DDU News: कुलपति ने अधिकारियों संघ की समीक्षा बैठक, बोली- एक सप्ताह में करें हॉस्टल अलॉटमेंट

Gorakhpur News: बैठक में कुलपति ने कहा कि प्रवेश प्रक्रिया लगभग पूरी हो गयी है, ऐसे में एक सप्ताह के भीतर हॉस्टल आवंटन की प्रक्रिया को मेरिट के आधार पर और आरक्षण व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए पूरा लिया जाए।

Written By :  Durgesh Sharma
Update:2023-09-20 19:31 IST

समीक्षा बैठक करती डीडीयू वीसी प्रो. पूनम टंडन (Pic:DDU) 

Gorakhpur News: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.पूनम टंडन ने सभी छात्रावास के अधीक्षक तथा अभिरक्षक के साथ बैठक की। बैठक में कुलपति ने कहा कि प्रवेश प्रक्रिया लगभग पूरी हो गयी है, ऐसे में एक सप्ताह के भीतर हॉस्टल आवंटन की प्रक्रिया को मेरिट के आधार पर तथा आरक्षण की व्यवस्था को ध्यान में रख कर पूरा लिया जाए। उन्होनें कहा कि छात्रावास आवंटन में स्नातक के प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को प्राथमिकता दी जाए। विभिन्न पृष्ठभूमि के इन विद्यार्थियों को जो बाहर से शहर में नए आये है उन्हें होस्टल की ज्यादा आवश्यकता होती है। इसके साथ ही कुलपति ने हॉस्टल में मेस सुविधा के संचालन पर भी जोर दिया।

स्नातक के विद्यार्थियों को मिले प्राथमिकता - वीसी

प्रो.टंडन ने कहा कि हॉस्टल में विभिन्न शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया जाए जिससे विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास हो। उन्होनें सभी अधीक्षक तथा अभिरक्षक को एकसाथ बैठ कर हॉस्टल के नियमों का अध्ययन करने तथा उनमें अगर आवश्यकता हो तो संशोधन का प्रस्ताव देने को कहा। बैठक में कुलसचिव प्रो. शांतनु रस्तोगी, चीफ वार्डन प्रो. शिवाकांत सिंह, सहायक अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. दिव्या रानी सिंह, अभियंता शशांक श्रीनेत तथा सातों छात्रावासों के अधिकारी मौजूद रहें।


प्रसिद्ध समाजशास्त्री प्रो.सत्य मित्र दूबे के निधन पर शोक

समाजशास्त्र विभाग में पूर्व शिक्षक रहे प्रख्यात सामाजिक चिंतक प्रो. सत्य मित्र दूबे का असामयिक देहावसान 17 सितंबर 2023 को उनके नोएडा स्थित आवास पर हो गया था। समाजशास्त्र विभाग में आज यानी 20 सितंबर शोक सभा का आयोजन किया गया, जिसमें समस्त विभागीय शिक्षकों एवं कर्मियों द्वारा दिवंगत आत्मा के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

विभागाध्यक्ष प्रो. सुभी धूसिया ने कहा कि प्रो. दूबे ने गोरखपुर विश्वविद्यालय में सन 1959 से 1968 तक अध्यापन कार्य किया था, जिसके पश्चात डिब्रूगढ़ विश्वविद्यालय असम के समाजशास्त्र विभाग में शिक्षक नियुक्त हो गये और वहीं उन्होंने कुलपति पद के दायित्व का भी निर्वहन किया था। उन्हें उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा यश भारती पुरस्कार से भी अलंकृत किया गया था। उन्होनें समाजशास्त्र विषय में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। शोक सभा में प्रो. अनुराग द्विवेदी, डॉ मनीष पाण्डेय, प्रकाश प्रियदर्शी समेत कई शोधार्थी उपस्थित रहें।

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