Gorakhpur News: डिप्टी एसपी को भारी पड़ी आशिकमिजाजी, वर्दी का स्टार छीन बना दिए गए सिपाही

Gorakhpur News: 26वीं वाहिनी पीएसी के कमांडडेंट आनंद कुमार ने बताया कि शासन के आदेश पर यह कार्रवाई की गई है। कृपा शंकर कन्नौजिया को उनको मूल पद आरक्षी पर डिमोट कर दिया गया है।

Update:2024-06-23 07:30 IST

डिप्टी एसपी कृपाशंकर कनौजिया बना दिए गए सिपाही (Pic: Social Media)

Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में 26वीं पीएसी में तैनात डिप्टी एसपी कृपाशंकर कन्नौजिया को आशिक मिजाजी भारी पड़ी है। महिला सिपाही के साथ कानपुर के एक होटल में पकड़े जाने के बाद हो रही जांच के बाद संलिप्तता पाये जाने के बाद पुलिस महानिदेशक ने कृपाशंकर को सिपाही के मूल पद पर भेजने का आदेश दिया है। उन्हें 26वीं वाहिनी के एक दल में नियुक्त किया गया है। प्रदेश में अपने तरह की पहली घटना को लेकर पुलिस विभाग में खूब चर्चा हो रही है।

सीओ कृपाशंकर कन्नौजिया सिपाही से प्रमोशन पाकर सीओ तक का सफर तय किया था। कानपुर में जुलाई 2021 में महिला सिपाही के साथ होटल में पकड़े जाने के बाद शुरू हुई जांच के दौरान ही सीओ कन्नौजिया को 26 वीं वाहिनी पीएसी गोरखपुर ट्रांसफर कियाा गया था। 26वीं वाहिनी पीएसी के कमांडडेंट आनंद कुमार ने बताया कि शासन के आदेश पर यह कार्रवाई की गई है। कृपा शंकर कन्नौजिया को उनको मूल पद आरक्षी पर डिमोट कर दिया गया है। बता दें कि कृपाशंकर कन्नौजिया 1986 में 26 वाहिनी पीएसी में कांस्टेबल के पद पर भर्ती हुए थे।

उन्नाव में तैनाती के समय पकड़े गए थे होटल में

डिप्टी एसपी के महिला सिपाही के साथ पकड़े जाने की घटना जुलाई 2021 की है। उन्नाव जिले के बीघापुर सर्किल में डीएसपी के पद पर तैनात कृपाशंकर कन्नौजिया कानपुर में एक महिला सिपाही के साथ एक होटल में पकड़े गए थे। इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश शासन ने मामले का संज्ञान लिया था। डीएसपी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनका चार्ज वापस ले लिया गया था। साथ ही उन्हें पुलिस कार्यालय से अटैच किया गया था। इसके बाद इस मामले की जांच कानपुर के आईपीएस अधिकारी को सौंपी गई थी। पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश ने डिप्टी एसपी कन्नौजिया को निलंबित करने की संस्तुति की थी। शासन की ओर से निर्देश प्राप्त होते ही डिप्टी एसपी को निलंबित कर दिया गया था। पिछले कुछ महीने से उनकी गोरखपुर में 26वीं वाहिनी में तैनाती चल रही थी। जांच के बाद अब उन्हें शासन ने उनके मूल पद आरक्षी पर डिमोशन कर दिया। उन्हें 26वीं वाहिनी के एक दल में नियुक्त किया गया है।

आशिकमिजाजी को लेकर रहे चर्चा में

कृपाशंकर गोंडा से तबादले में उन्नाव भेजे गए थे। यहां बीघापुर सर्किल में तैनात हुए तो बिहार थाने में तैनात एक महिला दारोगा को परेशान किया। उसे अभद्र मैसेज भेजे। विरोध किया तो उन्होंने दरोगा की विभागीय फाइल खोल दी। परेशान होकर उसने ट्रांसफर करवा लिया था। तीन साल पहले बीघापुर सर्किल के सीओ रहे कृपाशंकर कनौजिया को महिला सिपाही से आशिकी ले डूबी। उन्होंने विभाग ही नहीं पत्नी को भी धोखा दिया था और पत्नी को दिए धोखे की वजह से ही वह फंस गए।

गोरखपुर में घर, कानपुर में ऐसे पकड़े गए थे डिप्टी एसपी

दरअसल, 6 जुलाई 2021 को उन्होंने इलाज के लिए घर गोरखपुर जाने के लिए छुट्टी ली थी। पत्नी से झूठ बोलकर निकले कृपाशंकर घर जाने की जगह वह एक महिला सिपाही को लेकर कानपुर में मालरोड स्थित होटल आ गए। अपने नाम से ही कमरा बुक किया और सिपाही के साथ ठहर गए। उन्होंने अपना सीयूजी और पर्सनल दोनों फोन बंद कर लिए। पत्नी ने कॉल की तो फोन देर तक बंद मिलते रहे। इस पर वह घबरा गईं और उन्होंने तत्कालीन एसपी उन्नाव आनंद कुलकर्णी को कॉल कर चिंता जताई। इस पर एसपी ने सर्विलांस सेल को लगाया। उनकी आखिरी लोकेशन माल रोड, कानपुर के एक होटल में मिली। उन्नाव और कानपुर पुलिस की संयुक्त टीम होटल पहुंची तो पता चला कि शाम पांच बजे से सीओ एक महिला के साथ कमरे में हैं। मैनेजर से खुलवाया होटल का कमरा तस्दीक के बाद कमरा नंबर 201 खटखटाया गया तो उन्होंने दरवाजा नहीं खोला। होटल मैनेजर शिव कुमार को खुद जाना पड़ा। इस भंडाफोड़ के बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था।

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