुट गए।
एसडीआरएफ कमांडेंट खुद लेकर पहुंचे टुकड़ी
हादसे के करीब आधे घंटे बाद ही एसडीआरएफ कमांडेंट डॉ. सतीश कुमार जवानों की चार टुकड़ी लेकर घटनास्थल पहुंच गए। पहुंचते ही एसडीआरएफ जवानों ने मोर्चा संभाल लिया। इन्होंने ड्रिल मशीन से गिरी हुई छत और दीवारों को तोड़ना शुरू किया। करीब आधे घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन में तीन लोगों को निकालकर अस्पताल भेजा गया। यह देख घबराई हुई भीड़ और अपनों की सलामती की दुआ कर रहे लोगों को थोड़ी उम्मीद जगी।
बॉडी वॉर्म डिटेक्टर से शुरू हुई तलाश
फायर ब्रिगेड और एसडीआरएफ रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी थी, इसी बीच एनडीआरएफ की टीम भी पहुंच गई। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एनडीआरएफ ने बॉडी वॉर्म डिटेक्टर से मलवे में दबे लोगों की तलाश शुरू की। जगह जगह ड्रिल करके उसमे ऑक्सीजन के पाइप डाले गए ताकि अंदर दबे लोगों को सांस लेने में दिक्कत न हो। एनडीआरएफ के आने के बाद कुछ ही घंटों में 12 लोगों को सुरक्षित बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया गया।
जिंदगियां बचाने में मददगार बना डॉग स्क्वायड
राहत और बचाव कार्य में डॉग स्क्वायड की भी मदद ली गई। पुलिस के खास प्रशिक्षित खोजी कुत्तों को लाया गया। इन कुत्तों ने घटनास्थल पर घूमकर नीचे दबे लोगों की लोकेशन बताई। उनके बताए पॉइंट्स पर तत्काल ड्रिल किया गया और अंदर ऑक्सीजन पहुंचाया गया। इन कुत्तों की मदद से उन लोगों को जल्दी बाहर निकाल लिया गया।