Gorakhpur News: चार वर्षीय स्नातक में 75 फीसद अंक पर पीएचडी में मिलेगा सीधे प्रवेश, महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय की कार्यपरिषद में हुआ निर्णय
Gorakhpur News: बैठक में इस सत्र से ही विश्वविद्यालय के मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस कोर्स के संचालन, और पेड अप्रेंटिसशिप के साथ बीबीए लॉजिस्टिक कोर्स के संचालन को भी हरी झंडी मिल गई।
Gorakhpur News: महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय, राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के प्रावधानों को लागू करने में रोल मॉडल के रूप में आगे बढ़ रहा है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के कई प्रावधानों को प्रमुखता से लागू कर चुके इस विश्वविद्यालय में अब चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम में 75 फीसद अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी पीएचडी में सीधे प्रवेश प्राप्त कर सकेंगे। इसे लेकर सोमवार को महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय की कार्य परिषद की बैठक में मुहर लग गई। कुल 85 बिंदुओं पर हुई कार्यपरिषद की बैठक में इस सत्र से ही विश्वविद्यालय के मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस कोर्स के संचालन, 600 बेड के हॉस्पिटल निर्माण और पेड अप्रेंटिसशिप के साथ बीबीए लॉजिस्टिक कोर्स के संचालन को भी कार्यपरिषद की तरफ से हरी झंडी मिल गई।
महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ. अतुल वाजपेयी की अध्यक्षता एवं कुलसचिव डॉ. प्रदीप कुमार राव के संचालन में हुई कार्यपरिषद की बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी देते हुए उप कुलसचिव (प्रशासन) श्रीकांत ने बताया कि कार्यपरिषद ने सभी 85 बिंदुओं पर अनुमोदन प्रदान किया। कार्यपरिषद ने इस विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अनुरुप प्रतिमान बनाने का संकल्प लिया है। कार्यपरिषद ने इस शिक्षा नीति के अनुसार चार वर्षीय डिग्री कोर्स में 75 प्रतिशत अंक प्राप्त अभ्यर्थी को पीएचडी में सीधे प्रवेश की मंजूरी दे दी है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत एक वर्षीय और दो वर्षीय एमएससी बॉयोटेक्नोलॉजी, बॉयोकेमेस्ट्री तथा माइक्रोबायोलॉजी में प्रवेश पर भी कार्यपरिषद ने मुहर लगा दी।
बैठक के दौरान एमबीबीएस की मान्यता मिलने पर हर्ष जताया गया और कार्यपरिषद की तरफ से इसी सत्र से इस कोर्स के संचालन और इसके लिए विश्वविद्यालय के मेडिकल कॉलेज में 600 बेड के अस्पताल के निर्माण को स्वीकृति प्रदान की गई। विश्वविद्यालय के गुरु श्री गोरक्षनाथ कॉलेज ऑफ नर्सिंग में फ्रेंच और स्पेनिश भाषा के अध्ययन और विश्वविद्यालय में पेड अप्रेंटिसशिप के साथ बीबीए लॉजिस्टिक पाठ्यक्रम के प्रस्ताव को भी कार्यपरिषद ने मंजूर कर लिया।
कार्य परिषद की बैठक में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की आचार्य डॉ. शोभा गौड़, महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के सदस्य प्रमथ नाथ मिश्र, महाराणा प्रताप इंटर कॉलेज के पूर्व प्रधानाचार्य रामजन्म सिंह, प्रदेश शासन के उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव के प्रतिनिधि संयुक्त सचिव उच्च शिक्षा प्रेम कुमार पांडेय, महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान संकाय के अधिष्ठाता डॉ. सुनील कुमार सिंह, परीक्षा नियंत्रक अमित कुमार सिंह, आयुर्वेद कॉलेज के सह आचार्य डॉ. सुमित कुमार एम., सहायक आचार्य डॉ. प्रिया एसआर नैयर, चिकित्सा संकाय के अधिष्ठाता डॉ. हरिओम शरण, सीए अनिल कुमार सिंह, मुख्य अभियंता नीरज कुमार गौतम, सहायक अभियंता आशीष सिंह आदि उपस्थित रहे।