Ghaziabad: पार्षद गिरफ्तारी मामले में सड़क पर संघर्ष, पुलिस से हुई नोकझोंक
Ghaziabad: पार्षद सुधीर कुमार की गिरफ्तारी का मामला ठंडा पड़ता नहीं दिख रहा है। गुरूवार सुबह फिर पार्षद नगर निगम कार्यालय पर एकत्र हुए और पुलिस के खिलाफ नाराजगी जताते हुए नारेबाजी की।
Ghaziabad News: पार्षद सुधीर कुमार की गिरफ्तारी का मामला ठंडा पड़ता नहीं दिख रहा है। गुरूवार सुबह फिर पार्षद नगर निगम कार्यालय पर एकत्र हुए। वहां उन्होंने आपस में विचार विमर्श किया। पुलिस के खिलाफ नाराजगी जताते हुए नारेबाजी की। इसके बाद सभी पार्षद एडडिशल सीपी के कार्यालय की ओर कूच कर गए।
पार्षदों ने बताया कि एडिशनल सीपी कल्पना सक्सेना ने आज सुबह कार्रवाई के बारे में जानकारी देने की बात कही थी। उस बारे में जानने के लिए वह उनके कार्यालय पहुंचे। कार्यालय पहुंचने के बाद उनकी मुलाकात एडिशनल सीपी कल्पना सक्सेना से हुई लेकिन पार्षद उनकी बात से संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने अपनी बात कमिश्नर के सामने रखने की बात की और कमिश्नर आवास की तरफ जाने लगे तो पुलिस ने उन्हें रोका। मुलाकात की मांग को लेकर सभी पार्षद जब सीपी आवास की ओर जाने लगे तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया।
इसी बात को लेकर उनकी झड़प पुलिस से हो गई। पुलिस ने कहा कि उनकी बात पहुंचा दी जाएगी लेकिन कोई पार्षद नहीं माना और इस चिलचिलाती धूप में सभी पार्षद सड़क पर बैठ गये। भाजपा पार्षद एवं कार्यकारिणी सदस्य शीतल चौधरी ने पूरे आंदोलन की एक तरह से कमान संभाल रखी थी और पुलिस द्वारा बिना जांच किये पार्षद सुधीर कुमार की गिरफ्तारी को लेकर वो काफी आक्रोश दिखाई दे रही थी। कल भी पार्षदों ने अपनी एकजुटता दिखाई थी। पुलिस प्रशासन ने आज का समय दिया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने से पार्षद आज फिर हंगामे पर उतर आये और सड़क पर बैठ गये।
पार्षद गिरफ्तारी मामले में महापौर सुनीता दयाल ने भी पार्षद पर हुई कार्रवाई पर नाखुशी जताई। उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्न खड़े किए। उन्होंने कहा कि व्यक्ति की मृत्यु से ज्यादा खराब होता है उसकी छवि की मृत्यु। जिस तरह से पार्षद को एक अपराधी बनाया गया और उसके खिलाफ केस तैयार किया गया। उसने मामले को सुलझाने के बजाय उलझा दिया है।