Gorakhpur News: डिजिटल हाजिरी के लिए 2448 टैबलेट खुले ही नहीं, भाजपा विधायक भी शिक्षकों के समर्थन में उतरे

Gorakhpur News: विभाग के मुताबिक जिले के 2507 विद्यालयों के 12510 शिक्षकों में से मात्र 52 प्रधानाध्यापकों ने ऑनलाइन हाजिरी लगाई।

Update:2024-07-09 07:57 IST

काली पट्टी बांध कर काम करते शिक्षक (Pic: Newstrack)

Gorakhpur News: प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों की डिजिटल हाजिरी को लेकर घमासान मचा हुआ है। गोरखपुर में डिजिटल हाजिरी के लिए 2448 टैबलेट अभी तक खुले ही नहीं है। सोमवार को गोरखपुर के 2507 विद्यालयों के 12510 शिक्षकों में से मात्र 52 प्रधानाध्यापकों ने ऑनलाइन हाजिरी लगाई। अब इन शिक्षकों के विरोध को भाजपा एमएलसी देवेन्द्र प्रताप सिंह का भी समर्थन मिल गया है।

भाजपा एमएलसी देवेन्द्र प्रताप सिंह ने शिक्षकों के विरोध का समर्थन करते हुए ऑनलाइन हाजिरी व्यवस्था को अव्यवहारिक करार दिया है। उन्होंने एक्स पर कहा कि शिक्षकों या शिक्षक संगठनों से व्यापक संवाद या विचार विमर्श किये बिना ही बेसिक शिक्षा विभाग ने ऑनलाइन अटेंडेंस का फरमान जारी कर दिया, ये प्रक्रिया बेहद अव्यवहारिक है। परिषदीय विद्यालयों में ऑनलाइन हाजिरी की कवायद शिक्षकों के विरोध के कारण ध्वस्त हो गई। विभाग के मुताबिक जिले के 2507 विद्यालयों के 12510 शिक्षकों में से मात्र 52 प्रधानाध्यापकों ने ऑनलाइन हाजिरी लगाई। शिक्षकों ने काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य करते हुए ऑनलाइन हाजिरी से उन्हें मुक्त रखने की मांग दोहराई। शिक्षक मंगलवार को भी काली पट्टी बांधकर इसका विरोध कर रहे हैं। विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर उप्र ने 14 जुलाई तक काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य करने का निर्णय लिया है। जिला संयोजक भारतेंदु यादव ने बताया कि 15 जुलाई को जिला मुख्यालय पर धरना के बाद ज्ञापन सौंपा जाएगा। ऑनलाइन हाजिरी के विरोध में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उप्र के प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर मुख्यमंत्री को ज्ञापन लगातार भेजा जा रहा है।


एक्स पर ट्रेंड कर रहा बॉयकाट ऑनलाइन अटेंडेंस

प्राथमिक विद्यालयों में सोमवार से ऑनलाइन हाजिरी अनिवार्य हो गई है। शिक्षकों को डिजिटल उपस्थिति पंजिका में सुबह 7.45 बजे से आठ बजे तक उपस्थिति दर्ज कराने को कहा गया। प्रदेशभर के शिक्षक संगठनों ने इस आदेश के विरुद्ध एक दिन पूर्व ही मोर्चा खोल दिया था। शिक्षकों ने सोशल मीडिया एक्स पर बॉयकाट ऑनलाइन अटेंडेंस का अभियान चलाया। यह हैशटैग खूब ट्रेंड हुआ।


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