UP News: संविधान पर ‘इंडिया’ के सवालों का जवाब ‘आपातकाल’ से देगी भाजपा, सीएम योगी संगोष्ठी में होंगे शामिल

UP News: गोरखपुर के गम्भीरनाथ प्रेक्षागृह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आपातकाल को लेकर आयोजित संगोष्ठी में भाग लेने की सूचना के बाद सियासी गतिविधियां बढ़ गईं हैं।

Update:2024-06-25 09:15 IST

सीएम योगी आदित्यनाथ (Pic: Newstrack)

UP News: संसद के चालू सत्र में संविधान की प्रतियां लेकर मोदी सरकार को घरने में जुटा इंडिया गठबंधन का जवाब भाजपा आपातकाल का मुद्दा जोरशोर से उठाकर देने जा रही है। भाजपा की तरफ से प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर दिग्गज पदाधिकारियों की मौजूदगी में आपातकाल के दंश के मुद्दे को मजबूती से उठाया जाएगा। इसमें आपातकाल में जेल गए लोगों को सम्मानित भी किया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद गोरखपुर में आयोजित संगोष्ठी में भाग लेंगे। अचानक बने सीएम के कार्यक्रम के साथ भाजपा के पदाधिकारियों के साथ प्रशासन के अधिकारी भी सक्रिय हो गए हैं।

49 साल पहले आज ही के दिन देश में आपातकाल लागू हुआ था। मानव अधिकारों को लेकर अंकुश के बीच लोगों को यातनाएं दी गईं थीं। अब आपातकाल भाजपा के लिए सियासी हथियार बन गया है। इंडिया गठबंधन लोकसभा चुनाव से ही संविधान की रक्षा को लेकर मुखर है। सोमवार को संसद में प्रधानमंत्री के लोकसभा सदस्य के तौर पर शपथ लेने के दौरान भी कांग्रेस सांसद राहुल गांधी हाथ में संविधान की प्रति लिये हुए थे। अब भाजपा संविधान के सवालों का ठोस उत्तर आपातकाल के मुद्दे को जोरशोर से उठाकर देने जा रही है।

सम्मानित होंगे आपातकाल में जेल जाने वाले

गोरखपुर के गम्भीरनाथ प्रेक्षागृह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आपातकाल को लेकर आयोजित संगोष्ठी में भाग लेने की सूचना के बाद सियासी गतिविधियां बढ़ गईं हैं। दिन में 2.30 बजे से आयोजित होने वाली संगोष्ठी को लेकर आपातकाल में जेल गए लोगों को भी आमंत्रित किया जा रहा है। संगोष्ठी में इन्हें सम्मानित किये जाने की खबर है।

पूर्व विधायक ने कहा, हर तरफ था दहशत का माहौल

पूर्व विधायक और भाजपा नेता शीतल पांडेय भी इमरजेंसी में जेल गए थे। उन्होंने बताया कि इमरजेंसी में देश के सभी नागरिक और संवैधानिक अधिकारों को समाप्त कर दिया गया था। देशभर में तमाम नेताओं की गिरफ्तारी शुरू हो गई। लोगों ने कुर्ता और पाजामा पहनना बंद कर दिया था। आपातकाल लागू होते ही अचानक भय व दहशत का माहौल कायम हो गया। लोकतंत्र को कुचलने का सत्ता का जो क्रूर आतंक होता है वह प्रत्यक्ष दिखाई दे रहा था। वातावरण में एक अजीब सी सनसनी थी।


Tags:    

Similar News