Gorakhpur: कोई रेल पटरी पर तो कोई ट्रेन की गेट पर लटका, रील से हिट होने के खेल में पहुंच गए जेल
Gorakhpur News: युवा पटरियों पर लेटकर, बैठकर या चलती ट्रेन में दरवाजे से लटककर रील बनाते हैं। ऐस लोगों पर आरपीएफ ने सख्त कार्रवाई की है।
Gorakhpur News: सार्वजनिक स्थानों पर रील बनाकर सोशल मीडिया पर रातों-रात स्टार बनने की चाहत में युवाओं को जेल की हवा खानी पड़ रही है। पिछले एक साल में गोरखपुर रेलवे स्टेशन और आसपास के इलाकों में रील बनाने के चक्कर में रेलवे 156 युवाओं का रेलवे एक्ट में चालान कर चुका है।
रील बनाने में सार्वजनिक स्थानों पर शूटिंग करने पर खूब लाइक और कमेंट मिलता है। ऐसे में युवा पटरियों पर लेटकर, बैठकर या चलती ट्रेन में दरवाजे से लटककर रील बनाते हैं। ऐस लोगों पर आरपीएफ ने सख्त कार्रवाई की है। बीते एक साल में ऐसे करीब 156 युवाओं का रेलवे एक्ट में चालान हो चुका है। इसमें कई तो जुर्माना देकर छूट गए लेकिन कुछ को जेल की हवा खानी पड़ी। सार्वजनिक रूप से माफी के साथ ही जमानत देने के बाद ही मुक्ति मिली। अधिकारियों का कहना है कि इन दिनों रील्स और शॉर्ट वीडियो बनाने का ट्रेंड चल पड़ा है। कभी भी, कहीं भी, कोई भी रील्स बनाना शुरू कर देता है। अक्सर अलग-अलग जगहों पर मोबाइल और वीडियो कैमरे से रील्स और शॉर्ट वीडियो बनाते यूट्यूबर और युवा दिख जाते हैं। आलम यह है रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप और हवाई अड्डों पर लोग इनकी इस हरकत की वजह से असहज हो जाते हैं। ये युवा स्टेशन के प्लेटफॉर्म, सर्कुलेटिंग एरिया और ट्रेनों में भी वीडियो शूट करने लगे हैं। कई बार इस चक्कर में जान पर बन आती है।
वायरल रील पर आरपीएफ ने की कार्रवाई
टिक-टॉक पर प्रतिबंध लग जाने के बाद से कइयों ने अब छोटे-छोटे रील बनाकर यू-ट्यूब और अन्य सोशल मीडिया चैनलों पर अपलोड करना शुरू कर दिया है। ऐसे ही रील बनाने वाले कुछ युवा संरक्षा से भी खिलवाड़ करने में पीछे नहीं हट रहे हैं। बीते एक साल में आरपीएप ने जिन लोगों पर कार्रवाई की है उसमें ज्यादातर ऐसे हैं, जिन्होंने ट्रैक पर रील बनाने की कोशिश की। ऐसे लोगों के खिलाफ रेलवे एक्ट के तहत कार्रवाई कर कड़ी चेतावनी दी गई। इसके अलावा कुछ ऐसे भी रील के दीवाने पकड़े गए जो चलती ट्रेन में दरवाजे से लकटकर रील बनाने की कोशिश कर रहे थे। करीब दो दर्जन मामलों में रील वायरल होने के बाद जांच कर इसे बनाने वालों पर कार्रवाई की गई।
पुलिस की अपील, सुरक्षा से नहीं खेलें
वरिष्ठ मण्डल सुरक्षा आयुक्त चंद्रमोहन का कहना है कि ● एक साल में एनईआर में रील बनाने में 156 लोगों का किया गया चालान● कइयों को जुर्माना लेकर छोड़ा गया लेकिन कुछ को जाना पड़ा। रील बनाने वालों पर विशेष नजर रखी जा रही है। पिछले एक साल में 150 से अधिक लोगों पर कार्रवाई की जा चुकी है। ऐसे में युवाओं से अपील है कि वे रेलवे परिक्षेत्र में इस तरह जोखिम भरा कोई काम न करें।