Gorakhpur: अस्पतालों की बिल्डिंग में मरीजों का कागजी इलाज, 400 डॉक्टरों समेत 2600 कर्मचारियों के पद रिक्त
Gorakhpur News: गोरखपुर पूरे मंडल में चिकित्सकों की सर्वाधिक किल्लत से जूझ रहा है। यहां पर 154 पद रिक्त है।
Gorakhpur News: गोरखपुर मंडल के चार जिलों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की विशेष नजरें रहती हैं। लेकिन यहां भी अस्पतालों के साथ ही चिकित्सकों और पैरा मेडिकल स्टॉफ के पद बड़ी संख्या में रिक्त हैं। गोरखपुर, कुशीनगर, महराजगंज और देवरिया में 400 चिकित्सकों के साथ ही 2600 से अधिक पैरा मेडिकल स्टॉफ के पद रिक्त पड़े हैं। बिना डॉक्टर, स्टॉफ के गोरखपुर मंडल में सिर्फ अस्पतालों की बिल्डिंग के भरोसे मरीजों का कागजी इलाज हो रहा है।
मुख्यमंत्री का गृह जिला गोरखपुर है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव डॉ.राधा मोहन दास अग्रवाल यहीं के है। रवि किशन शुक्ला जो देश के चर्चित सांसदों में है, गोरखपुर उनका संसदीय क्षेत्र है। इन सबके बाद भी गोरखपुर पूरे मंडल में चिकित्सकों की सर्वाधिक किल्लत से जूझ रहा है। यहां पर 154 पद रिक्त है। जिसमें सीएमओ के अधीन 120, जिला अस्पताल में 15, महिला अस्पताल में सात और एयरपोर्ट स्थित टीबी अस्पताल में 12 पद रिक्त हैं। वहीं, महाराजगंज में चिकित्सकों के 146 पद रिक्त हैं। जिसमें सीएमओ के अधीन 118, जिला अस्पताल में 10 और एमसीएच विंग में 18 पद खाली हैं। देवरिया में 78 और कुशीनगर में चिकित्सकों के 22 पद रिक्त हैं। जिलों के कई प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर चिकित्सक तैनात ही नहीं हैं। वहीं सीएचसी में मानक से कम चिकित्सक तैनात हैं। इसके कारण मरीजों का इलाज प्रभावित हो रहा है। सीएमओ डॉ.आशुतोष कुमार दूबे का कहना है कि शासन को हर दो से तीन महीने में चिकित्सकों की कमी को लेकर पत्राचार होता है। नियुक्ति शासन स्तर से ही होनी है।
पैरामेडिकल स्टॉफ की भी कमी
महकमा पैरामेडिकल स्टॉफ की कमी से भी जूझ रहा है। नर्स, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक, स्वास्थ्य कार्यकर्ता पुरुष व महिला के अलावा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की सबसे अधिक कमी है। गोरखपुर मंडल में फार्मासिस्टों के 63 पद रिक्त हैं। सबसे अधिक कुशीनगर में 35 पद फार्मासिस्टों के रिक्त पड़े हैं। गोरखपुर में सात, देवरिया में 14 और महाराजगंज में नौ पद रिक्त हैं। गोरखपुर मंडल में नर्स के 136, लैब टेक्नीशियन(एलटी) के 11, एक्सरे टेक्नीशियन के दो, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक के 286, स्वास्थ्य कार्यकर्ता (स्वा. का.) पुरुष के 442, स्वास्थ्य कार्यकर्ता महिला के 294, हेल्थ विजिटर (एचवी) के 298 और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के 649 पद रिक्त हैं।