Gorakhpur News: DDU के परास्नातक पाठ्यक्रमों 26 मई तक भरे जाएंगे आवेदन फार्म, 45 कोर्स में होगा प्रवेश
Gorakhpur News: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के परास्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया में अभ्यर्थी परास्नातक के 45 पाठ्यक्रमों के लिए परिसर में उपलब्ध 4131 सीटों के लिए आवेदन कर सकेंगे।
Gorakhpur News: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के परास्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो गई। ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया का शुभारंभ करते हुए कुलपति प्रो पूनम टंडन ने आशा व्यक्त की कि नैक मूल्यांकन एवं अन्य अंतराष्ट्रीय रैंकिंग सूचियों में लगातार अपनी प्रतिष्ठा बढ़ा रहे अध्ययन, शोध और नवाचार के इस उत्कृष्ट केंद्र में विद्यार्थी प्रवेश लेकर उच्च शिक्षा के उद्देश्यों को हासिल कर सकेंगे।
सोमवार से शुरू प्रवेश प्रक्रिया में अभ्यर्थी परास्नातक के 45 पाठ्यक्रमों के लिए परिसर में उपलब्ध 4131 सीटों के लिए आवेदन कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त उन्हें इसी आवेदन के जरिए तीन महाविद्यालयों के कुछ पाठ्यक्रमों में भी प्रवेश का अवसर मिल सकेगा। आवेदन फॉर्म और प्रवेश विवरणिका विवि के प्रवेश पोर्टल www.dduguadmission.in पर उपलब्ध होंगे।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि इस बार की प्रवेश प्रक्रिया में अभ्यर्थियों को आवेदन संबंधी विवरण उपलब्ध कराने और फॉर्म भरने में यथासंभव सुगमता प्रदान करने पर जोर दिया गया है। उन्होंने प्रवेश प्रकोष्ठ एवं विवि के सूचना, प्रकाशन और जनसंपर्क केंद्र द्वारा तैयार विभिन्न प्रवेश विवरणिकाओ की भी सराहना की। इस अवसर पर कुलसचिव प्रो शांतनु रस्तोगी, वित्त अधिकारी एस पी सिंह, परीक्षा नियंत्रक डा कुलदीप सिंह, प्रवेश प्रकोष्ठ के निदेशक प्रो हर्ष सिन्हा सहित प्रवेश प्रकोष्ठ के सदस्य गण उपस्थित रहे।
परिसर में पीजी पाठ्यक्रमों में उपलब्ध सीटों का विवरण
एमए : 1876, एमएससी : 857, एम कॉम : 150, एमबीए: 150, एमएससी कृषि : 199, पीजी डिप्लोमा : 204, एलएलबी: 374, एलएल एम : 36, बीपीएड: 220, एमएड: 165
डॉ. सुशील कुमार को प्राणी विज्ञान अनुसंधान में उत्कृष्टता पुरस्कार मिला
सतत विकास के लिए जीव विज्ञान और अनुपयुक्त विज्ञान के एकीकृत अतः विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस में डीडीयू के सहायक आचार्य डॉ सुशील कुमार को एशियन बायोलॉजिकल रिसर्च फाऊंडेशन ( एबीआरएफ) के द्वारा ‘प्राणि विज्ञान अनुसंधान में उत्कृष्टता पुरस्कार’ प्राप्त हुआ। इसका आयोजन विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद उत्तर प्रदेश (सीएसटी, यूपी) द्वारा प्रायोजित एवं जैव संकाय एम.एल.के. पीजी कॉलेज, बलरामपुर के द्वारा एबीआरएफ उत्तर प्रदेश के सहयोग से 27-28 अप्रैल को आयोजित किया गया।
डॉक्टर सुशील ने अपना व्याख्यान ‘हेलिकोबैक्टर पायलोरी बैक्टीरिया के इन्फेक्शन और पेट के कैंसर के इंडियन एनिग्मा’ के बारे में दिया। डॉक्टर सुशील के 25 से ज्यादा शोध पत्र और 5 पुस्तक अध्याय अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय जनरल में प्रकाशित हैं।