Gorakhpur News: गोरखपुर में बनेगी कम्प्यूटर चिप, एग्रीकल्चर वेस्ट से साबुन, सैकड़ों युवाओं को मिलेगा रोजगार

Gorakhpur News: मुंबई के उद्यमी सुनील चारी अपनी पूरी टीम के साथ सर्वे के बाद निर्णय लिया है। यूनिट स्थापित होने से 1000 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा।

Update:2023-12-05 07:30 IST

उद्यमी सुनील चारी, पत्नी ज्योति और चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के पूर्व उपाध्यक्ष एसके अग्रवाल (Newstrack)

Gorakhpur News: गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) में आने वाले दिनों में सिलिकॉन मेटल की यूनिट लगने जा रही है। करीब 500 करोड़ के निवेश से स्थापित हो रही यूनिट में इलेक्ट्रानिक्स उत्पाद, कम्प्यूटर चिप्स, साबुन और शीशे का निर्माण होगा। पूर्वांचल में प्रचूर मात्रा में उपलब्ध पराली और गन्ना के वेस्ट से साबुन और अन्य उत्पाद बनाए जाएंगे। मुंबई के उद्यमी सुनील चारी अपनी पूरी टीम के साथ सर्वे के बाद निर्णय लिया है। यूनिट स्थापित होने से 1000 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा।

मुंबई के उद्यमी सुनील चारी की कंपनी राजौरी बायोटेक लिमिटेड शेयर मार्केट में लिस्टेड है। वर्तमान में एक शेयर का मूल्य 750 रुपये से अधिक का है। 5000 करोड़ से अधिक के टर्नओवर वाली कंपनी की ज्यादातर यूनिट मुंबई में ही हैं। उद्यमी बीते 30 नवम्बर से लेकर 1 दिसम्बर तक गोरखपुर से लेकर अयोध्या तक के मार्केट का सर्वे किया। चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के पूर्व अध्यक्ष एसके अग्रवाल के विशेष निमंत्रण पर पहुंचे उद्यमी गोरखपुर और आसपास का लोकेशन और बाजार देखकर काफी उत्साहित हैं।

चैंबर के पूर्व अध्यक्ष एसके अग्रवाल का कहना है कि ‘पिछले छह वर्षों में जमीन की उपलब्धता के साथ ही गोरखपुर में इन्फ्रास्ट्रक्चर पर जो काम हुए हैं, वे बाहर के उद्यमियों को आकर्षित कर रहे हैं।’ उद्यमी कहते हैं कि नेपाल, सीमावर्ती बिहार से लेकर पूर्वांचल के एरिया को मिलाकर करीब 5 करोड़ आबादी का बाजार गीडा है। इतनी आबादी कई बड़े देशों की भी नहीं है। सेमी कंडक्टर से लेकर इको फ्रैंडली उत्पादों की डिमांड को देखते हुए यहां निवेश करेंगे। जल्द ही पूरी टीम आकर यूनिट लगाने की औपचारिकता को पूरी करेगी।

क्रॉकरी और सर्जिकल उत्पादों की भी यूनिट लगाएंगे

सुनील चारी ने बताया कि प्रथम चरण में 500 करोड़ के निवेश से सिलिकॉन मेटल की यूनिट लगाने की योजना है। सेमी कंडक्टर की दिक्कतों को देखते हुए इस यूनिट का निर्णय लिया है। दूसरे चरण में विस्तार कर क्रॉकरी, कंज्यूमर प्रोडक्ट और सर्जिकल उत्पाद बनाने की यूनिट लगाई जाएगी। उद्यमी ने बताया कि गोरखपुर में पराली, गन्ना का वेस्ट से लेकर कई तरीके के एग्रीकल्चर वेस्ट की अधिकता है। इसका उपयोग यूनिट में करेंगे। 

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