CM के जिले में पढ़ना चाहते हैं बांग्लादेशी छात्र, गोरखपुर यूनिवर्सिटी में दाखिले के लिए 15 का आवेदन

Gorakhpur University: गोरखपुर यूनिवर्सिटी में प्रवेश के लिए नेपाल, बांग्लादेश, सेनेगल, घाना, नाइजीरिया, अ़फगानिस्तान, वेनेजुएला, लेसोथो और मिस्र के विद्यार्थियों ने आवेदन किए हैं। बांग्लादेश से सर्वाधिक 15 आवेदन आए हैं।

Update:2024-06-06 07:29 IST

गोरखपुर यूनिवर्सिटी का मुख्य गेट (Pic: Newstrack)

Gorakhpur University: दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर यूनिवर्सिटी को यूजीसी से लेकर कई वैश्विक प्लेटफार्म पर मिल रही बेहतर रैंकिंग का परिणाम है कि देश-दुनिया के छात्र यहां पढ़ने को इच्छुक हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जिले गोरखपुर में बांग्लादेश के 15 छात्रों समेत दस देशों से 48 छात्र-छात्राओं ने विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आवेदन किया है। ज्यादेतर विदेशी छात्र कृषि की पढ़ाई करना चाहते हैं।

यूनिवर्सिटी में प्रवेश के लिए नेपाल, बांग्लादेश, सेनेगल, घाना, नाइजीरिया, अ़फगानिस्तान, वेनेजुएला, लेसोथो और मिस्र के विद्यार्थियों ने आवेदन किए हैं। बांग्लादेश से सर्वाधिक 15 आवेदन आए हैं। नेपाल से 11 आवेदन आए हैं। स्टडी इन इंडिया के जरिए 41 आवेदन आए हैं। नेपाल के 7 विद्यार्थियों ने डायरेक्ट आवेदन किया है। दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र और समाजशास्त्र में पीएचडी को 2 आवेदन आए हैं। एमएससी एग्रीकल्चर में सर्वाधिक 13 आवेदन आए हैं। इसके अलावा अन्य आवेदन एमकॉम और एमएससी के विभिन्न विषयों के हैं।

विदेशी छात्रों को मिलता है सीधा प्रवेश

भारत सरकार की ‘स्टडी इन इंडिया’ योजना ने दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीयकरण की दिशा में बड़ी सफलता दिलाई है। कुल दस देशों के 48 विद्यार्थियों ने यहां प्रवेश के लिए आवेदन किया है। अभ्यर्थी दूतावासों में अपने कागजात भी सबमिट कर रहे हैं। एनईपी के प्रावधान के मुताबिक विदेशी छात्रों को बिना प्रवेश परीक्षा के सीधे प्रवेश दिया जाएगा।

रैंकिंग मिलने का यूनिवर्सिटी को मिला लाभ

डीडीयू में सामान्य तौर पर नेपाल से ही विद्यार्थी पढ़ाई के लिए आते हैं। अब तक साइंस और कॉमर्स में पीएचडी या पीजी के लिए ही ज्यादातर विद्यार्थी नेपाल से आते रहे हैं। पिछले वर्ष नेपाल से कुल 20 विद्यार्थियों ने आवेदन किया था। इस वर्ष केंद्र सरकार ने ‘स्टडी इन इंडिया’ पोर्टल के जरिए विदेशी छात्रों को आकर्षित करने के लिए योजना शुरू की है। नैक मूल्यांकन में ए प्लस प्लस और क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग समेत कई विदेशी रैंकिंग में स्थान बनाने के बाद डीडीयू को भी इस पोर्टल से जोड़ा गया है।

विदेशी छात्रों के लिए मैत्री इंटरनेशनल हॉस्टल

गोरखपुर यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रो.पूनम टंडन का कहना है कि एनईपी के अनुरूप अंतरराष्ट्रीयकरण पर केंद्रित हमारे प्रयास फलदायी हो रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय छात्रों की रुचि ने विश्वविद्यालय की छवि पर सकारात्मक और गहरा प्रभाव डाला है। विदेशी छात्रों के आने पर उन्हें अत्याधुनिक सुविधाएं दी जाएंगी। अंतरराष्ट्रीय छात्रों को अत्याधुनिक सुविधाएं डीडीयू में अंतरराष्ट्रीय छात्रों की सुविधा के लिए मैत्री इंटरनेशनल हॉस्टल बनाया गया है। छात्रावास में छात्रों की सुविधाओं का ख्याल रखा गया है। उन्हें अत्याधुनिक सुविधाएं देने की तैयारी चल रही है

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