Gorakhpur News: BJP विधायक फतेह बहादुर सिंह के खिलाफ खुला मोर्चा, लगे ये गंभीर आरोप
Gorakhpur News: फतेह बहादुर सिंह ने पिछले दिनों मीडिया में आकर कहा था कि पीपीगंज थाने का हिस्ट्रीशीटर राजीव रंजन चौधरी हत्या की साजिश रच रहा है। विधायक ने आरोप लगाया था कि राजीव पर 22 केस दर्ज हैं।
Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के कैम्पियरगंज विधानसभा सीट के विधायक फतेह बहादुर सिंह ने पिछले दिनों यह कहते हुए सियासी भूचाल ला दिया कि उनकी हत्या के लिए पांच करोड़ रुपये की सुपारी दी गई है। विरोधियों ने एक करोड़ रुपये जुटा भी लिये है। लेकिन, अब विधायक का दांव उल्टा पड़ता दिख रहा है। जिस भाजपा नेता राजीव रंजन चौधरी और उनके परिवार पर हत्या की साजिश का आरोप लगा है, वह खुलकर विधायक के विरोध में आ गया है। राजीव रंजन की जिला पंचायत सदस्य मां सरोज देवी ने आरोप लगाया है कि विधायक फतेह बहादुर सिंह उनके बेटे और परिवार पर लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रवि किशन शुक्ला के बजाए सपा प्रत्याशी काजल निषाद के पक्ष में प्रचार करने का दबाव बना रहे थे। भाजपा प्रत्याशी का समर्थन करने का नतीजा है कि विधायक हत्या की साजिश का आरोप लगाकर बेटे की हत्या कराना चाहते हैं।
मीडिया से बातचीत में सरोज देवी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी और विधायक सपा का समर्थन करने का दबाव बना रहे थे। अब वह मुख्यमंत्री से मिलकर सुरक्षा की मांग के साथ ही विधायक के आरोपों की जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की मांग भी करेंगी। उन्होंने कहा कि सपा प्रत्याशी के प्रचार नहीं करने पर विधायक खुन्नस में थे। विधायक की नाराजगी के चलते बेटे राजीव रंजन चौधरी को फर्जी केस में फंसा दिया। जिसकी प्रताड़ना से मेरा बेटा भागता फिर रहा है। बताया कि विधायक की पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष हैं। उनके द्वारा मेरे क्षेत्र राजनैतिक द्वेषवश कोई भी विकास कार्य नहीं होने दिया जा रहा है। विधायक द्वारा मुझे और मेरे परिवार को नेस्तनाबूद करने की धमकी दी जा रही है। साथ ही कई तरह के मनगढंत आरोप लगाए गए हैं।
राजीव रंजन का एनकाउंटर कराना चाहते हैं भाजपा विधायक
फतेह बहादुर सिंह ने भरोहिया ब्लाक की प्रमुख के पति संजय सिंह पर भी गम्भीर आरोप लगाए हैं। अब संजय सिंह ने फतेह बहादुर सिंह पर पलटवार किया है। संजय सिंह का कहना है कि विधायक को वाई श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है। यूपी में किसी को जान का खतरा नहीं है। अपराधी छोड़ कर प्रदेश भाग गए हैं। विधायक का यह राजनीतिक स्टंट है। उनकी तानाशाही से कैम्पियरगंज में जनाधार कम हो गया है। ग्राम प्रधानों की जांच कराने तक लग जाते हैं। उनका आरोप है कि 26 जनवरी को फतेह बहादुर मेरे ब्लाक में गए। जबरिया झंडारोहण किया। मैंने योगी जी से गुहार लगाई है कि फतेह बहादुर सिंह के चलते कैम्पियरगंज में भाजपा का जनाधार कम हुआ है। फेसबुक पर भी कमेंट करने पर धमकी देते हैं। पूरी जनता बदलाव के मूड में हैं। कुछ बाहरी लोग विधायक के साथ हैं, उनकी दबंगई चलती थी। संजय सिंह ने आरोप लगाया कि जब तक राजीव रंजन इनकी गाड़ी में घूमता था, तब तक हिस्ट्रीशीटर नहीं था। उसका फर्जी एनकाउंटर कराना चाहते थे। विधायक मेरे ऊपर भी हमला करा सकते हैं।
हिस्ट्रीशीटर है राजीव रंजन, दर्ज हैं 5 केस
फतेह बहादुर सिंह ने पिछले दिनों मीडिया में आकर कहा था कि पीपीगंज थाने का हिस्ट्रीशीटर राजीव रंजन चौधरी हत्या की साजिश रच रहा है। विधायक ने आरोप लगाया था कि राजीव पर 22 केस दर्ज हैं। लेकिन पुलिस की जांच में राजीव रंजन के ऊपर थानों में केवल पांच केस दर्ज मिले हैं। यह पांचों केस गोरखपुर, देवरिया और कुशीनगर के थानों में दर्ज हैं। वहीं, लोकसभा चुनाव में गमछे को लेकर सपा और भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच मारपीट हुई थी। इसमे राजीव रंजन को भी आरोपी बनाया गया था। पीपीगंज पुलिस जांच कर रही है। जांच में अभी तक मारपीट के समय राजीव की मौजूदगी नहीं पाई गई है।