Gorakhpur News: कभी मुर्दो के बैंक खाते से लोन सुना है, एसबीआई की इस ब्रांच में है ‘सुविधा’, जानें पूरा मामला

Gorakhpur News: ऐसा ही कुछ गोरखपुर के जंगल कौड़िया के एसबीआई ब्रांच में हुआ है। जहां कैशियर ने कई मुर्दों के खातों पर 80 लाख से अधिक का ऋण निकालकर खेल कर दिया।

Update:2024-10-07 07:35 IST

Gorakhpur News ( Pic- News Track)

Gorakhpur News: क्या मुर्दों के बैंक खाते से ऋण लिया जा सकता है? जवाब नहीं ही होगा। लेकिन बैंक के कर्मचारी और दलाल ही पूरे सिस्टम को कब्जे में खेल कर दें तो कुछ भी संभव होगा। ऐसा ही कुछ गोरखपुर के जंगल कौड़िया के एसबीआई ब्रांच में हुआ है। जहां कैशियर ने कई मुर्दों के खातों पर 80 लाख से अधिक का ऋण निकालकर खेल कर दिया। अब शिकायत पर जांच हुई तो कैशियर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

कूटरचित दस्तावेज के जरिए पेंशनर्स व ‘मुर्दों’ के खातों के साथ ही किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए जंगल कौड़ियां स्थित भारतीय स्टेट बैंक से लोन स्वीकृत कर 80 लाख रुपये से ज्यादा की जालसाजी करने के मामले में रविवार को पुलिस ने बैंक के तत्कालीन कैशियर अमरेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपित को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

जालसाजी में शामिल बैंक मैनेजर फरार है, तो वहीं कैंटीन ब्वॉय पंकज, जिसे मास्टरमाइंड बताया जा रहा है, ने अग्रिम जमानत ले रखी है। गिरफ्तार हुए अमरेन्द्र सिंह एम्स थाना क्षेत्र के दरगहिया मौर्या टोला का निवासी है। वह पीपीगंज के जंगल कौड़ियां में स्थित भारतीय स्टेट बैंक पर कैशियर के रूप में तैनात था। यहां के खाताधारक राजू ने तारामंडल स्थित एसबीआई के क्षेत्रीय कार्यालय पर 4 जनवरी 2024 को शिकायत कर बताया था कि बैंककर्मी ने उनके खाते से फर्जी तरीके से 3 लाख रुपये कैंटीन ब्वॉय पंकज मणि त्रिपाठी के खाते में ट्रांसफर कर उनके रुपए को हड़प लिया है। इसके बाद ऐसी शिकायतों की तादात अचानक बढ़ गई।

नौ साल पहले मृतक श्रीराम के नाम से निकाला ऋण

दर्जन भर मामले सामने आए मृतकों के नाम लोन के अहिरौली गांव निवासी श्रीराम निषाद की मौत नौ साल पहले हो चुकी थी, उनके नाम से 3 लाख रुपये का लोन कराया गया था। वहीं, जिंदपुर गांव निवासी बंसी सिंह की मौत भी काफी पहले हो चुकी थी, उनके नाम पर 10 लाख से अधिक का लोन कराया गया था। जांच में ऐसे दर्जन भर से अधिक मामले सामने आए, जिसमें उन लोगों के नाम लोन हुआ था, जो कि अब इस दुनिया में नहीं हैं। ‘मुर्दों’ के नाम लोन कराकर पंकज ने करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर ली। तीन लग्जरी गाड़ी के साथ-साथ सरहरी, चौराहे पर लाखों की जमीन, रसूलपुर चकिया चौराहे पर बॉबीज के नाम से रेस्टोरेंट खोल लिया था।

जांच में खुला मामला

क्षेत्रीय कार्यालय ने एक अधिकारी के नेतृत्व में टीम नियुक्त कर मामले की जांच कराई। जिसमे पाया गया कि बैंक के शाखा प्रबंधक कुमार भास्कर भूषण, अकाउंटेंट अमरेंद्र कुमार सिंह व कैंटीन ब्वॉय पंकज मणि त्रिपाठी ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर पेंशन, किसान क्रेडिट कार्ड तथा अन्य प्रकार के खाताधारकों के खातों से लगभग 80 लाख रुपये की जालसाजी की है। उधर, बैंक की जांच के बाद प्रबंधक कुमार भास्कर भूषण व अकाउंटेंट अमरेंद्र को निलम्बित कर कर विभागीय जांच बैठाई गई। जांच के दौरान कैंटीन ब्वॉय पंकज मणि त्रिपाठी पूरे मामले में मुख्य आरोपी पाया गया।

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