Gorakhpur News: एक बैंक ने मकान बनवाने के लिए दिया ऋण, दूसरे बैंक ने बकाये पर चस्पा कर दी नीलामी नोटिस
Gorakhpur News: गोरखपुर से जालसाजी का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुन आप दंग हो जाएंगे। महिला ने बैंक से ऋण लेकर मकान बनवाकर रहना शुरू किया तो एक अन्य बैंक ने मकान पर नोटिस चस्पा कर दिया।
Symbolic Image (Pic:Social Media)
Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में बैंक और जालसाजों की मिलीभगत का अजीबोगरीब मामला सामने आया है। बैंक का ऋण चुकता किये बिना ही व्यापारी ने जमीन अपने करीबी को बेच दिया। दूसरे व्यक्ति ने एक महिला को जमीन बेच दी। महिला ने बैंक से ऋण लेकर मकान बनवाकर रहना शुरू किया तो एक अन्य बैंक ने मकान पर नोटिस चस्पा कर दिया। बैंक का कहना है कि ऋण लेने वाले व्यापारी ने इसे चुकता नहीं किया है। अब मामला पुलिस के पास पहुंच गया है। कोतवाली पुलिस ने पीड़ित महिला पूनम पोद्दार की तहरीर पर चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है।
कोतवाली क्षेत्र के हुमांयूपुर निवासी पूनम पोद्दार और उनके व्यापारी पति ने वर्ष 2013 में दीवान बाजार के रहने वाले संगीता देवी और उनके पति धर्मेन्द्र गौड़ से साढ़े आठ लाख रुपये में करीब 550 वर्ग फीट जमीन खरीदी थी। जमीन बेचने वाले ने उस संपत्ति को करीब एक साल पहले ही अर्चना अग्रहरि और अजय अग्रहरि से खरीदा था। पूनम पोद्दार ने जमीन के कागजात देखने के बाद जमीन की रजिस्ट्री करा ली। तहसील से खारिज दाखिल भी हो गया। इसके बाद केनरा बैंक ने मकान बनवाने के लिए 7 लाख रुपये का ऋण भी दे दिया। होम लोन की रकम चुकता भी हो गई।
18 को नीलाम होनी है संपत्ति
इसी बीच बीते मार्च महीने में मकान पर एक बैंक की तरफ से संपत्ति की नीलामी का नोटिस चस्पा कर दिया गया। पूछताछ में पता चला कि मूल बिक्रेता ने बैंक से जमीन को बंधक बनाकर ऋण ले रखा है। 15 लाख के ऋण बकाया को लेकर संपत्ति को आने वाले 18 अप्रैल को नीलाम किया जाना है। जमीन की रजिस्ट्री कराने वाली पूनम पोद्दार ने पिछले दिनों एसएसपी से मिलकर मूल बिक्रेता के जमीन की रजिस्ट्री करने वाले के खिलाफ शिकायत की थी। जिसके बाद कोतवाली पुलिस ने संगीता देवी, धर्मेन्द्र गौड़, अर्चना अग्रहरि और अजय अग्रहरि के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले में मुकदमा दर्ज किया है।