Gorakhpur News: गोरखपुर यूनिवर्सिटी में छात्रों ने कुलपति की गाड़ी का तोड़ा शीशा, पुलिस का लाठीचार्ज

Gorakhpur News: प्रशासनिक भवन पर प्रदर्शन कर रहे एमबीए, बीबीए, बीटेक, बीकॉम (बैंकिंग एंड इंश्योरेंस) आदि स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों के छात्रों ने बताया कि फीस वृद्धि इतनी अधिक है कि अब आगे उनकी पढ़ाई ही संभव नहीं हो पाएगी।

Update: 2023-07-21 13:51 GMT

Gorakhpur News: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र के आगाज के साथ ही धरना प्रदर्शन का दौर भी शुरू हो गया है। शुक्रवार को आधा दर्जन से अधिक विभागों के सैकड़ों छात्रों ने अलग-अलग समूहों में भारी शुल्क वृद्धि समेत विभिन्न मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन किया। छात्रों से बात करने गए मुख्य नियंता से भी छात्रों की तीखी बहस हुई। बात नहीं बनी तो नाराज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने यूनिवर्सिटी में कुलपति कार्यालय में जमकर तोड़फोड़ की। छात्रों को काबू में करने के लिए पुलिस ने छात्रों पर लाठी चार्ज किया। लाठीचार्ज में कई छात्रों को गम्भीर चोटें आई हैं। पुलिस छात्र नेताओं को गिरफ्तार कर कैंट थाने ले गई है। फिलहाल गुस्साए छात्रों ने कैंट थाने की सामने की सड़क को जामकर नारेबाजी कर रहे हैं।

अपने सदस्यों के निलंबन और प्रवेश प्रतिबंध वापस लिए जाने की मांग को लेकर विद्यार्थी परिषद का डीडीयू के मुख्य द्वार पर धरना-प्रदर्शन लगातार चौथे दिन दिन जारी रहा। शुक्रवार को गोरक्ष प्रांत सहमंत्री मयंक राय के नेतृत्व में छात्र प्रदर्शन कर रहे थे कि इसी दौरान पुलिस से उनकी नोकझोंक हो गई। पुलिस छात्रों को गिरफ्तार करने लगी। इसी दौरान एक गुट कुलपति कार्यालय में पहुंच गया। वहां कुलपति की गाड़ी का शीशा तोड़ दिया गया। छात्र नेता ऋषभ सिंह ने कहा कि जल्द समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो अभाविप उग्र आंदोलन को बाध्य होगी।

बेतहाशा फीसवृद्धि पर फूटा छात्रों का गुस्सा

प्रशासनिक भवन पर प्रदर्शन कर रहे एमबीए, बीबीए, बीटेक, बीकॉम (बैंकिंग एंड इंश्योरेंस) आदि स्ववित्तपोषित पाठ्यक्रमों के छात्रों ने बताया कि फीस वृद्धि इतनी अधिक है कि अब आगे उनकी पढ़ाई ही संभव नहीं हो पाएगी। जब उन्होंने दाखिला लिया था, तब शुल्क संरचना कुछ और दी गई थी। अब अचानक से बीच मझधार में डीडीयू प्रशासन ने फंसा दिया है। व

हीं रिजल्ट सुधारने की मांग एमबीए अंतिम वर्ष की परीक्षा दे चुके छात्रों के एक समूह ने परीक्षा परिणामों में भेदभाव का आरोप लगाते हुए सभी का रिजल्ट सही किए जाने की मांग की। एमबीए तृतीय सेमेस्टर के छात्रों ने आरोप लगाया कि पहले उनकी सालाना फीस 68 हजार थी, उसे एक लाख रुपये कर दिया गया है। बीबीए द्वितीय वर्ष के छात्रों ने बताया कि उनकी फीस 30 से बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दी गई। बीबीए तृतीय वर्ष के छात्रों की फीस 18 से 50 हजार रुपये कर दी गई। बीए एलएलबी के छात्रों के मुताबिक उनकी फीस 34500 रुपये थी, उसे बढ़ाकर 40 हजार कर दिया गया है।

Tags:    

Similar News