Gorakhpur News: गोरखपुर को इंदौर बनाने के दावे में खर्च हो रहे 50 करोड़, फिर क्यों लगातार ऊंचा हो रहा कूड़े का पहाड़?

Gorakhpur News: रोज कूड़ा निस्तारण को लेकर नगर आयुक्त से लेकर मेयर तक बैठकें कर रहे हैं। यूनिवर्सिटी के साथ एमओयू हो रहा है। सालिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए करोड़ों का बजट जारी हो रहा है।

Update:2023-12-22 09:57 IST

Gorakhpur News  (photo: social media )

Gorakhpur News: नगर निगम गोरखपुर में कूड़ा निस्तारण को लेकर जितने नियम बने हैं, शायद उतने प्रदेश के सभी नगर निगमों को मिलाकर नहीं बने होंगे। रोज कूड़ा निस्तारण को लेकर नगर आयुक्त से लेकर मेयर तक बैठकें कर रहे हैं। यूनिवर्सिटी के साथ एमओयू हो रहा है। सालिड वेस्ट मैनेजमेंट के लिए करोड़ों का बजट जारी हो रहा है। लेकिन सफाई उन्हीं सड़कों पर दिखती है, जहां से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का काफिला गुजरता है। वो भी काफिला गुजरने के चंद घंटे पहले तक ही। हकीकत यह है कि नगर निगम हर साल सफाई पर 50 करोड़ से अधिक खर्च कर रहा है, लेकिन गोरखपुर को इंदौर बनाने का दावा हवा में ही दिख रहा है।

ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के अंतर्गत कूड़ा प्रबंधन को लेकर गुरुवार को नगर निगम और गोरखपुर विश्वविद्यालय के बीच मेमोरेंडम आफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुआ। इस अवसर पर निगम प्रशासन ने विश्वविद्यालय को तीन स्वच्छता वाहन और एक ट्रैक्टर ट्राली भी उपलब्ध कराईं। जिसे महापौर डा. मंगलेश श्रीवास्तव, कुलपति प्रो. पूनम टंडन और नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इसके लिए नगर निगम, विश्वविद्यालय प्रशासन से प्रति माह करीब एक लाख रुपये शुल्क के साथ ही डोर-टू-डोर कूड़ा प्रबंधन के लिए 100-100 रुपये यूजर चार्ज भी लेगा। इस पूरी व्यवस्था की निगरानी के लिए जोनल अधिकारी सुरेंद्र सिंह व सफाई निरीक्षक रामविजय पाल व समन्वय अधिकारी सुधीर श्रीवास्तव को जिम्मेदारी सौंपी गई है। कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि हमें क्लीन कैंपस का वातावरण निर्मित करना है। विद्यार्थियों की मदद से स्वच्छता को लेकर लोगों को भी जागरूक करने का प्रयास किया जाए। एमओयू के दूसरे दिन नगर निगम की गाड़ियां यूनिवर्सिटी कैंपस में नहीं दिखीं।

सुबह 8.30 बजे तक कूड़ा उठने का हवाई दावा

नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल का दावा है कि नगर निगम सुबह 8.30 बजे तक कूड़े का ढेर उठा लेगा। लेकिन गोलघर, मेडिकल रोड, मोहद्दीपुर से लेकर तारामंडल रोड पर कूड़ा दिन में 11 बजे भी देखा जा सकता है।


सुथनी के प्लांट के निर्माण की बैलगाड़ी रफ्तार

सहजनवां के सुथनी में नगर निगम द्वारा सालिड वेस्ट मैनेजमेंट के प्लांट का निर्माण किया जा रहा है। लेकिन इसका निर्माण हकीकत में कब पूरा होगा इसका जवाब महापौर से लेकर नग आयुक्त के पास नहीं है। पिछले एक साल में कूड़ा निस्तारण के लिए नगर निगम ने 15 करोड़ से अधिक कीमत की गाड़ियों की खरीददारी की है। लेकिन इसका उपयोग सफाई में कितना हो रहा है, इसे शहर की गंदगी को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है।


रोज निकल रहा 500 टन से अधिक कचरा

नगर निगम महानगर के 80 वार्डों में निवास कर रही 12 लाख से अधिक आबादी हर दिन 506.25 टन कचरा निकाल रही है। इनमें 277.55 टन गीला कचरा के साथ 278.4 फीसदी सूखा कचरा मिला हुआ है। लेकिन कचरा निकलने के स्त्रोत पर सिर्फ 40 फीसदी का ही पृथ्थकरण हो पा रहा है। ऐसे में करीब 400 टन हर दिन एकला बांध पर लिगेसी वेस्ट प्लांट पर गिराया जा रहा है। मार्च से अब तक 50 हजार टन से अधिक कचरे का नया पहाड़ एकला बांध पर खड़ा हो रहा है। दूसरी ओर पुराने लिगेसी वेस्ट के निस्तारण में लगी कंपनी दावें के मुताबिक दो ट्रामल मशीनों से हर दिन 1500 टन कचरा निस्तारित कर रही है।

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