Bageshwar Dham: सनातन धर्म के विरोधियों की बंध गई ठठरी, जाति नहीं पहले धर्म बचाओ, बोले-पंडित धीरेन्द्र शास्त्री
Bageshwar Dham: पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा गोरखपुर में धर्म विरोधियों की ठठरी बंध गई है क्योंकि यहां सनातन का झंडा बुलंद है। राजा स्वार्थी नहीं परमार्थी होना चाहिए। रामजी नर से नारायण बने। धर्म विरोधी ताकतें हमारी बहन बेटियों के साथ लव जिहाद कर रहे हैं।
Bageshwar Dham: यूपी के गोरखपुर जिले के बड़हलगंज कस्बे में तीन दिवसीय श्रीराम कथा के अंतिम दिन बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने देश में जातिगत व्यवस्था पर चोट किया। उन्होंने कहा कि राम कथा से गोरखपुर में धर्म विरोधियों की ठठरी बंध गई है। दीया ही नहीं बचेगा तो बाती का क्या करोगे। जब धर्म ही नहीं बचेगा तो जाति का क्या करोगे। श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बीच कथा का रसपान कराते हुए उन्होंने कहा कि कथा में वही आते हैं। जिन्हें राम जी बुलाते हैं। अगर तुम्हारा भगवान से नाता सच्चा होगा तो तुम्हारा हर काम अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि स्वर्ग का अर्थ देवता होता है। अगर आप सच्चे मन से देवी देवता की पूजा करते हैं। तो आप के स्वर्ग का मार्ग प्रशस्त होता है।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि राजा रामचंद्र मर्यादा और दयावान के प्रतीक हैं। मानव को उनके अनुसार दयावान और धैर्यवान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि राम कथा से मनुष्यों को समानता का अधिकार, नारियों का सम्मान, मातृ पितृ व गुरुओं की भक्ति, उदारता, न्यायप्रिय, सत्यप्रिय और दृढ़ प्रतिज्ञा जैसी सात सीख लेनी चाहिए। उसे जीवन में अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कहा कि अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा राम राज्य का ही प्रयास है। उन्होंने कहा कि हमें राम राज्य नेताओं से नहीं बल्कि सबके दिलों से चाहिए। कहा कि लहरा देगे पूरे भारत में भगवा, क्योंकि यह श्रीराम का नशा है।
उन्होने कहा गोरखपुर में धर्म विरोधियों की ठठरी बंध गई है क्योंकि यहां सनातन का झंडा बुलंद है। राजा स्वार्थी नहीं परमार्थी होना चाहिए। रामजी नर से नारायण बने। धर्म विरोधी ताकतें हमारी बहन बेटियों के साथ लव जिहाद कर रहे हैं। तुम इनकी ठठरी बांध दो। भारत में नारियों का सम्मान व उनकी रक्षा करके ही रामराज्य स्थापित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कथा में वही आते हैं। जिन्हें श्रीराम बुलाते हैं। उन्होंने कहा कि कर्ज उन्हीं को मिलता है जो अमीर होते हैं। नेताओं की निधि का लाभ गरीबों को नहीं मिलता। हे राम के भक्तो तुम इंसान पर भरोसा मत करो, इंसान खुद भिखारी हैं। गरीब मंदिर के बाहर भीख मांगता है और अमीर मंदिर के अंदर भीख मांगता है। मेरे पागलों भीख मांगना है तो राम से मांगों, इंसान से नहीं।
बोले बाबा, अब हम भी गोरखपुर वाले
श्रद्धालुओं की भीड़ से प्रसन्नचित बागेश्वर बाबा ने कहा कि बिहार के बाद ऐसा नजारा हमको बड़हलगंज में देखने को मिला। उन्होंने कहा कि जब तक जिएंगे गोरखपुर आते रहेंगे। क्योंकि अब हम भी गोरखपुर वाले हैं। श्रीराम कथा के दौरान पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने आरती उतारने के लिए व्यवस्था ध्वस्त करने वालों पर तंज करते हुए कहा कि कथा में आरती वही करते हैं। जो काम के तो होते हैं। लेकिन राम के नहीं। आयोजक उनका लेवल देखकर बुलाते हैं। कोई मंच पर गरीब से आरती नहीं कराता। कोई अमीर आदमी यह नहीं कहता कि बाबा जी यह गरीब आदमी है, इसका कोई नहीं है। हमारे सेवादार भी यही करते हैं।