Gorakhpur News: शिक्षण संस्थानों में शुल्क वृद्धि समेत 5 प्रस्ताव पारित, ABVP के अधिवेशन में पंच परिवर्तन को समझाएंगे सीएम योगी
Gorakhpur News: केंद्रीय कार्यसमिति की बैठक में तीन दिन पहले ही मणिपुर में डेढ़ साल से जारी हिंसा के विरुद्ध प्रस्ताव पारित कर दिया गया था। शेष चार प्रस्ताव अधिवेशन में पारित होने थे। चारों प्रस्ताव पर शुक्रवार की रात हुई बैठक में सुझाव मांगे गए थे।
Gorakhpur News: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अधिवेशन सभी पांच पांच प्रस्तावों को मंजूरी दे दी गई। पारित प्रस्तावों की आधिकारिक घोषणा 24 नवम्बर को सीएम योगी की मौजूदगी में होगी। प्रस्तावों को अधिवेशन के बाद केन्द्र और सभी राज्य सरकारों को भेजा जाएगा।
केंद्रीय कार्यसमिति की बैठक में तीन दिन पहले ही मणिपुर में डेढ़ साल से जारी हिंसा के विरुद्ध प्रस्ताव पारित कर दिया गया था। शेष चार प्रस्ताव अधिवेशन में पारित होने थे। चारों प्रस्ताव पर शुक्रवार की रात हुई बैठक में सुझाव मांगे गए थे। सुझावों के आधार पर प्रस्ताव के कंटेंट में आमूलचुल बदलाव किए गए हैं। इसमें शिक्षण संस्थानों की गिरती गुणवत्ता, अनुचित शुल्क वृद्धि पर नियंत्रण, मिलावटी खाद्य पदार्थों पर अंकुश लगाए जाने, अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सधी हुई कुटनीति करता भारत जैसे मुद्दों पर प्रस्ताव तैयार किए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को अधिवेशन के अंतिम दिन यशवंतराव केलकर पुरस्कार समारोह में शामिल होंगे। पूर्वाह्न 1130 बजे से इस समारोह में सीएम योगी बतौर मुख्य अतिथि ठाणे के दीपेश नायर को इस सम्मान से सम्मानित करेंगे। दीपेश को श्रवण दिव्यांगजनों में कौशल विकास व शिक्षा के माध्यम से जीवन उद्देश्य और उत्साह उत्पन्न करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के इस वर्ष के पुरस्कार के लिए चुना गया है। सीएम इस समारोह को संबोधित कर देश भर के प्रतिनिधियों में राष्ट्र के प्रति जज्बा दिखाने के लिए जोश भरेंगे। महाराष्ट्र चुनाव में जीत के बाद सीएम योगी का कद और बढ़ गया है।
सामाजिक से पहले व्यक्ति परिवर्तन की जरूरत गोविंद नायक
अधिवेशन के दूसरे दिन मुख्य सभागार में ‘पंच परिवर्तन के वाहक युवा’ विषय पर राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री गोविन्द नायक ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सामाजिक परिवर्तन के लिए पहले व्यक्ति परिवर्तन करने की जरूरत है। व्यक्ति परिवर्तन से ही हम राष्ट्र को विकसित करने के विचार को साकार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे व्यवहार में स्वदेशी और मजबूरी में ही विदेशी होनी चाहिए। आज हमें 5 ज- जल, जंगल, जमीन, जानवर और जीवन के बारे में विचार करने की जरूरत है। दूसरे दिन देश के 11 क्षेत्रों के 44 प्रांतों की बैठक क्षेत्रवार अलग-अलग हुई। इसमें ‘समर्थ भारत की संकल्पना विजन 2047’ विषय पर चर्चाएं हुईं।