Gorakhpur: योगी के किस दांव से बदल गया जान का खतरा बताने वाले भाजपा विधायकों का सुर? भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भी दे रहे सफाई
Gorakhpur News: प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ.संजय निषाद ने लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। तो वहीं फतेह बहादुर सिंह ने मीडिया में बयान जारी कर योगी आदित्यनाथ में निष्ठा जाहिर की।
Gorakhpur News: जुलाई महीना यूपी की भाजपा की सियासत के लिए बेहद खास बना हुआ है। पहले भाजपा विधायक जान का खतरा बताते हैं, तो चर्चा शुरू हो जाती है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पकड़ ढीली होती दिख रही है। लेकिन चंद दिनों बाद ही जान का खतरा बताने वाले विधायक योगी को खुद का नेता मानने लग रहे हैं। इतना ही अभिभावक बता कर मामला मैनेज करते दिख रहे हैं। इतना ही नहीं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह भी बयान जारी करते हैं कि मुख्यमंत्री पद से योगी नहीं हटने जा रहे हैं। तेजी से बदल रहे घटनाक्रम में सियासी गलियारे में चर्चाओं का बाजार गर्म है कि आखिर जान का खतरा बताने वाले विधायकों के सुर क्यों बदल गए? योगी ने आखिर कौन सा ऐसा दांव चला जिससे विरोधी चित हो गये? या फिर बड़े तूफान से पहले शांति समझौते का यह सिर्फ प्रयास भर है।
शुक्रवार का दिय यूपी की सियासत में बेहद अहम दिखा। प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ.संजय निषाद ने लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। तो वहीं कैम्पियरगंज से भाजपा विधायक फतेह बहादुर सिंह ने मीडिया में बयान जारी कर योगी आदित्यनाथ में निष्ठा जाहिर की। निषाद पार्टी के अध्यक्ष प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री डा. संजय निषाद ने कहा है कि यूपी एनडीए गठबंधन में सब ठीक चल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अभिभावक हैं उनसे हमेशा मुलाकात और बातचीत होती रहती है। विधानमंडल के मानसून सत्र में विपक्ष से यह पूछा जाएगा कि मछुआ आरक्षण उन्होंने कहां और कैसे उलझा दिया।
500 गाड़ियों के काफिले से गोरखपुर पहुंचने वाले थे फतेह बहादुर
चर्चा है कि जान का खतरा बताकर प्रदेश सरकार पर हमला बोलने वाले भाजपा विधायक लखनऊ से शुक्रवार को गोरखपुर पहुंचने वाले थे। उनके समर्थकों को शक्ति प्रदर्शन में शामिल होने का संदेश भी जारी हो गया था। दावा था कि वह शुक्रवार को 500 गाड़ियों के काफिले से गोरखपुर में प्रवेश करेंगे और अपनी विधानसभा कैम्पियरगंज पहुंचेंगे। लेकिन अचानक कार्यक्रम निरस्त ही नहीं हुआ, उन्होंने योगी के प्रति निष्ठा जताते हुए खुद को एसटीएफ की जांच से संतुष्ट भी बता दिया।
योगी में पहले भी था विश्वास, आज भी है भरोसा, वही हमारे नेता
पूर्व मंत्री और कैम्पियरगंज से भाजपा विधायक फतेह बहादुर सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपना नेता बताते हुए कहा है कि योगी जी पर पहले भी भरोसा था और आज भी विश्वास है। खुद के जान-माल के खतरे को लेकर हो रही उच्च स्तरीय जांच से संतुष्ट बताते हुए फतेह बहादुर सिंह ने कहा है कि वह जांच से पूरी तरह संतुष्ट हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि उन्हें पिछले पांच सालों से उपलब्ध कराई गई वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की देन है और वह पूरी निष्ठा और आस्था के साथ सीएम योगी के साथ पहले भी थे और अब भी हैं।
शुक्रवार को अपने लेटर हेड पर एक बयान जारी करते हुए फतेह बहादुर सिंह ने कहा है, अभी हाल ही में कथित तौर पर कुछ व्यक्तियों द्वारा मेरी जान-माल का खतरा बताया गया, जिसकी प्रशासन द्वारा उच्च स्तरीय जांच एसटीएफ द्वारा कराई जा रही है, लेकिन अभी तक उसकी पुष्टि नहीं हो पायी है। मैं जांच से पूरी तरह संतुष्ट हूं।
महराजजी के साथ पहले था, आज भी हूं
पूर्व मंत्री श्री सिंह ने यह भी कहा है, व्यक्तिगत रूप से मैं माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के साथ पहले भी था और अभी भी हूं। यहां यह भी स्पष्ट करना चाहूंगा कि मुझे पिछले पांच वर्षों से वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा भी माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा उपलब्ध कराई गई है। माननीय मुख्यमंत्री जी योगी आदित्यनाथ जी महाराज के नेतृत्व में मैं पूरी तरह निष्ठा एवं आस्था के साथ विश्वास रखता हूं। माननीय योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश का उत्तरोत्तर चहुमुखी विकास हो रहा है, जिसकी पूरे देश में सराहना की जा रही है
करीबी का होटल सील होते ही फतेह बहादुर के बदले सुर
भाजपा विधायक फतेह बहादुर सिंह के करीबी का होटल शुक्रवार को पुलिस-प्रशासन ने सील कर दिया। इस कार्रवाई के बाद ही विधायक के सुर बदल गए हैं। बता दें कि गुरुवार को देर शाम विधायक के करीबी प्रधान प्रतिनिधि के होटल पर आधा दर्जन विभाग के अधिकारियों ने एक साथ छापा मारा था। होटल में कुछ जोड़े भी मिले। जिन्हें बालिग होने के चलते पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। टीम ने खाने का सैंपल भी लिया। इसके साथ अधिकारी रजिस्टर में दर्ज मोबाइल नंबर साथ ले गए हैं। छापेमारी की सूचना पर बड़ी संख्या में विधायक समर्थक होटल पर पहुंच गए। अब नये घटनाक्रम में प्रशासन ने होटल को सील कर दिया है। जांच में शामिल एसडीएम रोहित शर्मा और पुलिस क्षेत्राधिकारी गौरव त्रिपाठी ने बताया था कि होटल सराय एक्ट में पंजीकृत नहीं है। होटल बिना मानक के संचालित हो रहा था। खाने में भी शिकायत मिली। फूड विभाग के अधिकारियों ने सैम्पल लिया है। अग्निशमन के अधिकारी जांच किये एनओसी नहीं पाया है। बिजली को लेकर भी खामियां मिली।
सुपारी देकर हत्या कराने का आरोप लगाकर सुर्खियों में विधायक
कैम्पियरगंज विधानसभा से भाजपा विधायक फतेह बहादुर सिंह और चौरीचौरा से भाजपा विधायक सरवन निषाद ने प्रशासन से लेकर विरोधियों पर हत्या की साजिश की बात कहते हुए सियासी भूचाल ला दिया है। इस बीच फतेह बहादुर सिंह खुद के बयानों से ही फंसे हुए है। फतेह बहादुर सिंह ने जिस भाजपा नेता राजीव रंजन चौधरी पर हत्या की साजिश का आरोप लगाया है, उसने मीडिया में बयान दिया है कि उन्हें बीजेपी विधायक लोकसभा चुनाव में सपा की काजल निषाद के पक्ष में प्रचार करने का दबाव बनाया जा रहा था। हत्या की साजिश के साथ ही सुरक्षा को लेकर उठाए गए सवालों के बीच मंगलवार को गोरखपुर की सड़कों पर फतेह बहादुर सिंह के पक्ष में लगे होर्डिंग से सियासी माहौल गर्म हो गया था। इस होर्डिंग पर लिखा था कि ‘मेरे नेता मेरा अभिमान’।