Ghaziabad News: कुत्ते के काटने से पिता की गोद में बेटे ने तड़प-तड़पकर तोड़ा दम, पूरे शरीर में फैल गया था इंफेक्शन

Ghaziabad News: एम्स से लेकर सभी बड़े अस्पतालों नें इसे लाइलाज घोषित कर दिया था। क्योंकि इनफेक्शन बच्चे के पूरे शरीर में फैल चुका था। परिजनों ने कुत्ता पालने वाली महिला के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की है।

Update:2023-09-05 19:03 IST
child died due to dog bite (Photo-Social Media)

Ghaziabad News: दिल्ली एनसीआर में कुत्तों का आतंक बढ़ता जा रहा है। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद का हैं, जहां एक आवारा कुत्ते के काटने से 14 साल के बच्चे ने पिता की गोंद तड़प-तड़प दम तोड़ दिया। हर तरफ से थक हार कर पिता अपने बच्चे को एक वैद्य के यहां लेकर गए थे, वहां से लौटते समय बच्चे ने पिता की गोंद में अंतिम सांस ली। एम्स से लेकर सभी बड़े अस्पतालों नें इसे लाइलाज घोषित कर दिया था। क्योंकि इनफेक्शन बच्चे के पूरे शरीर में फैल चुका था। परिजनों ने कुत्ता पालने वाली महिला के विरूद्ध कार्रवाई की मांग की है।

अजीब हरकतें करने लगा था

बता दें कि गाजियाबाद के विजय नगर थाना क्षेत्र के चरण सिंह कॉलोनी में याकूब अपने परिवार के साथ रहते हैं। याकूब मजदूर करके परिवार का पालन पोषण करते हैं। उनका बेटा शाहबेज कक्षा आठ में पढ़ता था। एक सितंबर को अचानक से बच्चे ने अजीब हरकते करना शुरू कर दिया। पिता ने बताया कि बेटे को पानी देखने से डर लगने लगा। इसके साथ ही उसने खाना भी छोड़ दिया और कुत्तों की तरह भौंकने लगा। डॉक्टर को दिखाया तो पता चला कि कुछ दिन पहले ही उसे कुत्ते नें काटा था, जिसका इनफेक्शन उसके पूरे शरीर में फैल गया है।

देढ़ महीने पहले काटा था कुत्ते नें

पिता के मुताबिक बेटा जीभ निकालने लगा था। शरीर को अजीब तरीके से मोड़कर बैठने लगा था। गाजिया बाद के डॉक्टर ने सलाह दिया कि शरीर में इंफेक्शन फैल गया है, इसको दिल्ली लेकर जाओ। इसके बाद पिता बेटे को लेकर दिल्ली के जीबीटी और एम्स लेकर गए, लेकिन कहीं पर उसे इलाज नहीं मिल पाया। बेटे से पूछने पर उसने बताया कि करीब देढ़ महीने पहले बगल में रहने वाली आंटी के कुत्ते नें उसे काट लिया था। डर के मारे उसने घर पर नहीं बताया था। वहीं दादा ने कहा कि बच्चे में लक्षण दिखने पर डॉक्टरों को दिखाया गया तो इसकी जानकारी हुई। उन्होंने बताया कि पोते को लेकर दिल्ली-मेरठ-गाजियाबाद घूमते रहे, लेकिन किसी भी अस्पताल ने पोते को भर्ती नहीं किया। इसके बाद जानकारी मिली कि बुलंदशहर में एक वैद्य देसी दवा से इसका इलाज करते हैं, तो सोमवार की रात वहां से दिखाकर लौट रहे थे। उसी दौरान पोते की मौत हो गई।

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