Ghaziabad News: साइबर थाने में प्रदेश में सर्वाधिक केस दर्ज
Ghaziabad News: साइबर थानों में दर्ज केसों की जारी सूची बताती है कि छह माह में जहां गाजियाबाद में 150 केस दर्ज किए गए। वहीं, प्रदेश के 9 जिले ऐसे भी हैं जहां साइबर अपराध का एक भी केस दर्ज नहीं किया गया।
Ghaziabad News: साइबर अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई और नकेल कसने के लिए उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में साइबर थाने की शुरुआत की गई। प्रदेश के सभी जिलों में साइबर थाने को खुले लगभग छह माह का समय बीत चुका है, लेकिन प्रदेश के कई जिले ऐसे हैं जहां साइबर थाने में दर्ज होने वाले केस का खाता भी नहीं खुल सका। जबकि गाजियाबाद के साइबर थाने में सर्वाधिक 150 केस दर्ज किए जा चुके हैं। प्रदेश की सातों पुलिस कमिश्नरेट की बात करें तो किसी भी कमिश्नरेट में इतने केस दर्ज नहीं किए गए। इसके अलावा तत्परता से कार्रवाई में जुटी गाजियाबाद के साइबर थाने की पुलिस ठगी का शिकार हुए सैकड़ों लोगों के लगभग 10 करोड़ रुपए वापस करा चुकी है।
प्रदेश के साइबर थानों में दर्ज केसों की जारी सूची बताती है कि छह माह में जहां गाजियाबाद में 150 केस दर्ज किए गए। वहीं, प्रदेश के 9 जिले ऐसे भी हैं जहां साइबर अपराध का एक भी केस दर्ज नहीं किया गया। उत्तर प्रदेश के सात जिलों में एक-एक, पांच जिलों में दो-दो और दस जनपदों में महज तीन-तीन केस ही दर्ज हो सके। वहीं, लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट में 80, वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट में 56, रहे हैं।
कानपुर पुलिस कमिश्नेट में 44, आगरा पुलिस कमिश्नरेट में 43, गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट में 40 और प्रयागराज पुलिस कमिश्नरेट में साइबर अपराध के सिर्फ 17 केस दर्ज किए गए। माना जा रहा है कि साइबर अपराध के खिलाफ कार्रवाई करने के मामले में भी गाजियाबाद पुलिस प्रदेश के अन्य जनपदों और पुलिस कमिश्नरेट में सबसे आगे है। एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद का कहना है कि साइबर थाने में दर्ज होने वाले मुकदमों के संबंध में मानक निर्धारित किए गए हैं। पांच लाख से अधिक की साइबर ठगी के अलावा जटिल साइबर अपराध के मामले साइबर थाने में दर्ज किए जा रहे हैं।